हरियाणा रोडवेज नूंह डिपो में फर्जी लाइसेंस से नौकरी पाने के फर्जीवाडे का खुलासा

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हरियाणा रोडवेज नूंह ने आरटीआई के जवाब में माना दो ड्राईवरों के लाईसैंस फर्जी है

दोनो ड्राईवरों के खिलाफ होगी कार्रवाई  : जीएम

 

यूनुस अलवी (व्यूरो प्रभारी, मेवात )

हरियाणा रोडवेज नूंह डिपो में फर्जी लाइसेंस से नौकरी पाने के फर्जीवाडे का खुलासा 2पुन्हाना : मेवात जिला के नूंह बस डिपो में दो ड्राईवर फजरुद्दीन निवासी रनयालाखुर्द (झांडा) व जमशेद निवाहरियाणा रोडवेज नूंह डिपो में फर्जी लाइसेंस से नौकरी पाने के फर्जीवाडे का खुलासा 3सी शाहपुर-घागस के ड्राईविंग लाईसैंस फर्जी पाये गये हैं। आरोपियों के खिलाफ विभागिये और कानूनी कार्यवाई के लिये उच्च अधिकारियों को लिख दिया गया है। दोनो ड्राईवरों के फर्जी ड्राईविंग लाईसैंस का खुला आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारी के बाद विभाग द्वारा कराई गई जांच से हुआ है। दोनों ड्राईवरों कि नियुक्ति हरियाणा स्टाफ सलेक्शन कमीशन के माध्यम से वर्ष 2012 में रोडवेज विभाग में बतौर ड्राईवर कि गई थी।
 
  गांव टाईं निवासी सलाउद्दीन पुत्र अबदुल्लाह द्वारा गत 30 नवंबर 2016 को जनसूचना अधिनियम के तहत फजरुद्दीन पुत्र अय्यूब निवासी रंयालाखुर्द (झांडा) व जमशेद पुत्र फजरुद्दीन निवासी शाहपुर-घागस जो रोडवेज विभाग नूंह में बतौर ड्राईवर कार्यत हैं। उनके ड्राईविंग लाईसैंसों के बारे में जानकारी मांगी थी। आरटीआई के बाद नूंह रोडवेज विभाग नूंह के प्रबंधक ने जूनियर ऑडिटर गिर्राज सिंह, फोरमैन नरेंद्र कुमार, टीवीएफ हरीश कुमार, कर्लक रविंद्र कुमार और कनिष्ठ सहायक राजकुमार कि अगुवाई में एक कमेटी का गठन किया गया। जांच कमेटी लाइसेंस विभाग आगरा व मुथरा गई, जिसने पूरे रिकॉर्ड की जांच की जिसमे पाया कि दोनों चालको के ड्राइविंग लाइसेंस फर्जी है।
 
हरियाणा रोडवेज नूंह डिपो में फर्जी लाइसेंस से नौकरी पाने के फर्जीवाडे का खुलासा 4
    आटीआई कार्यकर्ता सलाउद्दीन और समाजसेवी मोहम्मद आरिफ हरियाणा रोडवेज नूंह डिपो में फर्जी लाइसेंस से नौकरी पाने के फर्जीवाडे का खुलासा 5टांई का कहना है कि जब विभाग द्वारा दोनों ड्राईवरों के लाईसैंसों कि जांच हो चुकी है और वे फर्जी पाये गये हैं आखिर क्या कारण है जो अभी तक दोनो ड्राईवरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कि जा रही है। उन्होने कहा अगर इस दौरान कोई हादसा इन ड्राईवरो से हो जाता है तो उसका जिम्मेदार कोन होगा। उन्होने मांग करते हुऐ कहा कि दोनो ड्राईवरों के खिलाफ तुरंत मुकदमा दर्ज कर बरखास्त किया जाये और अब तक जो फर्जी तरीके से वेतन लिया है उनको रिकर्व किया जाये। उनका कहना है कि आर.टी.आई. पत्र क्रमांक 4985/11-01-2017 से खुलासा होने के बाद, विभाग में तो हडकंप मच गया लेकिन मेवात में बेठे रोडवेज विभाग के अधिकारी इस फाइल को खुदबुर्द करने पर तुले है यानि उन ड्राईवरो को जो लम्बे समय से लगातार ड्यूटी दे रहा है। जबकि नियम के अनुसार ऐसे स्टाफ मेम्बरो के खिलाफ तुरंत एफ.आई.आर. करवा के बर्खास्त किया जाना था।
 

क्या कहते हैं रोडवेज विभाग के जीएम ?

 
  हरियाणा रोडवेज नूंह डिपो में फर्जी लाइसेंस से नौकरी पाने के फर्जीवाडे का खुलासा 6 मेवात में रोडवेज विभाग के जनरल मैनेजर एनके गर्ग का कहना है कि दोनों चालकों के लाईसैंसों को उनके कार्यालय द्वारा कमेठी गठित कर संबंधित लाईसैंसिग प्राधिकारिणी से सत्यापित कराया है। जिसमें दोनो लाईसैंस फर्जी पाये गये हैंं। उनका कहना है कि मेवात कार्यालय में सहायक जिला न्यायवादी का पद रिक्त होने तथा दोनो चालकों की नियुक्ति कर्मचारी चयन आयोग हरियाणा के माध्यम से होने के कारण कैस में आगामी मार्गदर्शन/निर्देश के लिये विभाग के लिये मुख्यालय भेजा गया है। इस बारे में अभी तक कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुऐ हैं। जैसे ही आदेश आऐगें कार्रवाई की जाऐगी।

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