-एसोसीएशन ऑफ़ फार्मास्यूटीकल टीचर्स ऑफ़ इंडिया का चुनाव का वर्ष 2022- 27 के लिए कराया गया
-24 से 26 जून तक कराये गये थे मतदान जबकि 26 जून को हुई मतगणना
-पूरे देश के सभी राज्यों के सदस्यों ने किया मतदान
-डॉ रोहित दत्त ने 400 वोट से भी अधिक अंतर से इस पद पर कब्ज़ा जमाया
सुभाष चौधरी
गुरुग्राम : जी डी गोयनका यूनिवर्सिटी सोहना, गुरुग्राम में स्कूल ऑफ़ मेडिकल एंड अलाइड साइंसेज के डीन के पद पर कार्यरत डॉ रोहित दत्त ने हाल ही में सम्पन्न हुए एसोसीएशन ऑफ़ फार्मास्यूटीकल टीचर्स ऑफ़ इंडिया के चुनाव में नेशनल वाइस प्रेसिडेंट नार्थ जॉन के पद पर विजय हासिल की. वर्ष 2022- 27 के लिए 24 से 26 जून तक कराये गये इस चुनाव में एपीटीआई (APTI ) से जुड़े सभी राज्यों और दूसरे देशों में रहने वाले सदस्यों ने ऑनलाइन वोटिंग की जिसमें डॉ रोहित दत्त को जबरदस्त समर्थन मिला. उन्होंने 400 वोट से भी अधिक अंतर से इस पद पर कब्ज़ा जमाया. नार्थ जॉन से उनकी इस शानदार जीत को फार्मास्यूटीकल एजुकेशन व इंडस्ट्री के क्षेत्र में महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
डॉक्टर रोहित दत्त, जी डी गोयनका यूनिवर्सिटी में महत्वपूर्ण पद पर अपनी व्यस्तता के बावजूद दिल्ली एनसीआर में विभिन्न सामाजिक गतिविधियों के आयोजन में सक्रीय भूमिका अदा करते रहे हैं. फार्मेसी के क्षेत्र में इनकी अलग पहचान है. इनकी ही देखरेख में यूनिवर्सिटी के माध्यम से सोहना व गुरुग्राम में लगातार स्वास्थ्य कैम्प का आयोजन किया जाता रहा है जबकि कई राष्ट्रीय व अंतर्राज्य्यीय आयोजन भी किये गए हैं जिससे यहाँ के स्टूडेंट्स को वैश्विक परिदृश्य को समझने में मदद मिलती है.
डॉ रोहित दत्त ने नेशनल वाइस प्रेसिडेंट नोर्थ जॉन पद के लिए उन्हें मिले अपार समर्थन पर ख़ुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि इस जिम्मेदारी को वे बखूबी निभाने की कोशिश करेंगे और शिक्षकों की अपेक्षाओं के अनुरूप काम करने का प्रयास करेंगे. thepublicworld.com न्यूज पोर्टल से ख़ास बातचीत में डॉ दत्त ने बताया कि इंडियन फार्मास्युटिकल कांग्रेस एसोसिएशन से सम्बद्ध एसोसीएशन ऑफ़ फार्मास्यूटीकल टीचर्स ऑफ़ इंडिया का गठन 1966 में प्रो. एम् एल सर्राफ और प्रो. जी पी श्रीवास्तव जैसी कई प्रमुख हस्तियों द्वारा किया गया था. इस संस्था का गठन फार्मेसी शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर इंटरकम्युनिकेशन बनाने और इसमें उत्तरोत्तर उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करने के लिए किया गया था. उनके अनुसार एसोसिएशन ने पूरे देश से फार्मेसी शिक्षा के शिक्षकों को एक मंच पर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। यही नहीं इस प्लेटफोर्म के माध्यम से फार्मेसी शिक्षण सदस्यों के बीच विचारों का आदान-प्रदान संभव हुआ. साथ ही फार्मेसी शिक्षा में वैश्विक स्तर की नई तकनीकी विधियों को अपनाने व विकसित करने में मदद मिली है।
उन्होंने बल देते हुए कहा कि आज फार्मेसी की उभरती दुनिया को नित नए आविष्कार की जरूरत है जिसके लिए तकनीकी रूप से मजबूत और अत्यधिक जानकार फार्मासिस्टों की मांग बड़े पैमाने पर बढ़ी है। इस मद में एपीटीआई (APTI ) महती भूमिका अदा कर रही है. उनका कहना था कि फार्मेसी का शिक्षक एक शिक्षक होने के अलावा शोधकर्ता की भूमिका में भी होता है जबकि दवा उद्योग के सलाहकार के रूप में इस व्यवसाय को जनहित में विकसित करने में भी मद्दगार होता है. इसलिए एसोसिएशन की ओर से इंडियन फार्मास्युटिकल कांग्रेस का आयोजन किया जाता है जहां इससे जुड़े पहलुओं व नए रिसर्च पर गंभीर चर्चा का मौका मिलता है.
उल्लेखनीय है कि पिछले पांच दशक की लम्बी यात्रा के दौरान एपीटीआई (APTI ) से पूरे देश से बड़ी संख्या में सहयोगी आजीवन सदस्यों और छात्र सदस्यों के अलावा 10000 से अधिक आजीवन सदस्य जुड़े हुए हैं। वर्ष 2022- 27 के लिए 24 से 26 जून के बीच मतदान कराया गया था जबकि सभी पदों के लिए नामांकन भरने के लिए एक मई से 10 मई की अवधि तय की गई थी. इसमें नेशनल प्रेसिडेंट पद के लिए 12 उमीदवार, नेशनल वाईस प्रेसिडेंट ईस्टर्न जॉन के लिए दो उम्मीदवार, नेशनल वाईस प्रेसिडेंट वेस्टर्न जॉन के लिए 5 उम्मीदवार, नेशनल वाईस प्रेसिडेंट नार्थ जॉन के लिए 4 उम्मीदवार , नेशनल वाईस प्रेसिडेंट साउथ जॉन के लिए 4 उम्मीदवार जबकि नेशनल वाईस प्रेसिडेंट सेन्ट्रल जॉन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर दो उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे.
गत 26 जून रविवार को चुनाव परिणाम घोषित किये गए. नेशनल प्रेसिडेंट के पद पर मिलिंद जनराव उमेकर, नेशनल वाईस प्रेसिडेंट ईस्टर्न जॉन के पद पर डॉ. मिहिर कुमार कार, नेशनल वाईस प्रेसिडेंट वेस्टर्न जॉन सोहन सत्यनारायण चितलांजे, नेशनल वाईस प्रेसिडेंट नार्थ जॉन के पद पर डॉ रोहित दत्त , नेशनल वाईस प्रेसिडेंट साउथ जॉन के पद पर डॉ. मुत्तवरापु वेंकट रमण और नेशनल वाईस प्रेसिडेंट सेन्ट्रल जॉन के पद पर डॉ. दीपेंद्र सिंह विजयी घोषित किये गए.