सुभाष चौधरी/The Public World
नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई बैठक में लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी और राहुल गांधी के नेतृत्व में की जाने वाली यात्रा पर गहन चर्चा की गई . इस बैठक में राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के सभी राज्यों के पीसीसी अध्यक्ष और सी एल पी नेता भी मौनूद थे . सभी ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया कि इस बार यात्रा का नाम भारत जोड़ो न्याय यात्रा रखा जाएगा. यह यात्रा 67 दिनों में 15 राज्यों में 6 हजार 7 सौ किलोमीटर की दुरी तय करेगी जिसमें लगभग 100 लोकसभा क्षेत्र को कवर किया जाएगा.
यह जानकारी कांग्रेस पार्टी के मिडिया सेल के महासचिव जयराम रमेश ने पार्टी मुख्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में दी. उन्होंने बाते कि आज की बठक तीन घंटे चली जिसमें सभी पीसीसी अध्यक्ष और सीलेपी नेता मौजूद थे. सभी ने लोक सभा चुनाव 2024 की तैयारी को लेकर विस्तार से चर्चा की और अपने सुझाव दिए.
उन्होंने बताया कि आगामी 14 जनवारी से शुरू होने वाली राहुल गांधी की यात्रा जो मणिपुर से शुरू होगी पर भी कई महत्वपूर्ण सुझाव आये. जयराम रमेश ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 का शंखनाद गत 28 दिसम्बर 2023 को नागपुर में किया गया था जबकि भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत आगामी 14 जनवरी को की जायेगी .
उनका कहना था कि सितम्बर 2022 से लेकर जनवरी 20 23 तक 4 हजार किलोमीटर की यात्रा की गई थी. ये कांग्रेस पार्टी के संगठन और देश की राजनीति के लिए परिवर्तनकारी पदयात्रा साबित हुई. इससे देश की राजनीति में भारी बदलाव आया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं में एकजुटता आई , संगठन को भी मजबूती मिली. उन्होंने कहा कि लम्बे इतिहास के बाद कांग्रेस व देश के लिए भारत जोड़ो यात्रा मील का पत्थर साबित हुई .
जयराम रमेश ने कहा कि यात्रा के दौरान राहुल गांधी की ओर से आर्थिक विषमताओं, सामाजिक ध्रुवीकरण, राजनीतिक तानाशाही के मुद्दे उठाये गए थे.
उन्होंने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने यात्रा का मकसद और इसके सन्देश पर जोड़ दिया. उन्होंने इस यात्रा को न्याय से जोड़ने का सुझाव दिया .सभी पीसीसी अध्यक्षों ने भी इसका समर्थन किया. जो सुझाव आये उसमें यह निर्णय लिया गया कि इस बार की यात्रा को भारत जोड़ो न्याय यात्रा नाम दिया जाएगा .
कांग्रेस महासचिव ने बताया कि यात्रा का आरम्भ इम्फाल में 14 जनवरी को 12.30 बजे होगा. इस बार की यात्रा में 15 राज्य शामिल है. मणिपुर के बाद नागलैंड , आसाम , अरुणाचल प्रदेश, मेघालय , पश्चिम बंगाल , बिहार झारखंड , ओडिशा , उत्तर प्रदेश , राजस्थान , मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र शामिल से होकर यह यात्रा गुजरेगी. इसमें लगभग 6 हजार 7 सौ किलोमीटर की दुरी तय की जाएगी . उन्होंने स्पष्ट किया कि यह यात्रा हाइब्रिड होगी जिसमें रोज पैदल यात्रा भी होगी और समाज के विभिन्न वर्गों के पर्तिनिधियों से मुलकातें भी करेंगे.
कांग्रेस नेता ने यात्रा में शामिल होने के लिए इंडिया गठबंधन के सभी दलों से आह्वान किया. उन्होंने कहा कि सभी दलों के नेताओं को इसके लिए निमंत्र दिया गया है.
किस राज्य में कितनी दूरी और कितने दिन चलेगी यात्रा :
- मणिपुर में 107 किमी, 4 जिले , दो लोकसभा क्षेत्र और 11 विधानसभा सीटें – एक दिन
- नागालैंड में 257 किमी , 5 जिले – दो दिन
- असम में 833 किमी ,17 जिले -8 दिन
- आरुनाचल प्रदेश में 55 किमी, एक जिला- एक दिन
- मेघालय में 5 किमी , एक जिला – एक दिन
- पश्चिम बंगाल में 523 किमी , 7 जिले – 5 दिन
- बिहार में 425 किमी , 7 जिले – 4 दिन
- झारखंड में 804 किमी , 13 जिले – 8 दिन
- ओडिशा में 341 किमी 4 जिले – 4 दिन
- छत्तीसगढ़ में 536 किमी ,7 जिले – 5 दिन
- उत्तर प्रदेश में 1074 किमी , 20 जिले – 11 दिन
- मध्य प्रदेश में 698 , 9 जिले – 7 दिन
- राजस्थान में 128 किमी, दो जिले – एक दिन
- गुजरात में 445 किमी , 7 जिले – 5 दिन
- महाराष्ट्र में 480 किमी , 6 जिले – 5 दिन
कुल 6713 किमी दूरी तय की जायेगी जो 67 दिनों तक चलेगी. 14 जनवरी से 20 मार्च तक चलेगी यह यात्रा जिसका मुंबई में 20/21 मार्च को समापन होगा .
कांग्रेस महासचिव ने बताया कि इस यात्रा में कुल 110 जिले कवर किये जाएंगे जबकि 100 लोकसभा सीटें और 337 विधान सभा सीटें कवर होंगी.
यात्रा के आरम्भ के लिए पार्टी के सभी नेता व सीएम इम्फाल में मौजूद रहेंगे. आगामी 3 से 4 दिन में यात्रा का लोगो , व गाना जारी किया जाएगा .