-अरावली को हरा भरा रखने, जंगल सफारी बनाने, नजफगढ़ ड्रेन को लेकर हुई मंत्रणा
नई दिल्ली, 8 दिसंबर। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और केंद्रीय वन एवं पर्यावरण तथा जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव के बीच दिल्ली के हरियाणा भवन में हुई बैठक में अरावली को हरा भरा बनाने , नजफगढ़ ड्रेन के साथ गुरुग्राम जिला में हो रहे जलभराव की समस्या से किसानों को निजात दिलाने तथा गुरुग्राम व नूह जिलों में बड़ी जंगल सफारी विकसित करने के विषयों पर बातचीत हुई।
बैठक के बाद मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि अरावली और पर्यावरण को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में प्रदेश में अभूतपूर्व काम हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज की बैठक में नजफगढ़ ड्रेन के साथ होने वाले जलभराव की समस्या को लेकर चर्चा हुई है। उन्होंने बताया कि इस विषय पर हरियाणा सरकार और दिल्ली सरकार को साथ लेकर जलशक्ति मंत्रालय को शामिल करते हुए एक कमेटी का गठन किया गया था। इस कमेटी की देखरेख में नजफगढ़ ड्रेन में पानी का प्रवाह ठीक करने के लिए उसकी सफाई का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि लोगों को जलभराव से निजात दिलाई जाए और नजफगढ़ ड्रेन में जल प्रवाह का रास्ता इस प्रकार से हो कि हरियाणा और दिल्ली देहात के गांवों के रकबे में जलभराव ना हो।
एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा के गुरुग्राम तथा नूह जिलों में बड़ी सफारी बनाने का काम हो रहा है। सफारी बनाने की प्लान स्वीकृत हो गई है, अब केंद्र सरकार की मंजूरी मिलने के बाद उस पर कंपनसेटरी अफॉरेस्टेशन अर्थात क्षतिपूर्ति पौधारोपण का पैसा आएगा। उसकी जमीन की किस्म दर्ज करने, उसका एकत्रीकरण करना आदि ऐसे सारे विषयों की तथ्यात्मक जानकारी के बारे में आज की बैठक में चर्चा हुई है ।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल चाहते हैं कि उस क्षेत्र के नौजवानों को रोजगार मिले, गांव का विकास हो, ईकोटूरिज्म आए लेकिन उससे पहले जो आवश्यक कार्यवाही की जाती है उस पर आज विचार विमर्श किया गया है। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि मुझे लगता है कि इस विषय पर संतोषजनक प्रगति हुई है।
उन्होंने यह भी कहा कि अरावली पर्वत श्रृंखला के महेंद्रगढ़ जैसे जिलों में हिस्से को कैसे हरा भरा रखा जाए, उस पर पौधारोपण कैसे किया जाए, इस पर भी मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ चर्चा हुई है और इन विषयों पर मुख्यमंत्री का बहुत ही सकारात्मक रुख है।