अंत्योदय परिवारों के लिए वरदान साबित हो रही चिरायु हरियाणा योजना
लाभार्थियों ने मुख्यमंत्री का जताया आभार, कहा-मुफ्त ईलाज की सुविधा देकर सरकार ने उनका जीवन किया सरल
चिरायु योजना के तहत 44 लाख से ज्यादा व्यक्तियों के गोल्डन कार्ड बने
चंडीगढ़, 7 जनवरी : हरियाणा सरकार द्वारा प्रदेश के अंत्योदय परिवारों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से शुरू की गई चिरायु हरियाणा योजना उनके लिए वरदान साबित हो रही है। महंगी बिमारियों के ईलाज के खर्च के कारण अब इन परिवारों पर आर्थिक बोझ नहीं पड़ रहा है। यह कहना है चिरायु हरियाणा योजना के लाभार्थियों का, जो आज ऑडियो कान्फ्रैसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल से सीधा संवाद कर रहे थे।
इस संवाद कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा स्वाभिमान और स्वावलंबन पर निरंतर कार्य कर रही है। जब कभी गरीब परिवार पर किसी बीमारी का संकट आता है तो वह आर्थिक बोझ के कारण और भी टूट जाता है। ऐसे परिवारों की चिंता करते हुए ही राज्य सरकार ने आयुष्मान भारत योजना की तर्ज पर 21 नवम्बर , 2022 को चिरायु हरियाणा योजना शुरू की है। इसके तहत सालाना 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज की सुविधा प्रदान की जा रही है। 21 नवम्बर , 2022 से अब तक 10 हजार 378 लागों को मुफ्त इलाज प्रदान किया जा चुका है। इस पर हुए 19 करोड़ 13 लाख रुपये का खर्च सरकार ने उठाया है ।
उन्होंने कहा कि पहले उन परिवारों को बी.पी.एल में शामिल किया गया था जिनकी वार्षिक आय 1 लाख 20 हजार रुपये से कम थी। राज्य सरकार ने यह आय सीमा बढाकर 1 लाख 80 हजार रुपये वार्षिक कर दी। इससे अनेक नए परिवार बी.पी.एल. में आ गए। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2018 में आयुष्मान भारत – प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना शुरू की थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार के मानदण्डों के अनुसार आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी परिवारों का चयन आर्थिक सामाजिक व जातीय जनगणना-2011 के आधार पर किया गया है। इसके अनुसार हरियाणा में 15,51,798 परिवार इस योजना में कवर हो रहे थे। इनमें से लगभग 9 लाख परिवार इस योजना का लाभ उठा रहे थे। चिरायु योजना लागू करने से प्रदेश में अब लगभग 20 लाख परिवार और इस योजना में आ गए हैं। अब 28,89,036 परिवार कवर हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार ने वर्ष 2023 को अंत्योदय आरोग्य वर्ष के रूप में मनाने का संकल्प लिया है। इस वर्ष के दौरान हमारा यही प्रयास है कि हर व्यक्ति निरोगी रहे और बिमार न हो। परंतु फिर भी यदि बिमारी रूपी संकट गरीब परिवारों पर आता है तो वे आयुष्मान भारत तथा चिरायु हरियाणा योजना का लाभ उठाएं।
लाभार्थियों ने मुख्यमंत्री का जताया आभार, कहा-मुफ्त ईलाज की सुविधा देकर सरकार ने उनका जीवन किया सरल
संवाद कार्यक्रम के दौरान फरीदाबाद से बिमला ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आयुष्मान भारत योजना चलाकर सरकार ने गरीब परिवारों का कल्याण किया है। उन्होंने बताया कि उनकी बिमारी के इलाज पर लगभग 1 लाख रुपये का खर्च हुआ, जो सरकार ने वहन किया। यह बहुत ही अच्छी सुविधा सरकार ने बनाई है। इसी प्रकार, अंबाला कैंट से जुड़े अनिल ने बताया कि उनका भी लगभग 45 हजार रुपये तक का ईलाज का खर्च आया था, लेकिन सरकार की योजना के कारण उन पर किसी भी प प्रकार का आर्थिक भार नहीं पड़ा है, इसके लिए मुख्यमंत्री व हरियाणा सरकार का धन्यवाद। झज्जर से बिट्टू ने बताया कि उनके दिल का ऑपरेशन हुआ था, जिस पर भारी भरकम बिल आया लेकिन उनका ईलाज मुफ्त हुआ, इसके लिए सरकार का बहुत-बहुत धन्यवाद। इसी प्रकार अन्य लाभार्थियों ने भी मुख्यमंत्री और हरियाणा सरकार का आभार व्यक्त किया कि सरकार ने गरीबों के कल्याण के लिए यह योजना चलाई है।
चिरायु योजना के तहत 44 लाख से ज्यादा व्यक्तियों के गोल्डन कार्ड बने
श्री मनोहर लाल ने कहा कि चिरायु योजना शुरू करने से पहले आयुष्मान भारत योजना में प्रदेश के 28,89,287 व्यक्तियों के गोल्डन कार्ड बनाए गए थे। चिरायु योजना के तहत अब 44,15,771 और व्यक्तियों के गोल्डन कार्ड बन चुके हैं। इन्हें मिलाकर गोल्डन कार्ड पाने वालों की संख्या बढ़कर 73 लाख से अधिक हो गई है। इस माह के अंत तक सब लाभर्थियों के गोल्डन कार्ड बना दिए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत प्रदेश में कुल 715 अस्पताल सूचीबद्ध हैं, जिनमें 539 निजी अस्पताल और 176 सरकारी अस्पताल शामिल हैं। जरूरत पड़ने पर इन सब अस्पतालों में लाभार्थियों को अपना गोल्डन कार्ड लेकर जाना है और उन्हें स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिलेगा।
पीपीपी की गड़ीबड़ी के कारण राशन कार्ड कटा है, तो नागरिक 18001802087 और 1967 टोल फ्री नंबरों पर करें संपर्क
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा परिवार पहचान पत्र के माध्यम से अंत्योदय परिवारों को सरकारी योजनाओं का लाभ तेज गति और पारदर्शी तरीके से दिया जा रहा है। हालांकि, पीपीपी में परिवारों के विवरण में कुछ गलतियां सामने आ रही हैं, जिन्हें लाभार्थी अतिरिक्त जिला उपायुक्तों व एसडीएम कार्यालयों में जाकर अपनी इन गड़बड़ियों को ठीक करवा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि अब पीपीपी के माध्यम से राशन कार्ड भी ऑनलाइन बनाये जा रहे हैं। 1.80 लाख वार्षिक आय के मादनंड अनुसार 12 लाख नये परिवार बीपीएल सूची में शामिल हुए हैं। यदि किसी का राशन कार्ड पीपीपी में गलत विवरण के कारण कटा है तो वे अपना विवरण ठीक करवायें और उनके द्वारा दर्ज जानकारी के सत्यापन के बाद ऐसे लाभार्थियों को दो माह का राशन मिलेगा।
उन्होंने कहा कि यदि किसी परिवार का राशन कार्ड पीपीपी की गड़ीबड़ी के कारण कटा है, तो ऐसे नागरिक 18001802087 और 1967 टोल फ्री नंबरों पर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं, उनकी शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि राज्य सरकार ने अंत्योदय उत्थापन के लिए मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्था1न योजना भी चलाई है, जिसके तहत ऐसे परिवारों के सदस्यों को स्व रोजगार के लिए ऋण की सुविधा, उनका कौशल विकास करके तथा हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से नौकरी देकर उनकी आय बढ़ाने के प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार अंत्योदय परिवारों के साथ खड़ी है, किसी भी परिस्थिति में उनके कल्याणार्थ सरकार हर संभव सहयोग करेगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव तथा सूचना, लोक संपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ. अमित अग्रवाल उपस्थित रहे।