गुरुग्राम में होलैंड की तकनीक पर बनाई जाएगी ग्लोबल स्स्तर की फूल मंडी

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-ग्लोबल मंडी से विदेशों में फूलों का होगा निर्यात
-हरियाणा सहित पूरे एनसीआर के फूल उत्पादक किसानों को होगा फायदा

-कृषि मंत्री जेपी दलाल ने प्रतिनिधिमंडल के साथ किया हालेंड की फूल मंडी का दौरा

लोहारू, 6 अक्टूबर । कृषि एवं पशुपालन तथा मत्स्य मंत्री जेपी दलाल डेलीगेशन के साथ बागवानी तथा कृषि क्षेत्र में नई-नई तकनीकी जानकारी लेने के लिए यूरोपीय देशों के दौरे पर गए हुए हैं। वहां हालेंड में उन्होंने वीरवार को प्रातः 6 बजे अलसमीर फ्लोरा हालेंड मार्केट का दौरा करने के बाद इससे प्रेरित होकर उन्होंने कहा कि हरियाणा के गुरुग्राम में भी इसी तकनीक पर आधुनिक ग्लोबल फूल मंडी बनाई जाएगी। इस मंडी से यहां के फूल विदेशों में निर्यात किए जाएंगे। इससे हरियाणा सहित एनसीआर के फूल उत्पादक किसानों की आय में बढोतरी होगी। जेपी दलाल के साथ कृषि विभाग की एसीएस सुमिता मिश्रा सिंह भी हालेंड दौरे पर हैं।

कृषि मंत्री ने हालेंड की उक्त मंडी के बारे में बताया कि इस मंडी में रोजाना 440 लाख फूल आते हैं। इनमें 30 फीसदी फूल स्थानीय तथा 70 फीसदी फूल अन्य देशों से बिक्री के लिए आते हैं। इनकी प्रातः 6 से 9 बजे तक आनलाइन बोली लगती है। शुरू से लेकर अंत तक संपूर्ण प्रक्रिया आनलाइन होती है। फूलों के न्यूनतम रेट तय होते हैं। बोलीदाता को उसी के अनुसार फूलों की बोली लगाकर एडवांस पेमेंट करने के बाद उसे वे फूल मंडी से मिल जाते हैं। फूलों की लंबाई, आकार, संख्या तथा उत्पाद किस्म, देश का नाम आदि संपूर्ण जानकारी एलईडी पर डिस्प्ले की जाती है। मंडी में फूलों के भंडारण के लिए एक फुटबाल से 250 गुणा क्षेत्रफल का वातानुकूलित विशाल हाॅल है जिसका तापमान फर्श पर 9 डिग्री तथा 12 डिग्री गैलरी एरिया में रखा जाता है। इससे फूल मुरझाते नहीं है। इस मंडी का निर्माण 1962 में कराया गया था जिसे समय-समय पर अपग्रेड किया गया। इसकी सालाना टर्न आॅवर 30 हजार करोड़ रुपये हैै। इस मंडी से 5 हजार फूल उत्पादक तथ सप्लायर जुड़े हुए हैं। 80 फीसदी फूल रोजाना यहां से निर्यात किए जाते हैं। हरियाणा के किसानों की आर्थिक दशा सुधारने के लिए इसी मंडी की तर्ज पर गुरुग्राम में भी विशाल फूल मंडी बनाई जाएगी।

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