हरियाणा एनसीआर के नौ जिलों में व्यापरी अपनी इंडस्ट्रियल ईकाई पर ताले लगाने को हुए मजबूर

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मनमानी: हरियाणा एनसीआर के जिलो में स्थित इंडस्ट्रियल एरिया में सरकारी बिजली आती नहीं अपने जरनेटर आप चला नहीं सकते

सरकार बिजली दे या जरनेटर चलाने की छूट साथ ही हुए नुकासान की करें भरपाई : अशोक बुवानीवाला

राई। पिछले एक महिने से राई के पॉवर हाऊस में ट्रांसफार्मर में जलने व तकनीकि खामी आने के कारण औद्योगिक क्षेत्र का बुरा हाल है। वहाँ एक दिन में चार से लेकर आठ घंटे तक के लंबे लंबे बिजली कट लग रहे है। क्योंकि राई पॉवर हाऊस में लगे टॅ्रांसफार्मर जल गए है और उनको रिपेयर किया जा रहा है जिसमें एक सप्ताह से अधिक समय और लगने की उम्मीद है।


राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के कार्यकारी अध्यक्ष आशोक बुवानीवाला ने बताया कि पिछले एक महिने से दिल्ली के नज़दीक लगते एनसीआर क्षेत्र के राई व आसपास के क्षेत्रों में बिजली की गंभीर समस्या बनी हुई है। यह समस्या एनसीआर के सभी नौ जिलो करनाल, जींद, रोहतक, चरखी दादरी, भिवानी, महेन्द्रगढ, पानीपत, नूह व रेवाडी में व्यापारियों के लिए जी का जंझाल बनी हुई है। अशोक बुवानीवाला ने बताया कि कोराना महामारी से हुए नुकसान से अभी व्यापारी उभरे भी नहीं और सरकार व विभाग की खामियों के कारण फिर से उन्हे बुरे दौर याद आने लगे है।

श्री बुवानीवाला ने कहा कि एक महिने बिजली नियमित रूप से नहीं आने के कारण व्यापर जगत पर आर्थिक रूप से बुरा असर पडा है और उसका नुकसान सराकर को भी होता है। उन्होने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नए फरमान के अनुसार किसी भी उद्योग में 30 सितंबर तक किसी पंरपरागत ईंधन प्रयोग नहीं हो सकता है। मौजूदा हालात में यह प्रतिबंध भी लागू होता है, और बिजली आपूर्ति भी नहीं दी जाती है तो इससे उद्योगों में ताला लगने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता। अब दिक्कत ये है कि आयोग के निर्देशों पर जैनसेट तो बंद कर दिए गए है और जो सरकारी पॉवर हाऊस है उसके तकनीकी समस्या आने के कारण बिजली सप्लाई नही हो रही है ऐसे में व्यापारी करें तो क्या करें। अपने व्यापार को बंद करे या आयोग के नियमो की अवलेहना करे या फिर अपनी ईकाइ को ही बंद कर दे।


श्री बुवानीवाला ने आगे कहा कि अब विभाग अपने पॉवर हाऊस में जले हुए ट्रांसफार्मस को नए से बदलवाने की जगह उन्ही को रिपेयर करवा रही है ऐसी स्थिति में और भी अधिक समय लगने की संभावना को इंकार नहीं किया जा सकता है। ऐसे में 40 दिन उद्योग जगत को हुए नुकसान की भरपाई कोन करेगा। बिजली के लंबे लंबे समय तक लगने वाले कटों की स्थिति में न तो उद्योग व फैक्टरियों को बंद किया जा सकता ना ही उसके अनुसार शिफ्ट बदली जा सकती है। वहीं व्यापारी चाहकर भी अपने जरनेटर नहीं चला सकते क्योंकि उनपर पहले से ही पांबधी लगी हुई है। ऐसे में व्यापारी अपने पीठ पर जबरन ढाले जा रहे घाटे व नुकसान के बोझ तले दबता जा रहा है।


राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के कार्यकारी अध्यक्ष आशोक बुवानीवाला ने हरियाणा सरकार से मांग की है कि या तो जले हुए ट्रांसफार्मर की जगह जल्द से जल्द नया लगाया जाये या फिर व्यापरियों को अपने जरनेटर चलाने की अनुमती आयोग से दिलाई जाए। साथ ही पिछले 30 दिनों में हुए नुकसान की भरपाई को लेकर उनकी आर्थिक मदद की जाये।

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