नई दिल्ली : दिल्ली में शराब घोटाले का मामला अब प्रेस वार्ता से निकलकर सड़क और विधानसभा तक पहुंच गया . भारतीय जनता पार्टी के बिधायकों ने एक तरफ दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार पर आबकारी घोटाले में लिप्त होने का आरोप लगाते हुए दिल्ली विधानसभा में जमकर हंगामा किया तो दूसरी तरफ दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता के नेतृत्व में पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं ने दिल्ली विधानसभा के बाहर केजरीवाल सरकार से उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को बर्खास्त करने की मांग करते हुए जबरदस्त प्रदर्शन किया। इसके कारण भाजपा के सभी विधायकों को सदन से निष्कासित कर दिया गया. विधानसभा के बाहर भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया का पुतला फूंका.
भारतीय जनता पार्टी के नेता विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि शराब नीति में हुए भ्रष्टाचार पर जवाब देने से बचने के लिए अरविंद केजरीवाल सरकार ने समूचे विपक्ष को अकारण पूरे विशेष सत्र से मार्शलों द्वारा बाहर निकलवा दिया. उन्होंने कहा कि विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है लेकिन हम सड़कों पर उतरेंगे और दिल्ली की जनता को इस भ्रष्ट सरकार की असलियत से अवगत कराएंगे. इस सरकार के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ेंगे.
दिल्ली विधानसभा के बाहर भाजपा कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे आदेश गुप्ता ने संबोधित करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार खत्म करने के नाम पर चुनाव लड़ने वाली अरविंद केजरीवाल सरकार के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने शराब नीति के बहाने दिल्ली के खजानों को हजारों करोड़ का नुकसान पहुंचाया है. सारे नियमों को ताक पर रखकर रिहायशी क्षेत्रों में भी ठेके खोले गए. मंदिर और स्कूलों के आसपास भी ठेके के लाइसेंस दिए गए. उन्होंने कहा कि शराब कारोबारियों का कमीशन ढाई परसेंट से बढ़ाकर 12% कर दिया गया .उन्होंने कहा कि जब भारतीय जनता पार्टी की ओर से सवाल खड़े किए गए तो खामियों से भरी आबकारी नीति को वापस ले लिया गया। इतनी अच्छी नीति थी तो इसे वास्प क्यों लिया गया.