गुरुग्राम, 28 फरवरी। आजादी के अमृत काल में इफको गुरुग्राम द्वारा नैनो यूरिया तरल जागरूकता अभियान के तहत सहकारी कार्यकर्ता प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। दी गुड़गांव केन्द्र सहकारी बैंक की सभागार में आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में विकास अधिकारी छैलू राम बतौर मुख्यातिथि आमंत्रित थे। कार्यक्रम में नैनो यूरिया तरल के उपयोग व महत्व, संतुलित खाद कार्यक्रम, इफको के जल विलय व जैव उर्वरको, एफपीओ के गठन व एफपीओ कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में बताया कि अधिक यूरिया के प्रयोग के कारण मिट्टी के स्वास्थ्य में निरंतर गिरावट आ रही है। खेतों में किसानों द्वारा जो दानेदार यूरिया प्रयोग में लाया जा रहा है। उसका केवल 30 प्रतिशत ही फसल को प्राप्त होता है। शेष 70 प्रतिशत मात्रा भूमिगत जल व हवा में वायु प्रदुषण का कारण बनती है। नैनो यूरिया तरल पर्यावरण हितेषी है।
नैनो यूरिया की 500 मिली मात्रा एक बोरा दानेदार यूरिया के बराबर काम करती है। वहीं इसके प्रयोग से भूमिगत जल व वायु प्रदूषण भी कम होता है। इस दौरान प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रश्नोत्तरी का भी आयोजन किया गया था जिसमे विजेता रहे प्रतिभागियों को एनपीके कंसोटिया सागरिका तरल व नैनो यूरिया वितरित की गई।
इस अवसर पर गुड़गांव केंद्रीय सहकारी बैंक लि. गुड़गांव के विकास अधिकारी धर्मवीर, इफको गुरुग्राम के उप-महाप्रबन्धक राजेंद्र कुमार, इफको पलवल के मुख्य क्षेत्र प्रबंधक रोहतास कुमार, एफपीओ के राज्य संयोजक अरशद हुसैन सहित सहकारी समितियों के प्रबन्धक, विक्रेताओं व एफपीओ के खाद विक्रेता उपस्थित रहे।