नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने आज संयुक्त रूप से तीन भारतीय सहायता प्राप्त विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया. इनमें अखौरा-अगरतला क्रॉस-बॉर्डर रेल सम्पर्क, खुलना-मोंगला बंदरगाह रेल लाइन और मैत्री सुपर थर्मल बिजली संयंत्र की इकाई – II शामिल हैं.
इस अवसर पर पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि यह बहुत खुशी की बात है, कि हम एक बार फिर, भारत-बांग्लादेश सहयोग की सफलता को सेलिब्रेट करने के लिए एक साथ जुड़े हैं। हमारे संबंध निरंतर नई ऊंचाइयां छू रहे हैं। पिछले 9 वर्षों में हमने मिलकर जितना काम किया है, इतना काम कई दशकों में भी नहीं हुआ था।
प्रधान मंत्री ने कहा कि हमने बॉर्डर पर शांति, सुरक्षा और स्थिरता की बहाली के लिए, दशकों से लंबित, लैंड बाउंड्री एग्रीमेंट किया। और, मैरीटाइम बाउन्ड्री को भी सुलझाया। दोनों देशों के लोगों की साझा अपेक्षाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हमने infrastructure और connectivity के विकास पर विशेष बल दिया।
उन्होंने कहा कि पिछले 9 वर्षों में तीन नई बस सेवाएं शुरू की की गई हैं। इससे ढाका, अगरतला, शिलांग, गुवाहाटी, और कोलकता को आपस में जोड़ा गया। पिछले 9 वर्षों में तीन नई रेल सेवाएं भी शुरू की गईं। 2020 से तो, भारत-बांग्लादेश के बीच कंटेनर और पार्सल ट्रेनें भी चल रही हैं। पिछले 9 वर्षों में Inland Waterways को passenger और goods के यातायात के लिए विकसित किया गया। इसी रास्ते से बांग्लादेश से त्रिपुरा के लिए exports का रास्ता खुल गया है।
उन्होंने कहा कि विश्व का सबसे बड़ा क्रूज़ – गंगा विलास – भारत और बांगलादेश के बीच शुरू होने से पर्यटन को बढ़ावा मिला है। पिछले 9 वर्षों में चिटागोंग और मोंगला पोर्ट के रास्ते से भारत के उत्तर पूर्व के राज्यों को जोड़ा गया है। हमारे कनेक्टिविटी initiatives ने, Covid महामारी के दौरान लाइफ-लाइन का काम किया।
उन्होंने कहा कि ”ऑक्सीजन एक्सप्रेस” ने चार हज़ार टन से ज्यादा लिक्विड medical ऑक्सीजन भारत से बांग्लादेश पहुंचाई।
पिछले 9 सालों में, भारत-बांग्लादेश सीमा क्षेत्र पर, चार नए इमिग्रेशन चेक पोस्ट खोले गए हैं। और, पिछले 9 वर्षों में हमारा आपसी व्यापार लगभग तीन गुना हो गया है।