नई दिल्ली : थल सेनाध्यक्ष (सीओएएस) जनरल मनोज पांडे 16 से 17 मई को मिस्र की यात्रा करेंगे। यात्रा के दौरान, सेना प्रमुख मेजबान देश के वरिष्ठ सैन्य नेतृत्व से मुलाकात करेंगे, जहां वे भारत-मिस्र रक्षा संबंधों को आगे ले जाने के तरीकों पर चर्चा करेंगे। वह मिस्र के विभिन्न सशस्त्र बलों के प्रतिष्ठानों का भी दौरा करेंगे और आपसी हित के मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
सेना प्रमुख मिस्र के सशस्त्र बलों के कमांडर-इन- चीफ, रक्षा और सैन्य उत्पादन मंत्री और मिस्र के सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ के साथ बातचीत करेंगे। वह मिस्र के सशस्त्र बल ऑपरेशन्स प्राधिकरण के प्रमुख के साथ व्यापक विचार-विमर्श भी करेंगे।
मिस्र के साथ भारत के सैन्य संबंध बढ़ रहे हैं, जो भारत के 74 वें गणतंत्र दिवस परेड के दौरान स्पष्ट दिखा था। इस परेड में मिस्र के सशस्त्र बलों के एक दल ने अपनी पहली उपस्थिति दर्ज की थी। मिस्र के राष्ट्रपति अब्देह फ़तह अल-सीसी इस परेड के मुख्य अतिथि थे। भारतीय और मिस्र की सेनाओं के विशेष बलों ने इस वर्ष जनवरी में “एक्स सायक्लोन-I” नाम का पहला संयुक्त अभ्यास किया था।
थल सेनाध्यक्ष की यात्रा दोनों सेनाओं के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करेगी और रणनीतिक मुद्दों पर दोनों देशों के बीच घनिष्ठ समन्वय और सहयोग के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगी।