जीयू में “वाणिज्य में समकालीन रुझान और चुनौतियां” विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कांफ्रेंस : पूरे देश भर से जुटे विद्वान

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-रुकना नहीं, झुकना नहीं , डरना नहीं के भाव को मन में लेकर आगे बढे छात्र : पवन जिंदल, उद्योगपति

-नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति छात्र -छात्राओं के लिए मील का पत्थर साबित होगी-प्रो (डॉ.) डब्ल्यू.के.सरवडे

-130 से अधिक शोधार्थियों व विद्यार्थियों द्वारा शोध पत्र प्रस्तुत किए जाएंगे

-जीवन में अनुभवों के द्वारा हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है : विनोद शर्मा

-वाणिज्य की दुनिया लगातार विकसित हो रही है : प्रो. दिनेश कुमार, कुलपति

गुरुग्राम, 27 अप्रैल। गुरुग्राम विवि के कॉमर्स विभाग द्वारा ‘वाणिज्य में समकालीन रुझान और चुनौतियां विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कांफ्रेंस का वीरवार 27 अप्रैल को गुरुग्राम विवि के सभागार में शुभारंभ हुआ। उद्घाटन समारोह में प्रसिद्ध उद्योगपति एवं सामाजिक कार्यकर्ता पवन जिंदल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे ,जबकि प्रो (डॉ) डब्ल्यू.के. सरवडे, भारतीय वाणिज्य संघ के अध्यक्ष ने मुख्य वक्ता एवं विनोद शर्मा, संस्थापक और अध्यक्ष, विनसम एक्सप्रेस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, गुरुग्राम ने विशिष्ठ अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शिरकत की । इस दौरान गुरुग्राम विश्वविद्यालय के कुलपति और कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रो. दिनेश कुमार ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस मौके पर अतिथियों ने कॉमर्स विभाग द्वारा संपादित पुस्तक vol-1 का विमोचन भी किया ।

गुरुग्राम विवि के कॉमर्स विभाग की चेयरपर्सन डॉ. सीमा मेहलावत ने राष्ट्रीय सम्मेलन के लक्ष्यों के बारे में सभी को जानकारी दी । राष्ट्रीय सम्मेलन में 130 से अधिक शोधार्थियों व विद्यार्थियों द्वारा शोध पत्र प्रस्तुत किए जाएंगे । विशेषज्ञों द्वारा अपने शोध कार्य को बेहतर करने के लिए विभिन्न सुझाव भी दिए गए । कार्यक्रम को तीन सत्रों में आयोजित किया गया । पहले सत्र में लेखांकन और वित्त में रुझान और चुनौतियां, दूसरे सत्र में विपणन प्रबंधन और तीसरे सत्र में स्टार्टअप और उद्यमिता में रुझान और चुनौतियां विषय के बारे में छात्रों को बताया गया ।

इस मौके पर मुख्य वक्ता प्रो (डॉ.) डब्ल्यू.के.सरवडे ने छात्र -छात्राओं को नई शिक्षा नीति की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति छात्र -छात्राओं के लिए मील का पत्थर साबित होगी वहीं दूसरी और विशिष्ठ अतिथि विनोद शर्मा ने कहा कि जीवन में अनुभवों के द्वारा हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है । इस मौके पर मुख्य अतिथि पवन जिंदल ने ओमप्रकाश जिंदल, धीरूभाई अम्बानी और नारायण मूर्ति के जीवन का उदाहरण देकर छात्रों को जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि व्यक्ति दृढ संकल्प के साथ अपने जीवन के लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है.

आगे उन्होंने छात्रों को सफल उद्यमी बनने के लिए कॉस्टिंग, क्वालिटी और क्वांटिटी पर जोर देने की बात कही । इस अवसर पर गुरुग्राम विवि. के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने सभी प्रतिनिधियों को संबोधित किया और अध्यक्षीय उद्बोधन दिया। कुलपति ने राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित करने और सीखने और सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए एक मंच देने के लिए टीम को बधाई देते हुए कहा कि वाणिज्य की दुनिया लगातार विकसित हो रही है, जिसमें नई तकनीकें, वैश्विक रुझान और आर्थिक बदलाव व्यवसायों के संचालन के तरीके को प्रभावित कर रहे हैं

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