दो दिवसीय इलेक्ट्रिक व्हीकल एवं एडवांस टेक्नोलॉजी पर वेंडर विकास कार्यक्रम शुरू

Font Size

– ’उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद मोहन शरण ने बतौर मुख्य अतिथि की कार्यक्रम में शिरकत’

– एमएसएमई क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम में 50 से अधिक कंपनियों द्वारा लगाए गए थे स्टॉल

गुरुग्राम 8 दिसंबर। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई) भारत सरकार के एमएसएमई विकास कार्यालय, करनाल तथा गुरूग्राम द्वारा संयुक्त रूप से लगाए जा रहे दो दिवसीय इलेक्ट्रिक वाहन एवं एडवांस टेक्नोलॉजी पर वेंडर विकास कार्यक्रम का आज उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद मोहन शरण द्वारा शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम में 50 से अधिक कंपनियों द्वारा स्टॉल लगाई गई थी जिसका विधिवत् शुभारंभ उन्होंने रिबन काटकर किया। कार्यक्रम में श्री शरण ने एमएसएमई संबंधी योजनाओं आदि पर आधारित पुस्तिका का भी विमोचन किया।

कार्यक्रम में श्री शरण ने कंपनियो द्वारा लगाई गई स्टॉल पर जाकर कंपनियों से आए प्रतिनिधियों का उत्साहवर्धन किया। वेंडर विकास कार्यक्रम के बारे में अपने विचार रखते हुए श्री शरण ने कहा कि एमएसएमई विकास कार्यालय, करनाल द्वारा इस कार्यक्रम के माध्यम से एमएसएमई जगत के लोगों को एक ऐसा मंच प्रदान करने का प्रयास किया गया है उससे हरियाणा में एमएसएमई जगत के लोगो को बड़े पैमाने पर लाभ होगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा हाल ही में इलैक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी की घोषणा की गई है जिसमें 13 अलग-2 तरह की योजनाएं हैं और इन योजनाओं से निश्चित तौर पर ही हरियाणा में इलैक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा मिलेगा। इन योजनाओं में कैपिटल सब्सिडी, नेट जीएसटी रिंबर्समेंट, स्टांप ड्यूटी, स्किलिंग शामिल है। इससे इंडस्ट्रीज के बॉयर्स को भी बड़े पैमाने पर लाभ मिलेगा।

उन्होंने स्पष्ट कहा कि वातावरण में प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए ही इलैक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दिया जा रहा है। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष इलैक्ट्रिक वाहनों को अत्यधिक बढ़ावा मिला है और लोगों का रूझान इस तरफ बढ़ा है। उन्होंने कहा कि आमजन को इलैक्ट्रिक वाहनों के प्रति प्रेरित करने के लिए इलैक्ट्रिक वाहनों की खरीद करने पर सब्सिडी का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा, जो कंपनियां इलैक्ट्रिक वाहन बनाना चाहती हैं , उन्हें भी इन योजनाओं के तहत सब्सिडी दी जाएगी। दो दिवसीय कार्यक्रम के बारे में विचार रखते हुए उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में मारूति कंपनी द्वारा एडवांस टैक्नोलॉजी पर आधारित अलग-2 तरह के सेशन रखे गए हैं। इस दौरान मारूति सुजुकी इंडिया लिमिटेड कपंनी के पदाधिकारी द्वारा अपने विचार सांझा करते हुए वेंडरों के संशयों को दूर किया जाएगा।

इस मौके पर भारी उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार के ज्वाइंट सैक्रेटरी डा. हनीफ कुरैशी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत में इलैक्ट्रिक वाहनों का काफी स्कोप है। उन्होंने मंच से भारत सरकार की द्वारा चलाई जा रही अलग-2 योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इसके अलावा, उन्होंने ऑटोमोबाइल सैक्टर के लिए चलाई जा रही योजनाओं का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इलैक्ट्रिक वाहनों में बैटरी की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। वर्तमान में लिथियम की बैटरी चाइना से इंपोई करवाई जाती है, ऐसे में हमारा प्रयास है कि लिथियम बैटरी के विकल्पों पर काम किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने पीएलआई योजना के बारे में भी अपने विचार रखे।

कार्यक्रम में स्वागत संबोधन एमएसएमई करनाल के निदेशक संजीव चावला ने कार्यक्रम में पधारे सभी अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने कार्यक्रम में एमएसएमई क्षेत्र से जुड़े उद्योगों के लिए भविष्य में व्यापार की अनेको संभावनाओ पर भी अपने विचार रखे। उन्होंने इलैक्ट्रिक वाहनों को भारत का भविष्य बताया। आईएमएसएमई ऑफ इंडिया के प्रेजीडेंट राजीव चावला ने इस मौके पर अपने विचार रखते हुए कहा कि वर्तमान में किसी भी बिजनेस को शुरू करने का सबसे अनुकूल समय है। उन्होंने हरियाणा के इको सिस्टम को एमएसएमई के लिए सबसे अच्छा बताया। कार्यक्रम में मारूति सुजूकी इंडिया लिमिटेड के सीनियर एग्जीक्यूटिव ऑफिसर- सप्लाई चेन एवं एसआईएएम आत्मनिर्भर भारत गु्रप के चेयरमैन सुनील कक्कड़ ने भी मंच से अपने विचार सांझा किए। इस मौके पर हरियाणा स्टेट चैप्टर , पीएचडीसीसीआई के गुरूग्राम कनविनर डा. योगेश भाटिया ने आए हुए अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

इस कार्यक्रम में संयुक्त निदेशक प्रदीप ओझा , सहायक निदेशक सतपाल, मीनू धीमान, रवि प्रकाश, एम के वर्मा, जिला एमएसएमई केन्द्र गुरूग्राम से सतीश कुमार भी उपस्थित थे।

You cannot copy content of this page