स्वास्थ्य सेवाओं को अंतिम छोर तक पहुंचाने के उद्देश्य के साथ शुरू हुआ है आयुष्मान भव अभियान : एडीसी

Font Size

– अभियान में जिला में शत प्रतिशत आयुष्मान चिरायु कार्ड बनाने पर रहेगा फ़ोकस, स्वच्छता, अंगदान व रक्तदान के लिए किया जाएगा प्रेरित

– अभियान के तहत जिला में 17 सितंबर को प्रधानमंत्री के जन्मदिवस से 02 अक्तूबर गांधी जयन्ती तक मनाया जाएगा सेवा पखवाड़ा

गुरुग्राम, 15 सितंबर। एडीसी हितेश कुमार मीणा ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को अंतिम छोर तक पहुंचाने के उद्देश्य के साथ राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार 13 सितंबर को आयुष्मान भव नाम से एक राष्ट्रव्यापी अभियान का शुभारंभ किया है। जिला के आखिरी गांव के आखिरी व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने का ‘आयुष्मान भव’ अभियान, अन्त्योदय के आदर्श से प्रेरित है। इस अभियान के तहत प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के जन्म दिवस यानी 17 सितंबर से आरंभ हो कर, 2 अक्टूबर को यानी गांधी जयंती के दिन तक ‘सेवा पखवाड़ा’ का भी आयोजन किया जाएगा। उन्होंने यह बात शुक्रवार को लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस हाल में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कही।

एडीसी ने कहा कि अभियान में ‘आयुष्मान आपके द्वार 3.0’ के तहत सभी लाभार्थियों तक आयुष्मान चिरायु कार्ड पहुँचाना, सभी ग्राम-वासियों को स्वास्थ्य, स्वच्छता और पोषण से जुड़े मुद्दों पर जागरूक बनाने के लिए आयुष्मान सभाओं का आयोजन करना, स्वास्थ्य सेवाओं के समुचित उपयोग को प्रोत्साहन देने के लिए आयुष्मान मेलों का आयोजन करना तथा मेडिकल कॉलेज द्वारा सप्ताह में एक बार सीएचसी के स्तर पर विशेषज्ञों को भेजकर चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि आयुष्मान सभाओं में लाभार्थियों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाने के बारे में समुचित जानकारी दी जाएगी। एडीसी ने कहा कि आयुष्मान भारत चिरायु स्कीम के 1.80 लाख रुपये तक आय वाले परिवारों के निशुल्क तथा 3 लाख रुपए तक की आय वाले परिवारों से 1500 रुपए प्रति परिवार प्रति वर्ष लेकर जिला के नागरिकों के स्वास्थ्य कार्ड भी बनाए जांएगें। वहीं जन-भागीदारी और जन-प्रतिनिधियों की भागीदारी से टीबी जैसी संचारी व अन्य गैर संचारी रोगों, तथा सिकल सेल रोग की रोकथाम, उपचार तथा निराकरण के बारे में लोगों को जागरूक बनाया जाएगा।

एडीसी मीणा ने कहा कि जिला में आयुष्मान भव अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए व्यापक रूपरेखा तैयार की गयी है।
अभियान में जिला स्तर, ब्लॉक तथा पंचायत सभी स्तरों पर भाग लेने वाले संस्थानों, विभागों और व्यक्तियों की भूमिका तय की गयी है। एसजीटी मेडिकल कॉलेज को भी स्वास्थ्य मेलों के आयोजन की ज़िम्मेदारी दी गयी है। एडीसी ने कहा कि भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा सभी गांवो व वार्डो में आयुष्मान योजना के पात्र लाभार्थियों को 31 दिसंबर तक योजना में शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि अभी जिला में 77 प्रतिशत से अधिक पात्र लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। जिला प्रशासन का प्रयास रहेगा कि बचे हुए 23 प्रतिशत लाभार्थियों को नवंबर माह के अंत तक योजना में शामिल किया जाए। कार्यक्रम में स्वास्थ्य सेवाओ के साथ-साथ रक्तदान और अंगदान अभियान भी शामिल है। एडीसी ने जिलावासियों से आह्वान किया कि आपके आसपास जो भी पात्र लाभार्थी है उन्हें इस अभियान से जुड़ने के लिए प्रेरित करें।

प्रेस वार्ता में सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव ने आयुष्मान भव

अभियान के तहत निर्धारित कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि 17 सितंबर 2023 को एसजीटी मेडिकल कॉलेज के साथ एसडीएच फर्रुखनगर एसडीएच पटौदी, एसडीएच सोहना, सीएचसी घंगोला, सीएचसी भोरा कला और सिविल अस्पताल, सेक्टर 10 में स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जाएंगे साथ ही विभिन्न स्थलों पर रक्तदान शिविर आयोजित किए जाएंगे और इन शिविरों में लगभग 1500 यूनिट रक्त एकत्र होने की उम्मीद है। इसी क्रम में 18 सितंबर को सभी स्कूलों में अंगदान शपथ ली जाएगी। 19 सितम्बर को सभी सरकारी स्वस्थ्य केन्द्रो व 23 सितम्बर को सभी निजी स्वास्थ्य केन्द्रों में अंगदान शपथ ली जाएगी। 02 अक्टूबर को सभी गाँव में आयुष्मान सभा आयोजित की जाएगी जिसमें सभी लोगो को स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं के बारे में बताया जाएगा। सेवा पखवाड़ा के दौरान सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वच्छता अभियान भी चलाया जाएगा।

You cannot copy content of this page