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गृह मंत्री भारत के 7 प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों से साइबर वालंटियर स्कवॉड को हरी झंडी दिखाएंगे, श्री अमित शाह एक प्रदर्शनी का उद्घाटन और सम्मेलन पदक का विमोचन भी करेंगे
सम्मेलन का उद्देश्य एक सुरक्षित साइबरस्पेस बनाने और साइबर सुरक्षा से संबंधित चिंताओं को प्राथमिकता देने के लिए वैश्विक साझेदारी बनाना है, यह सम्मेलन नए विचारों और जानकारी के आदान-प्रदान और दुनियाभर के दूरदर्शी लोगों के साथ नेटवर्किंग के लिए एक मंच प्रदान करेगा
गुरुग्राम, 12 जुलाई। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह 13 जुलाई 2023 को हरियाणा के गुरुग्राम में एनएफटी, एआई और मेटावर्स के युग में अपराध और सुरक्षा पर जी-20 सम्मेलनन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करेंगे। गृह मंत्री भारत के 7 प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों से साइबर वालंटियर स्कवॉड को हरी झंडी दिखाएंगे। ये विशेष रूप से चुने गए वालंटियर समाज में साइबर जागरूकता पैदा करने, नुकसानदायक सामग्री की पहचान और उसकी शिकायत करने और समाज को साइबर सुरक्षित बनाने के लिए तकनीकी सहायता प्रदान करने का काम करेंगे। सम्मेलन के दौरान अमित शाह एक प्रदर्शनी का उद्घाटन भी करेंगे और सम्मेलन पदक का विमोचन भी करेंगे। हरियाणा सरकार की ओर से दो दिवसीय कार्यक्रम के पहले दिन सम्मेलन में आने वाले मेहमानों के सम्मान में रात्रि भोज का आयोजन भी किया जाएगा।
गुरुग्राम में दो दिवसीय कार्यक्रम की तैयारियों का बुधवार को पुलिस महानिदेशक पीके अग्रवाल ने निरीक्षण किया। वहीं डीसी निशांत कुमार यादव, सीपी कला रामचंद्रन, डीसीपी ट्रैफिक बीरेंद्र विज, डीसीपी मानेसर मनबीर सिंह सहित अन्य अधिकारी भी साथ रहें।
दो दिवसीय सम्मेलन में भागीदारी करेंगे 900 से अधिक प्रतिभागी
गुरुग्राम में 13 और 14 जुलाई को होने वाले इस दो दिवसीय सम्मेलन में 20 देशों, 9 विशेष आमंत्रित देशों, अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं, प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अग्रणी लोगों, भारत और दुनियाभर के डोमेन विशेषज्ञों सहित 900 से अधिक प्रतिभागी शामिल होंगे। सम्मेलन के लिए विदेशी मेहमानों का आगमन आरंभ हो चुका है और हरियाणा के कला एवं संस्कृति विभाग की ओर से नई दिल्ली स्थित आईजीआई एयरपोर्ट पर प्रदेश की परंपरा के अनुरूप तिलक लगाकर स्वागत किया गया। वहीं गुरुवार को आयोजित होने वाले रात्रिभोज में मेहमानों के लिए हरियाणवी कलाकारों की प्रस्तुति के साथ प्रदेश के परंपरागत व्यंजन भी मेन्यु में शामिल किए गए है। वहीं कार्यक्रम स्थल पर आयोजित होने वाले प्रदर्शनी में हरियाणा सरकार की ओर से साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में चलाए गए उल्लेखनीय कार्यक्रम व उपलब्धियां भी डिस्पले की जाएंगी। सूचना, लोकसंपर्क, भाषा तथा संस्कृति विभाग के साथ पुलिस की ओर से दो अलग-अलग स्टाल पर यह उपलब्धियां फिल्म व ब्रोशर के माध्यम से प्रदर्शित की जाएंगी। जिसमें पंचकूला में साइबर फोरेंसिक लैब की स्थापना, साइबर हेल्प लाइन 1930, 318 साइबर हेल्प डेस्क, 29 साइबर पुलिस स्टेशन आदि प्रमुख कार्यक्रमों का जिक्र किया गया है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में साइबर सुरक्षित भारत का निर्माण गृह मंत्रालय की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में साइबर सुरक्षित भारत का निर्माण गृह मंत्रालय की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। सम्मेलन का उद्देश्य एक सुरक्षित साइबरस्पेस बनाने और साइबर सुरक्षा से संबंधित चिंताओं को प्राथमिकता देने के लिए वैश्विक साझेदारी बनाना है। सम्मेलन के दौरान चर्चा साइबर सुरक्षा और एनएफटी, मेटावर्स और एआई जैसी नई और उभरती तकनीकों के संबंध में साइबर अपराध का मुकाबला करने के उपाय ढूंढने पर केंद्रित होगी।
उल्लेखनीय है कि साइबर सुरक्षा, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुरक्षा संबंधी मामलों का एक अनिवार्य पहलू बन गई है, जिस पर इसके आर्थिक और जियोपॉलिटिकल जटिलताओं के कारण पर्याप्त ध्यान देने की आवश्यकता है। जी-20 मंच पर साइबर सुरक्षा पर अधिक फोकस, सूचना के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे और डिजिटल पब्लिक प्लेटफार्मों की सुरक्षा और अभेद्यता सुनिश्चित करने में सकारात्मक योगदान दे सकता है। जी-20 मंच पर साइबर सुरक्षा और साइबर अपराधों की रोकथाम पर विचार-विमर्श से सूचनाओं को साझा करने में भी मदद मिलेगी।
एनएफटी, एआई और मेटावर्स के युग में अपराध और सुरक्षा पर जी-20 सम्मेलन, नए विचारों और जानकारी के आदान-प्रदान और दुनियाभर के दूरदर्शी लोगों के साथ नेटवर्किंग के लिए एक मंच प्रदान करेगा। इस सम्मेलन में कानूनी क्षेत्र, शिक्षा जगत, प्रशिक्षण संस्थानों, वित्तीय संस्थानों, फिनटेक, सोशल मीडिया संस्थाओं, सूचना और संचार प्रौद्योगिकी, साइबर फॉरेंसिक, नियामकों, स्टार्टअप, ओवर द टॉप (ओटीटी) सेवा प्रदाताओं, ई-कॉमर्स कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाले विश्वस्तरीय साइबर विशेषज्ञ और अतिथि वक्ताओं सहित कई अन्य लोग भी भाग लेंगे। सम्मेलन में सभी केन्द्रीय मंत्रालयों, संगठनों और एजेंसियों के प्रतिनिधि और सभी राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिव, प्रशासक और पुलिस महानिदेशक भी भाग लेंगे।
सम्मेलन में होंगे छ: तकनीकी सत्र और लगेगी प्रदर्शनी
सम्मेलन 13 जुलाई 2023 को प्लेनरी सत्र के साथ शुरू होगा और उसके बाद उद्घाटन सत्र होगा। दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान निम्नलिखित विषयों पर 6 तकनीकी सत्र होंगे। जिनमें पहला इंटरनेट गवर्नेंस-नेशनल रिस्पांसब्लिटी एंड ग्लोबल कॉमन, दूसरा डिजिटलीकरण के अभूतपूर्व पैमाने के बीच डीपीआई को सुरक्षित बनाना डिजाइन, वास्तुकला, नीतियां और तैयारियां, तीसरा विस्तारित वास्तविकता, मेटावर्स और डिजिटल स्वामित्व का भविष्य : कानूनी और नियामक ढांचा, चौथा एआई – चुनौतियां, अवसर और जिम्मेदार उपयोग, पांचवा नेक्टिंग द डॉटस क्रिप्टो करेंसी और डार्कनेट की चुनौतियां और छठा सत्र आईसीटी का आपराधिक उपयोग अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के लिए एक रूपरेखा विकसित करना पर होगा। सम्मेलन के दौरान 6 तकनीकी सत्र और आईसीटी क्षेत्र में काम करने वाले संगठनों/उद्योगों द्वारा राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय उत्पादों और सेवाओं की एक प्रदर्शनी भी आयोजित होगी।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव करेंगे समापन सत्र को संबोधित
केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव 14 जुलाई को सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करेंगे। सम्मेलन का आयोजन केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय, दूरसंचार विभाग और केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो के अलावा इंटरपोल और ड्रग्स और अपराध पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय के साथ मिलकर किया जा रहा है। सम्मेलन के अन्य भागीदारों में राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय, राष्ट्रीय फॉरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय, डेटा सिक्योरिटी काउंसिल ऑफ इंडिया, नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु और अमृता विश्व विद्यापीठम शामिल हैं।