गुडग़ांव, 16 जून : अंतर्राष्ट्रीय योगा दिवस की तैयारियां जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में जोरोशोरों से चल रही हैं। आमजन से भी आग्रह किया जा रहा है कि आगामी 21 जून को आयोजित होने वाले योगा दिवस कार्यक्रम में वे बढ़-चढक़र भाग लें। इसी क्रम में देश की आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने वाली राष्ट्रीय सुरक्षा गारद (एनएसजी) भी योगा दिवस को लेकर कार्यक्रमों का भी आयोजन कर रही है।
गत दिवस देश की राजधानी स्थित ऐतिहासिक लालकिला ग्राउण्ड में एनएसजी के सैकड़ों कमांडों और वरिष्ठ अधिकारियों ने योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें योग की विभिन्न क्रियाओं का अभ्यास मोरारजी देसाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ योगा के योगाचार्यों ने कराए।
एनएसजी के प्रवक्ता से प्राप्त जानकारी के अनुसार योगाचार्यों ने कमांडों व एनएसजी के अधिकारियों को योगा के बारे में
विस्तार से बताते हुए कहा कि योग एक आद्यात्मिक प्रक्रिया है। योग करने से जहां शरीर व मन स्वस्थ रहता है, वहीं योग करने वालों की सोच में भी बड़ा परिवर्तन होता है। योग प्राचीन काल से ही हमारे देश में ऋषि मुनियों द्वारा किया जाता रहा है। तभी तो वे कई-कई वर्ष जीवित रहते थे। आत्मा और परमात्मा के विषय में भी योग का वर्णन श्रीमदभागवत गीता में मिलता है।
योगाचार्यों ने एनएसजी के कमांडों व आमजन से भी आग्रह किया कि वे नियमित रुप से योगाभ्यास करें ताकि शरीर व मन दोनों ही स्वस्थ रह सकें। आने वाले अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को सफल बनाने के लिए उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे इस कार्यक्रम में बढ़-चढक़र भाग लें। प्रवक्ता का कहना है कि इस कार्यक्रम में करीब 500 एनएसजी कमांडों व अधिकारियों ने भी बढ़- चढक़र भाग लिया।