नई दिल्ली : राजेश मल्होत्रा ने आज पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) के प्रधान महानिदेशक के रूप में कार्यभार संभाल लिया है। श्री मल्होत्रा ने कल सत्येन्द्र प्रकाश की सेवानिवृत्ति के बाद पदभार संभाला है।
1989 बैच के भारतीय सूचना सेवा (आईआईएस) अधिकारी राजेश मल्होत्रा इसके पूर्व जनवरी 2018 से वित्त मंत्रालय में काम कर रहे थे। उन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान वित्त मंत्रालय में कुशलतापूर्वक मीडिया और संचार नीति का संचालन किया, जो केंद्र सरकार द्वारा घोषित विभिन्न आत्मनिर्भर भारत पैकेजों के मद्देनजर थी, जिसके तहत लोगों को राहत देने का काम किया जा रहा था। इस तरह आर्थिक संतुलन कायम रखने का काम किया गया।
श्री मल्होत्रा को वित्त, कंपनी मामलों, कृषि, बिजली, कोयला, खान, संचार और आईटी, कपड़ा, श्रम, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा सहित केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों/विभागों के लिए मीडिया और संचार रणनीतियों की योजना और कार्यान्वयन में 32 से अधिक वर्षों का अनुभव है। इसके अलावा, वे 21 वर्षों (1996-2017) के लिए मीडिया और संचार के प्रभारी के रूप में भारत निर्वाचन आयोग के साथ जुड़े रहे। इस दौरान लोकसभा के छह आम चुनावों के दौरान मीडिया और संचार रणनीतियों की योजना बनाई गई और उन्हें लागू किया गया, साथ ही कई राज्य विधानसभा चुनावों और भारत के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के लिए चुनाव हुए। इस कार्यकाल के दौरान श्री मल्होत्रा ने 12 मुख्य चुनाव आयुक्तों के साथ मिलकर काम किया।
श्री मल्होत्रा ने आईएमटी, गाजियाबाद से बिजनेस मैनेजमेंट में स्नातकोत्तर डिप्लोमा और नालसार, हैदराबाद से मीडिया विधि में स्नातकोत्तर डिप्लोमा किया है। इसके अलावा, वे कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय से सार्वजनिक नीति विश्लेषण पर अल्पकालिक पाठ्यक्रम, थॉमसन फाउंडेशन, ब्रिटेन में मीडिया प्रबंधन और रणनीतियों और नई दिल्ली में आईआईएम लखनऊ द्वारा आयोजित ‘मार्केटिंग: द विनिंग कॉन्सेप्ट्स एंड प्रैक्टिसेज’ पर कार्यक्रम का भी हिस्सा रहे हैं। वे इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया के फेलो सदस्य भी हैं और उनके पास कानून की डिग्री भी है।
एक प्रवक्ता के रूप में श्री मलहोत्रा को एक ओर सरकार और दूसरी ओर मीडिया के बीच ‘दो-तरफा’ संचार चैनलों को सफलतापूर्वक स्थापित करने का अनुभव है। वे अपने विशिष्ट करियर में विभिन्न मंत्रालयों में रहते हुये विभिन्न कार्यों के दौरान जब भी कोई संकट की स्थिति पैदा हुई है, तो उन्होंने उसका सफलतापूर्वक प्रबंधन किया है। इस दौरान उन्होंने यह सुनिश्चित भी किया कि मीडिया को केवल सही परिप्रेक्ष्य/जानकारी प्रसारित की जाए। उन्हें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों/कार्यक्रमों के लिए मीडिया कवरेज के समन्वय का व्यापक अनुभव भी है; इस क्रम में वे अपने करियर के दौरान भारत के विभिन्न मंत्रिस्तरीय प्रतिनिधिमंडलों का अभिन्न हिस्सा रहे हैं।