सीनियरों ने रैगिंग के दौरान जूनियर छात्र के काटे बाल

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नालंदा मेडिकल कॉलेज में रैगिंग करने की घटना 

पटना :  नालंदा मेडिकल कॉलेज के एक छात्र ने एमसीआई से कॉलेज में सीनियर्स छात्रों द्वारा रैगिंग करने की शिकायत की है। 2016 बैच के छात्र मोबिनकर ने 2015 बैच के जाहिद और अन्य सीनियरों पर बाल काटने का आरोप लगाया है।पीड़ित ने शनिवार की शाम एमसीआई की रैगिंग सेल में ऑनलाइन रिपोर्ट दर्ज कराई है। जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए एमसीआई ने कॉलेज प्रशासन से घटना की रिपोर्ट भेजने को कहा है। इधर, आरोपी छात्र फरार बताया जा रहा है। वर्ष 2016 बैच का छात्र मो. मोबिनकर ने आपबीती बताते हुए कहा कि वर्ष 2015 बैच के छात्र मो. जाहिद ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसके साथ रैगिंग की है। आरोपियों ने उसके सिर का बाल काट दिया है।

 

रैगिंग पर एमसीआई सख्त, एनएमसी में एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक 

एमसीआई के निर्देश के बाद कॉलेज प्रशासन ने भी जांच तेज कर दी है। सोमवार को एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक बुलाई गई ।
अगमकुआं पुलिस ने भी कॉलेज और हॉस्टल जाकर जांच की। छात्रों से पूछताछ की। मामले को तूल पकड़ता देख आरोपी छात्र हॉस्टल से फरार हो गया है। एमसीआई की सक्रियता को देखते हुए कॉलेज प्रशासन ने घटना की छानबीन शुरू कर दी है। इस बाबत सोमवार को एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक में मामले की तहकीकात होगी।

एमसीआई ने दिए सीसीटीवी लगाने का निर्देश

एमसीआई ने कॉलेज कैंपस में सीसीटीवी के साथ ही रैगिंग के खिलाफ जागरूकता से संबंधित पोस्टर लगाने का निर्देश कॉलेज प्रबंधन को दिया है। साथ ही इस मामले पर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट पेश करने को कहा है।

शिकायत पर जूनियर और सीनियर में भिड़ंत

रैगिंग की शिकायत एमसीआई से करने के सवाल पर सीनियर छात्रों ने आपत्ति की। इस पर शनिवार देर रात जूनियर और सीनियर छात्रों में भिड़ंत भी हुई। जूनियर छात्र मोबिनकर ने अगमकुआं में शिकायत की। हालांकि रविवार देर शाम तक रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई थी।

तीन मेडिकल कॉलेजों में पहले भी हो चुकी है रैगिंग

2016 बैच के एमबीबीएस छात्रों के साथ इससे पहले दो मेडिकल कॉलेजों में पहले भी रैगिंग की घटना हो चुकी है। डीएमसी, पीएमसी और आईजीआईएमएस में रैगिंग की घटना होने के बाद कॉलेज प्रशासन हरकत में आया था। डीएमसी में तो एमसीआई की टीम ने कॉलेज में आकर छानबीन की। इस मामले में दो आरोपी छात्रों पर कार्रवाई भी की गई। पीएमसी और आईजीआईएमएस में शिकायत नहीं होने के कारण कॉलेज प्रशासन ने आरोपियों पर कोई कार्रवाई तो नहीं की लेकिन सभी विभागाध्यक्षों को अलर्ट कर दिया गया था। इसके अलावा एंटी रैगिंग कमेटी की सक्रियता बढ़ाई गई उसके बाद घटना पर अंकुश लगाया गया।
डॉ. शिवकुमारी प्रसाद, प्राचार्य, नालंदा मोडिकल कॉलेज ने इस सम्बन्ध में कहा है कि उन्हें इस घटना की जानकारी मिली है। पीड़ित छात्र से बात की गई है। सोमवार को कॉलेज की एंटी रैगिंग सेल इस मामले को देखेगी।

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