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- सूचना, लोक संपर्क, भाषा तथा संस्कृति विभाग हरियाणा की चार दिवसीय कार्यशाला स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद हॉल में जारी
- कार्यशाला के दूसरे दिन हुआ क्षेत्रीय प्रचार दल के प्रभावी इस्तेमाल, प्रचार के महत्वपूर्ण विषय, मंच संचालन कला पर मंथन तथा नए विकास गीत किए तैयार
गुरुग्राम, 21 फरवरी। आजादी के अमृत महोत्सव श्रृंखला के तहत सूचना, लोक संपर्क, भाषा तथा संस्कृति विभाग हरियाणा द्वारा स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद हॉल में गुरुग्राम, फरीदाबाद व रोहतक मंडल के जिलों की चार दिवसीय कार्यशाला जारी है। कार्यशाला के दूसरे दिन मंगलवार को संगीत विशेषज्ञों, सूचना, लोकसंपर्क, भाषा तथा संस्कृति विभाग हरियाणा के सेवानिवृत अधिकारियों ने प्रतिभागी भजन पार्टी व खण्ड प्रचार कार्यकर्ताओं को क्षेत्रीय प्रचार दल के प्रभावी इस्तेमाल की रणनीति, प्रचार के लिए महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा, मंच संचालन की कला तथा नए विकास गीत व धुन तैयार करने के विषय में प्रेरित किया। प्रचार के लिए महत्वपूर्ण विषय पर आयोजित सत्र में विभाग के सेवानिवृत संयुक्त निदेशक महिपाल सिंह, सेवानिवृत डीआईपीआरओ रणबीर दहिया, सेवा निवृत्त सांग एण्ड ड्रामा ऑफिसर राजबीर भारद्वाज तथा ड्रामा इंस्पेक्टर पवन कुमार ने प्रतिभागियों को वर्तमान समय की चुनौतियों और अनुभव के आधार पर स्वयं को अपडेट करने की कला के बारे में जानकारी दी।- महिपाल सिंह ने प्रचार को प्रभावी बनाने के गुर सिखाते हुए कहा कि नीति निर्माता यानी सरकार व लाभार्थी यानी आमजन के बीच आप एक सेतु का काम करते हैं। ऐसे में आपको अपने साजो व गायकी को बरकरार रखते हुए अपना अंदाज बदलना होगा। आज समाज में बड़ी तेजी के साथ परिवर्तन हो रहा है ऐसे में आप अपनी प्रासंगिकता बनाएं रखने पर फोकस रखें, तभी आपकी कला सार्थक है। आप को ऐसे गीत तैयार करने चाहिए जो सुनने वाले लोगों के लिए रुचिकर हो साथ ही सरकार की जन कल्याणकारी नीतियों का संदेश भी धरातल पर पहुंच पाए।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए विभाग के सेवानिवृत्त डीआईपीआरओ आर.इस दहिया ने कहा कि प्रचार अमला सरकार की नीतियों को धरातल पर जाकर प्रचारित करता है। आप ग्रामीणों की सरल भाषा में ही उन्हें उन योजनाओं के बारे में बतायें और स्कीमों का लाभ लेने के लिए क्या करना होगा, इसके बारे में भी लोगों का मार्गदर्शन करें ताकि सभी पात्र व्यक्ति उन योजनाओं का लाभ उठा सक़ें। उन्होंने कहा कि जनसम्पर्क विभाग के प्रचार अमले को सरकार की आंख व कान कहा जाता है, इसलिए वे सरकार की नीतियों का प्रचार करने के साथ-साथ उन नीतियों पर लोगों की प्रतिक्रिया से भी सरकार को अवगत करवाएं।
वहीं दूसरे दिन के पहले सत्र में क्षेत्रीय दल के प्रभावी इस्तेमाल की रणनीति पर चर्चा हुई जिसमें विशेषज्ञ के तौर पर राजकीय कन्या महाविद्यालय सेक्टर 14 के संगीत विषय के प्राध्यापक लोकेश कुमार ने प्रचार मंडलियों व खंड प्रचार कार्यकर्ताओं को संगीत व वाद्य यंत्रों की बारीकियां सिखाई। उन्होंने कहा कि सभी को फील्ड में अपनी प्रस्तुतियों के समय मनोरंजन व सरकार की प्राथमिकताओं में संतुलन बनाएं रखना है। उन्होंने कहा कि कोई भी प्रस्तुति तभी तक व्यवहारिक है जब उसमें संतुलन का अनुपात बना रहे।
कार्यक्रम में सूचना, लोकसंपर्क, भाषा तथा संस्कृति विभाग हरियाणा के संयुक्त निदेशक (एनसीआर) रणबीर सिंह सांगवान व डीआईपीआरओ बिजेंद्र कुमार ने कार्यशाला के उद्देश्यों व रूपरेखा पर प्रकाश डाला। कार्यशाला के दो दिनों में विभाग के सेवानिवृत गीत व नाटक अधिकारी राजबीर भारद्वाज तथा ड्रामा इंस्पेक्टर पवन कुमार के मार्गदर्शन में अभी तक करीब एक दर्जन नए विकास गीत तैयार किए हैं।
कार्यशाला में तीसरे दिन का कार्यक्रम
सूचना, लोक संपर्क, भाषा तथा संस्कृति विभाग हरियाणा द्वारा स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद हॉल में गुरुग्राम, फरीदाबाद व रोहतक मंडल के जिलों की चार दिवसीय कार्यशाला के तीसरे दिन बुधवार को गीत संगीत में बदलाव तथा आईटी के इस्तेमाल से पारंपरिक प्रचार माध्यमों को प्रभावी बनाने पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। तीसरे दिन के कार्यक्रम में अलग-अलग सत्रों में क्षेत्रीय प्रचार अमले का प्रेजेन्टेशन नए विकास गीत तैयार करना तथा मंच संचालन व जन कल्याणकारी कार्यक्रमों के प्रस्तुतिकरण पर भी विशेषज्ञ उपयोगी जानकारी देंगे। तीसरे दिन के कार्यक्रम में डा. राजकुमार तेवतिया, संगीत विशेषज्ञ व डा. हनीफ सहित अन्य विशेषज्ञ इन सत्रों को संबोधित करेंगे।