हरियाणा सहित आसपास के पांच राज्यों के लिए स्थापित एनसीडीसी शाखा में गंभीर बीमारियां, नए रोग, वायरस की जांच व आंकड़ों का विशलेषण होगा : अनिल विज
अम्बाला छावनी में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) की शाखा के निर्माण कार्य का केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने वर्चुअल किया शिलान्यास
अम्बाला छावनी के नग्गल क्षेत्र की चार एकड़ भूमि पर स्थापित होगी एनसीडीसी शाखा
चंडीगढ़, 02 जनवरी : केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. मनसुख मांडविया ने आज अम्बाला छावनी के नग्गल में स्थापित होने वाली राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) की शाखा का वर्चुअल शिलान्यास हरियाणा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अनिल विज एवं राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा की उपस्थिति में किया।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि पहले हर कार्य के लिए लोगों को दिल्ली जाना पड़ता था और पहले केवल एक एम्स ही था । मगर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच के चलते आज हर प्रदेश में एम्स बना दिए गए हैं। देश में लगभग 350 मेडिकल कालेज बने हैं। इसी प्रकार से एनसीडीसी की लैब केवल दिल्ली में थी, अब देश के अनेकों प्रदेशों में आज एनसीडीसी लैब का उद्घाटन व शिलान्यास किया गया। अम्बाला छावनी के नग्गल गांव में एनसीडीसी की शाखा बनेगी और इसकी जमीन केंद्र सरकार को स्थानांतरित कर दी गई है। शाखा में सभी गंभीर बीमारियों व वायरस के टेस्ट होंगे जोकि अस्पताल या आम प्रयोगशाला में नहीं हो पाते। उन्होंने बताया कि यहां बीमारियों पर रिसर्च भी होगी और जल्द इसका निर्माण कार्य प्रारंभ होगा। चार एकड़ में बन रही शाखा हरियाणा, चंडीगढ़, पंजाब सहित पांच राज्यों के लिए स्थापित की गई है जिसमें गंभीर बीमारियां, नए रोग, वायरस की जांच व आंकड़ों का विशेषण होगा।
लगभग 14 करोड़ रूपए की लागत से शाखा बनकर तैयार होगी, जिसमें ग्राउंड फलोर को मिलाकर चार फलोर बनेगें।
शाखा में यह सुविधाएं होगी
ग्राउंड फ्लोर:-
रिसेप्शन, वेटिंग एरिया रूम, लॉबी, कांफ्रेंस हॉल, एडमिन आफिस, सिक्योरिटी रूम, आईटी वीडियो रूम, हेड आफ एनसीडीसी रूम एवं अन्य प्रशासनिक कार्यालय होंगे।
फर्स्ट फ्लोर:-
सेम्पल कलेक्शन एवं यूटीलिटी रूम, वेटिंग रूम, लॉबी के अलावा, क्लाइमेट चेंज रूम, ईओसी रूम, ट्रेनिंग रूम, आईडीएसपी, ईपीडीमिलॉजी स्टाफ रूम, पैंट्री एवं अन्य रूम होंगे।
सेकेंड फ्लोर:-
इस फ्लोर में लैब व अन्य उपकरण लगाए जाएंगे जिनमें क्लाईमेट चेंज रूम, माक्रो लैब बैक्टीरयोलॉजी, एएमआर लैब, लैब टीचिंग एंड डेमो रूम, एएमआर आफिसर रूम, वीरोलॉजी, लौबी एवं अन्य रूम होंगे।
थर्ड फ्लोर:-
नॉन बीएसएल लैब एरिया, बीएसएल-2 लैब एरिया, स्टाफ कॉमन रूम, ओपन टैरेस, पैंट्री एवं अन्य रूम होंगे तथा पूरी बिल्डिंग में दो लिफ्टों का प्रावधान भी हैं।
अम्बाला को इसलिए चुना एनसीडीसी के लिए
अम्बाला में एनसीडीसी का निर्माण इसलिए हुआ क्योंकि यह हवाई, रेलवे जंक्शन और जीटी रोड से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है और अटल कैंसर देखभाल केंद्र, सिविल अस्पताल अंबाला छावनी और तीन मेडिकल कॉलेजों के नजदीक है, जहां से नियमित नमूने लिए जा सकते हैं। यहां इबोला वायरस रोग (2014), महामारी इन्फ्लुएंजा ए एच1एन1 (2009-10), सार्स प्रकोप जैसी नई संक्रामक बीमारियों का पता लगाने, नियंत्रित करने और रोकने में मदद करेंगी। शाखा में डायरिया, हैजा, टाइफाइड, हेपेटाइटिस ए और ई, चिकनपॉक्स और खसरा आदि जैसी हवा, पानी और खाद्य जनित बीमारियों के प्रकोप का पता लगाने, इलाज करने और रोकने का कार्य होगा।
वहीं, इससे पहले केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ0 मनसुख मांडविया ने वीसी के माध्यम से आज राष्ट्रीय रोग नियंत्रक केन्द्रों (एनसीडीसी) का उद्घाटन व शिलान्यास कर उपस्थित को अपने सम्बोधन में कहा कि इन परियोजनाओं के बनने से आने वाले समय में स्वास्थ्य सेवाएं और मजबूत होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल मार्ग दर्शन में देश में स्वास्थ्य सेवाओं को और सुदृढ एवं मजबूत बनाने का काम किया जा रहा हैं। आयुष्मान भारत योजना के तहत जरूरतमंद लोगों को निशुल्क ईलाज की सुविधा भी उपलब्ध करवाई जा रही हैं। आज देश में अलग-अलग स्थानों पर दस एन एससीडीसी शाखा व अन्य संस्थानों का शिलान्यास व उद्घाटन किया गया है।
कार्यक्रम के दौरान महानिदेशक स्वास्थ्य विभाग डॉ0 आरएस पुनिया, डॉ0 जेएस पुनिया, भारत सरकार से रिजनल डॉयरेक्टर हरियाणा, पंजाब व चण्डीगढ डॉ0 अमरजीत कौर, सीएमओ डॉ0 कुलदीप सिंह, डॉ0 डीएस पंवार, डॉ0 संगीता गोयल, डॉ0 सुखप्रीत, डॉ0 हितैष वर्मा, डॉ0 हितार्थ, डॉ0 संजीव सिंगला, डॉ0 विपिन भंडारी, मंडल प्रधान राजीव डिम्पल, मंडल प्रधान किरण पाल चौहान, मंडल प्रधान बिजेन्द्र चौहान, अजय बवेजा, आशीष तायल, जसबीर जस्सी, ललित चौधरी, रवि चौधरी, दीपक भसीन, ललिता प्रसाद, पुष्पा गुप्ता, ओम सहगल के साथ-साथ अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहें।