हरेरा के गठन से बीते पांच साल में ढाई लाख लोगों को मिला निर्धारित समय पर पजेशन : डा. केके खंडेलवाल

Font Size

– हरेरा गुरुग्राम ने पांच साल में लिए 7000 से अधिक निर्णय, 25509 मामलों का निवारण, 2.54 लाख इकाइयों का हैंडओवर सुनिश्चित
– हरेरा के चेयरमैन डा. के के खंडेलवाल ने 5 वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर उपलब्धियों की दी जानकारी

गुरुग्राम, 04 फरवरी।  हरियाणा रियल एस्टेट नियामक प्राधिकरण (हरेरा), गुरुग्राम के पांच साल पूरे होने पर, अध्यक्ष डॉ के के खंडेलवाल ने कहा कि हरेरा अदालत ने बीते पांच वर्षों के दौरान 7000 से अधिक फैसले तय किए हैं। हरेरा की गतिविधियों से बीते पांच वर्ष के दौरान 2.5 लाख लोगों को बिल्डर्स ने निर्धारित समय पर पजेशन दिए। उन्होंने यह बात हरेरा अध्यक्ष के तौर पर अपना कार्यकाल पूरा होने पर शनिवार को पीडब्ल्यूडी विश्राम गृह में मीडिया से बातचीत के दौरान यह बात कही.

डा. के के खंडेलवाल ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सरकार ने 5 फरवरी 2018 को हरेरा गुरुग्राम की स्थापना की थी और उन्हें इसका अध्यक्ष नियुक्त किया था। हरेरा गुरुग्राम ने 4 फरवरी, 2023 को पांच साल पूरे कर लिए है। हरेरा चेयरमैन के कार्यकाल के अंतिम कार्य दिवस पर डा. खंडेलवाल ने कहा “मुख्यमंत्री का दृष्टिकोण घर खरीदारों को राहत देना और रियल एस्टेट क्षेत्र को बढ़ावा देने में मदद करना था। हरेरा गुरुग्राम ने पांच साल में यह काम बखूबी किया है और आगे भी अथॉरिटी अच्छा काम करती रहेगी।

उन्होंने कहा कि पांच साल के कार्यकाल में वैश्विक महामारी देखी गई जिसने अदालत के कामकाज को भी प्रभावित किया। इसके बावजूद हरेरा ने पांच साल के कार्यकाल में 900 दिन सफलतापूर्वक काम किया। हरेरा गुरुग्राम में प्रतिदिन 60 से 100 मामलों की सुनवाई की और रोजाना 8 से 10 फैसले सुनाए। उन्होंने इस बात का विशेष रूप से जिक्र करते हुए बताया कि “ हरेरा ने विलंबित कब्जा शुल्क (डीपीसी) के 4115 मामलों का फैसला किया है जिसमें शिकायतों को डिफॉल्टर प्रमोटरों से 3500 करोड़ रुपये मिले। इसी तरह कोर्ट ने रिफंड की शिकायतों के 2246 मामलों का फैसला किया जिसमें प्रमोटरों से 2500 करोड़ रुपये का रिफंड उपभोक्ताओं को मिला। रेरा से पहले के दौर में प्रमोटरों से इस तरह की वसूली अविश्वसनीय थी।‘
डॉ. खंडेवाल ने कहा कि हरेरा ने मील का पत्थर स्थापित किया है, जिससे प्रमोटरों को समय पर परियोजनाओं को पूरा करना और प्रतिबद्धता के अनुसार इकाइयों को हैंडओवर करना सुनिश्चित हुआ है। अब प्रमोटर नियमों और अधिनियमों का पालन कर रहे हैं। और वर्तमान में, प्राधिकरण के पास पंजीकृत विभिन्न परियोजनाओं में 3.5 लाख से अधिक इकाइयां सीधे इसकी देखरेख में हैं। प्रमोटरों द्वारा 2.54 लाख से अधिक इकाइयों को पहले ही आवंटियों को वितरित किया जा चुका है। यह एक बड़ी उपलब्धि है।

उन्होंने बताया कि हरेरा गुरुग्राम को अब तक 25509 शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें से 12640 मामलों को शिकायतकर्ताओं द्वारा अदालत के माध्यम से आगे बढ़ाया गया और शेष 12869 मामलों को हरेरा के हस्तक्षेप के कारण अदालत के बाहर पक्षों के बीच सुलझा लिया गया है।

अधिवक्ताओं ने किया डा. के के खंडेलवाल का अभिनन्दन

प्रेस कॉन्फ्रेंस के उपरांत डा. के के खंडेलवाल को कार्यकाल पूरा करने पर अधिवक्ताओं द्वारा सम्मानित किया गया। अधिवक्ताओं से बातचीत के दौरान डा. खंडेवाल ने कहा, उन्होंने हरियाणा सरकार की अपेक्षाओं के अनुसार रियल एस्टेट क्षेत्र को सुव्यवस्थित करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ काम किया। रियल एस्टेट (विनियमन और विकास) अधिनियम, 2016 भारत की संसद का एक अधिनियम है जो घर खरीदारों की रक्षा करने के साथ-साथ रियल एस्टेट उद्योग में निवेश को बढ़ावा देना चाहता है। अधिनियम त्वरित विवाद समाधान के लिए एक सहायक निकाय के रूप में भी कार्य करता है।

हरेरा सदस्यों ने की डा. के के खंडेलवाल के कार्यकाल की सराहना

इस दौरान हरेरा गुरुग्राम के सदस्य वी के गोयल ने कहा, प्राधिकरण के चेयरमैन डॉ. खंडेवाल की अध्यक्षता में विभिन्न मुद्दों पर अग्रणी आदेशों की घोषणा हुई है। उनका मार्गदर्शन विभिन्न मुद्दों को हल करनेमके सराहनीय रहा है। वहीं अशोक सांगवान ने कहा, ‘’डॉ. खंडेवाल हमारे मार्गदर्शक थे। उन्हें पता था कि चीजों को कैसे हैंडल करना है जो एक बेहतरीन गुण है। मैंने अपने सेवा करियर के दौरान उनके साथ लंबे समय तक काम किया है। संजीव कुमार अरोड़ा ने कहा कि डॉ खंडेवाल सभी ट्रेडों के मास्टर हैं। मुझे उनके मार्गदर्शन में काम करने का सौभाग्य मिला है।

You cannot copy content of this page