लाल किले पर ऐतिहासिक होगा आजादी का जश्न, स्वदेशी गन से दी जाएगी 21 तोपों की सलामी

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नई दिल्ली : आजादी के 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इस साल लाल किले पर आजादी का जश्न भी बेहद खास होगा. जाहिर है लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश के नाम संबोधन को लेकर तो देशवासियों में उत्सुकता तो बनी ही रहेगी, साथ ही इस साल तिरंगे को पहली बार स्वदेशी गन से 21 तोपों की सलामी दी जाएगी. लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह की शुरुआत सुबह 6.55 बजे बजे होगी, जब सेना के दिल्ली एरिया के जीओसी का आगमन होगा.

जीओसी के आगमन के बाद रक्षा सचिव पहुंचेंगे और फिर तीनों सेना यानि थलसेना, वायुसेना और नौसेना प्रमुख पहुंचेंगे. ठीक सुबह 7.08 बजे रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट का आगमन और 7.11 बजे पर केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आयोजन स्थल पर पहुंचेंगे. लगभग 7.18 बजते ही लाल किले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आगमन होगा.

लाल किले पहुँचने से पहले प्रधान मंत्री राजघाट जायेंगे और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. लाल किले पर पहुंचते ही पीएम को ट्राई-सर्विस यानि तीनों सेनाओं की टुकड़ियों का गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा. ठीक 7.30 पर पीएम लाल किले पर ध्वजारोहण होगा और परम्परा के अनुसार राष्ट्रगान होगा और 21 तोपों की सलामी दी जाएगी. देश आजाद होने के 75 साल बाद पहली बार ऐसा होगा जब 21 तोपों की सलामी में कोई स्वदेशी आर्टेलरी गन भी शामिल होगी. अभी तक द्वितीय विश्वयुद्ध की ब्रिटिश पाउंडर-गन से 21 तोपों की सलामी दी जाती रही है.

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