नई दिल्ली : भारत और मालदीव ने 19 मार्च को माले में चौथे डिफेंस को-ऑपरेशन डायलॉग (डीसीडी) यानी रक्षा सहयोग संवाद का आयोजन किया। इस संवाद की अध्यक्षता रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने और उनके मालदीव के समकक्ष चीफ ऑफ डिफेंस फोर्स, मालदीव्स नेशनल डिफेंस फोर्सेज मेजर जनरल अब्दुल्ला शमाल दोनों ने की।
यह डीसीडी दोनों देशों के बीच सबसे बड़ा संस्थागत परस्पर संवादात्मक तंत्र है। दोनों सशस्त्र बलों के बीच भविष्य में संबंधों के निर्धारण में इसकी अहमियत को देखते हुए दोनों देश इन वार्ताओं को महत्व देते रहे हैं। संवाद के दौरान, वर्तमान में जारी रक्षा सहयोग से जुड़ी गतिविधियों की समीक्षा की गई और दोनों पक्षों ने बढ़ते जुड़ाव पर संतोष जाहिर किया। वार्ता में मौजूदा द्विपक्षीय अभ्यास शामिल थे और इस दौरान दोनों देशों ने इन अभ्यासों की जटिलता को बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की।
भारत और मालदीव के सशस्त्र बलों द्वारा कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग की तलाश जारी है और बढ़ती हुई व्यस्तता द्विपक्षीय संबंधों के भविष्य के लिए एक सकारात्मक संकेत है। श्री गिरिधर अरमाने ने मेजर जनरल अब्दुल्ला शमाल और उनके प्रतिनिधिमंडल को एक सार्थक संवाद के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि भारत चौथे डीसीडी में बनी आम समझ के आधार पर जुड़ाव जारी रखने के लिए तत्पर है।
मालदीव के भ्रमण के दौरान, रक्षा सचिव ने रक्षा मंत्री सुश्री मारिया अहमद दीदी और विदेश राज्य मंत्री श्री अब्दुल्ला शाहिद से भी मुलाकात की।