जिले के 139 विद्यालयों हेतु संपर्क टीवी बॉक्स का वितरण किया गया
विज्ञान बनेगा आसान, संपर्क एस बॉक्स से अब बच्चे सीखेंगे विज्ञान के प्रतिफल
गुरुग्राम । गुरुग्राम जिले में “फन विद साइंस प्रोग्राम” के तहत निदेशालय मौलिक शिक्षा विभाग पंचकूला, हरियाणा की अनुपालना में कक्षा छठी से आठवीं में विज्ञान विषय को पढ़ाने वाले अध्यापकों का दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया । यह प्रशिक्षण संपर्क फाउंडेशन द्वारा डिजाइन की गई पेडागॉजी पर आधारित था जो बच्चो को केंद्र बिंदु में रखकर बनाई गई है । इसके अंतर्गत विज्ञान को और अधिक रुचिकर कैसे बनाया जाए ताकि बच्चों के अंदर विज्ञान विषय को पढ़ने के लिए रुचि पैदा हो सके और एक क्लास रूम में अध्यापक विज्ञान को कितना आसान तरीके से पढ़ा सके, जिससे सीखने के अपेक्षित प्रतिफल में वृद्धि हो सके, इसके बारे में विस्तार रूप में दो दिन का प्रशिक्षण दिया गया । इसके लिए संपर्क फाउंडेशन की टीम ने गुरुग्राम जिले में कक्षा 6 से 8 तक विज्ञान विषय पढ़ाने वाले अध्यापकों को प्रशिक्षण प्रदान किया ।
राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित राष्ट्रीय अवॉर्डी शिक्षक व निपुण हरियाणा मिशन के जिला नोडल अधिकारी मनोज कुमार लाकड़ा ने बताया कि हरियाणा शिक्षा विभाग का यह एक अनूठा प्रयास है जिसमें कक्षा छठी से लेकर कक्षा आठवीं तक के विज्ञान विषय के अध्यापकों को “फन विथ साइंस प्रोग्राम” के अंतर्गत संपर्क फाउंडेशन के संपर्क एस बॉक्स का प्रशिक्षण संपर्क टीम द्वारा दिया गया और सभी अध्यापकों को इस प्रशिक्षण के उपरांत गुरुग्राम जिले के 139 विद्यालयों हेतु संपर्क टीवी बॉक्स का भी वितरण किया गया । इस संपर्क एस बॉक्स में मौलिक शिक्षा विभाग द्वारा निर्धारित कक्षा 6 से 8 तक की विज्ञान विषय की किताबों के सभी पाठों पर आधारित विडियो, प्रयोग विडियो, विज्ञान गीत, टर्मनोलॉजी वीडियो, गतिविधियां, वर्कशीट्स तथा संपर्क दीदी के सवाल भी दिए गए है । जिसके माध्यम से कक्षा कक्ष का माहौल और अधिक उत्साहवर्धक होगा और छात्रों में वैज्ञानिक कौशल का विकास होगा ।
जिले के जिला विज्ञान विशेषज्ञ सुरेंद्र लोहचव ने बताया कि इस दो दिवसीय अध्यापक प्रशिक्षण का आयोजन राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सुशांत लोक सेक्टर 43 तथा राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पटौदी में किया गया और इसमें भारत के विभिन्न राज्यों से आए संपर्क फाउंडेशन टीम के मास्टर ट्रेनर्स के द्वारा यह प्रशिक्षण दिया गया है । गुरुग्राम व सोहना ब्लॉक के अध्यापकों को संपर्क फाउंडेशन के मास्टर ट्रेनर्स अंकित पाठक, सुयश राय, गौरव सैनी, मनीष शर्मा व मुकेश ने प्रशिक्षण दिया । वही पटौदी व फरुखनगर ब्लॉक के अध्यापकों को सलिल श्रीवास्तव व ललित ने प्रशिक्षित प्रदान किया । जिला समन्वयक एफएलएन मनोज कुमार लाकड़ा ने प्रशिक्षण का उद्घाटन किया तथा जिला विज्ञान विशेषज्ञ श्री सुरेंद्र लोहचव तथा डायट गुरुग्राम प्रवक्ता श्रीमती इंदुबाला यादव के द्वारा प्रशिक्षण का निरीक्षण किया तथा अध्यापकों को प्रशिक्षण से संबंधित जरूरी निर्देश भी दिए ।
जिले के संपर्क फाउंडेशन जिला संयोजक अंकित पाठक ने प्रशिक्षण के दौरान बताया कि यह संपर्क टीवी बॉक्स किस प्रकार कक्षा कक्ष में विज्ञान को जीवंत करता है, इसके माध्यम से कैसे पढ़ना और पढ़ाना दोनों आसान व रुचिकर हो सकता है । संपर्क फाउंडेशन के मास्टर ट्रेनर श्री सुयश राय ने संपर्क टीवी का प्रशिक्षण के दौरान डेमोंसट्रेशन भी किया तथा उसके मूलभूत गुणों को बताया । वही दूसरे बैच में गौरव सैनी, मुकेश व मनीष शर्मा ने बताया कि कैसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में बताए गए 21वीं सदी के कौशल को संपर्क फाउंडेशन के इस “फन विद साइंस प्रोग्राम” में समाहित किया गया है तथा संपर्क फाउंडेशन द्वारा डिजाइन किए गए रिसोर्स को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप बनाया गया है । जिससे बच्चों में विज्ञान विषय को लेकर भय कम हो व इसमें रुचि पैदा हो और बच्चे खेल-खेल में विज्ञान विषय के सभी कठिन शब्द से लेकर विज्ञान मॉडल को तैयार कर सकते हैं । और कठिन से कठिन विज्ञान शब्दावली को याद कर सकते हैं तथा विज्ञान के सभी कांसेप्ट आसानी से समझ सकते हैं । इस संपर्क एस बॉक्स के माध्यम से बच्चों के अंदर वैज्ञानिक जांच कौशल आसानी से विकसित किया जा सकता है । इन सभी रिसोर्सेज का प्रयोग करने से बच्चों में विज्ञान को करके सीखने की भावना, समझने की क्षमता तथा वैज्ञानिक कौशल उत्पन्न हो जाता है ।
पटौदी ब्लॉक में चल रहे प्रशिक्षण प्रोग्राम में ललित कुमार व सलिल श्रीवास्तव जी ने बताया कि विज्ञान को स्मार्ट टीवी के माध्यम से कैसे मनोरंजन के साथ-साथ पढ़ा जा सकता है और इसके सभी कॉन्सेप्ट्स को आसानी से सीखा जा सकता है।
प्रशिक्षण के अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य दिनेश ने अध्यापकों का मनोबल बढ़ाया व संपर्क एस बॉक्स का वितरण किया । प्रशिक्षण में आए हुए अध्यापकों ने “फन विद साइंस प्रोग्राम” की काफी सराहना की व बताया कि यह हमारे कक्षा कक्ष को कैसे जीवंत करता है तथा इसके द्वारा हमारा पढ़ाना आसान हो जाएगा ।