नई दिल्ली : भारत-मंगोलिया संयुक्त कार्य समूह की 11वीं बैठक आज 10 फरवरी को नई दिल्ली में आयोजित की गई। दोनों पक्षों ने विभिन्न द्विपक्षीय रक्षा सहयोग पहलों की प्रगति की समीक्षा की, सहयोग के मौजूदा क्षेत्रों को और बढ़ाने के लिए उपायों की पहचान की और इस सम्बन्ध में स्पष्ट कदम उठाए। बैठक के दौरान, दोनों पक्षों ने कोविड-19 महामारी से जुडी बाधाओं के बावजूद दोनों देशों के बीच चल रहे रक्षा सहयोग पर संतोष व्यक्त किया।
डॉ. अजय कुमार, संयुक्त सचिव, रक्षा मंत्रालय, भारत और ब्रिगेडियर जनरल गनखुयाग दावगदोर्ज, राज्य सचिव, रक्षा मंत्रालय, मंगोलिया की सह-अध्यक्षता में, संयुक्त कार्य समूह महामारी के बाद पहली बार व्यक्तिगत रूप से मिले। दोनों पक्षों ने दोनों देशों के बीच बढ़ते संबंधों को स्वीकार किया।
ध्यान देने योग्य है कि भारत ने 1955 में मंगोलिया के साथ राजनयिक संबंध स्थापित किए थे। उलानबटार में भारतीय रेजिडेंट मिशन 1971 में खोला गया था। इस संबंध को 2015 में “रणनीतिक साझेदारी” में अपग्रेड किया गया था, जब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने मंगोलिया का दौरा किया था और मंगोलिया को ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ का एक आवश्यक घटक घोषित किया था।