राजस्थान के नए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा होंगे : दीया कुमारी और प्रेम चंद बैरवा दो डिप्टी सीएम होंगे

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सुभाष चौधरी/ The Public World 

नई दिल्ली :  राजस्थान के नए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा होंगे . उनके नाम का ऐलान राजस्थान भाजपा विधायक दल की बैठक के बाद केंद्रीय रक्षा मंत्री  व राजस्थान भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह ने  किया .  उन्होंने बताया कि आज राजस्थान भाजपा विधायक दल की बैठक हुई। इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा भजनलाल शर्मा के नाम का प्रस्ताव रखा गया और सभी ने सर्वसम्मति से भजनलाल शर्मा को विधायक दल का नेता चुन लिया ।

रक्षा मंत्री ने बताया कि राजस्थान के दो उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी और प्रेम चंद बैरवा होंगे, जबकि स्पीकर पद के लिए  वासुदेव देवानानी का नाम प्रस्तावित किया गया है . उनके अनुसार भाजपा विधायक दल ने भजनलाल शर्मा को चुना .

उल्लेखनीय है कि शर्मा ब्राह्मण समाज से आते हैं , वो राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे. ध्यान देने वाली बात है कि भजन लाल शर्मा पहली बार विधायक बने हैं. भरतपुर जिला के सांगानेर से विधायक हैं. बीजेपी ने 2023 के विधानसभा चुनाव में वर्तमान विधायक अशोक लौहाटी का टिकट काट कर भजनलाल शर्मा को दिया. भजनलाल शर्मा ने कांग्रेस के पुष्पेंद्र भारद्वाज को 48081 वोटों से शिकस्त दी थी.

इनके साथ ही राज्य में दो उप मुख्यमंत्री एक राजपूत समाज से जबकि दूसरे एस सी समाज से बनाने का फैसला लेकर क्षेत्रीय और जातिगत संतुलन दोनों साधने की कोशिश की गई है. इसका असर आने वाले लोकसभा चुनाव  2024 में देखने को मिल सकता है. इनके साथ ही स्पीकर के पद पर वासदेव देवनानी जो सिन्धी समाज से हैं के नाम का प्रस्ताव किया गया है जिसका सन्देश उस समाज में जाना तय है.

केंद्र में मंत्री के रूप में काम कर रहे जिन नेताओं के नाम की चर्चा जोरों पर थी सभी धरे रह गए और पहली बार के विधायक को सीएम की कुर्सी मिल गई . इससे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर अपनी राजनीतिक फिरकी का परिचय दिया और किसी को भनक नहीं लगने दी. हालांकि यह कहा जा रहा था कि राजस्थान में कोई अपर कास्ट से ही सीएम होगा क्योंकि एम् पी और छत्तीसगढ़ में क्रमशः ओ बी सी (यादव ) और एसटी (आदिवासी ) वर्ग से सीएम बनाए जाने के बाद इसकी संभावना देखी जा रही थी.

बताया जाता है कि इसको लेकर पार्टी नेतृत्व ने गहन मंथन किया . दरअसल, पार्टी के सामने सबसे बड़ी चुनौती वसुंधरा राजे को  मनाना था. इसकी जिम्मेदारी राजनाथ सिंह को पर्यवेक्षक बनाकर दी गई . उनके साथ विनोद तावड़े और सरोज पांडेय को सह-पर्यवेक्षक बनाया गया. तीनों ही नेता आज 12 दिसंबर को जयपुर पहुंचे और विधायकों से मिलने का सिलसिला शुरू हुआ .

पर्यवेक्षकों के जयपुर पहुंचते ही राजनाथ सिंह ने वसुंधरा राजे के साथ होटल ललित में बैठक की. कहा जाता है कि दोनों के बीच  दो बार बैठक हुई.  बैठक के बाद वसुंधरा राजे और राजनाथ सिंह पार्टी ऑफिस के लिए निकले. इस दौरान वसुंधरा मुस्कुरा रहीं थीं. पार्टी ऑफिस में विधायक दल की बैठक से पहले फोटो सेशन हुआ. यहां वसुंधरा राजे आगे की कतार में राजनाथ सिंह और प्रह्लाद जोशी की बगल में बैठीं थीं. इसके बाद विधायक दल की बैठक शुरू हुई.

चर्चा जोरों पर है कि वसुंधरा राजे को विधान सभा स्पीकर पद का ऑफर दिया गया जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया . इससे पूर्व उन्होंने अपने समर्थक विधायकों के साथ कई बार बैठक की ऐसी भी ख़बरें चलती रहीं. फिलहाल भजन लाल शर्मा के नाम पर सहमति बनने के साथ ही कयासों पर विराम लग गया लेकिन वसुंधरा के राजनीतिक भविष्य को लेकर पार्टी नेतृत्व ने क्या निर्णय लिया है इसका जवाब आना बाक़ी है .

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