-नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त पीसी मीणा ने सफाई मुद्दे पर की बैठक
– सफाई कार्य में बाधा उत्पन्न करने वालों के खिलाफ पुलिस विभाग के सहयोग से की जाएगी सख्त कार्रवाई
– श्रमिकों को शांतिपूर्ण हड़ताल का अधिकार, लेकिन आवश्यक सेवाओं में किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप नहीं किया जाएगा स्वीकार
– सभी संयुक्त आयुक्तों, एसडीएम व ड्यूटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में विशेष टीमें तैनात करके सफाई व्यवस्था को किया जाएगा दुरूस्त
– निगमायुक्त के स्पष्ट निर्देश : सडक़ों के किनारों पर नहीं दिखाई देना चाहिए कचरा
– सफाई कर्मचारियों से कार्य पर लौटने की अपील की गई
गुरूग्राम, 9 नवम्बर। नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त पीसी मीणा ने वीरवार को सफाई मुद्दे पर संबंधित अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की तथा सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए हर संभव कार्य करने के निर्देश दिए। बैठक में गुरूग्राम के उपायुक्त निशांत यादव सहित पुलिस विभाग व नगर निगम के अधिकारीगण उपस्थित थे।
बैठक में निगमायुक्त ने कहा कि दिवाली त्यौहार के मद्देनजर अटूट प्रतिबद्धता और दृढ़ संकल्प के साथ सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। इसके तहत चारों जोन क्षेत्रों में अलग-अलग समर्पित टीमों को तैनात किया जाएगा। संयुक्त आयुक्तों के नेतृत्व में और वरिष्ठ स्वच्छता निरीक्षकों के साथ ये टीमें अपने क्षेत्र में चल रहे सफाई कार्य की निगरानी सुनिश्चित करेंगी। टीमें उन क्षेत्रों की पहचान करेंगी, जिन पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है और उत्पन्न होने वाले किसी भी मुद्दे के समाधान के लिए त्वरित कार्रवाई करेंगी। उन्होंने कड़े निर्देश दिए कि अगर कोई व्यक्ति सफाई कार्य में बाधा उत्पन्न करने की कोशिश करेगा तो पुलिस विभाग के सहयोग से उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि हालांकि कर्मचारियों को शांतिपूर्ण हड़ताल करने का अधिकार है, लेकिन आवश्यक सेवाओं में किसी भी तरह की बाधा सहन नहीं की जाएगी और नागरिकों के व्यापक लाभ के लिए इससे सख्ती से निपटा जाएगा। बैठक में सभी सफाई कर्मचारियों से काम पर लौटने की अपील भी की गई।
गुरूग्राम के उपायुक्त निशांत यादव ने सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने में अपना सहयोग देने की बात कही तथा इस बात पर भी चर्चा हुई कि स्थिति को देखते हुए धारा-144 लागू की जा सकती है। उन्होंने शहर में सफाई कार्य के उचित कार्यान्वयन के लिए नगर निगम टीमों के सहयोग के लिए प्रत्येक जोन में एसडीएम और 2 एचीसीएस अधिकारियों को भी तैनात किया।
निगमायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे शहर के सभी संवेदनशील क्षेत्रों का व्यापक निरीक्षण करें और यह सुनिश्चित करें कि वहां पर कचरा पड़ा हुआ ना हो। नगर निगम गुरूग्राम की सर्वोच्च प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि सडक़ के किनो कचरा ना हो, जिससे सभी के लिए स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण में योगदान हो सके। बैठक में पुलिस विभाग नेे इस दौरान शहर में सफाई और स्वच्छता अभियान के लिए सभी एसएचओ को, सभी संयुक्त आयुक्तों को निरंतर सहयोग देने के निर्देश भी दिए गए हैं। निगमायुक्त ने कहा कि अधिकारियों और कर्मचारियों की आवश्यकतानुसार अतिरिक्त पुलिस सहायता तत्कार प्रभाव पर मौके पर पहुंचे।
शहर के अंदर सफाई कार्य में बाधा डालने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश निगमायुक्त द्वारा दिए गए तथा कहा कि ऐसे व्यक्तियों को बिना किसी देरी के एक सूची में रखा जाएगा तथा उन पर कानूनी व अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इन्हें हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से या अन्य किसी भी माध्यम से भविष्य में नौकरी पर नहीं रखा जाएगा।
निगमायुक्त ने कहा कि जो आरडब्ल्यूए उनके क्षेत्रों में काम कर रही एजेंसियों के कार्य से संतुष्ट नहीं हैं, वे संबंधित संयुक्त आयुक्त से संपर्क करें। नगर निगम गुरूग्राम द्वारा उन्हें ट्रैक्टर-ट्रॉली, मैनपावर व अन्य सफाई संसाधन मुहैया करवाए जाएंगे, ताकि वे अपनी निगरानी में सफाई सुनिश्चित करवा सकें। आरडब्ल्यूए को इस तरह का महत्वपूर्ण कार्य सौंपकर एक अधिक कुशल व जवाबदेही प्रणाली सुनिश्चित होगी। आरडब्ल्यूए की भागीदारी और सामुदायिक जुड़ाव की भावना लाती है, जिससे स्वच्दता के समन्वय और प्रभावी कार्यान्व्यन में सुधार होता है।
बागवानी कचरे का उठान शुरू : बैठक में निगमायुक्त द्वारा बागवानी शाखा के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे शहर में पड़े बागवानी कचरे का उठान सुनिश्चित करवाएं। निगमायुक्त द्वारा जारी निर्देशों की पालना में बागवानी शाखा के सहायक अभियंता संजोग शर्मा ने सभी कनिष्ठ अभियंताओं व सुपरवाईजरों को बागवानी कचरे का उठान शुरू करवाने के निर्देश दिए। बागवानी शाखा ने तुरंत प्रभाव से चारों जोनों में बागवानी कचरे का उठान शुरू कर दिया है।