पटना। जनता दल यूनाइटेड में आंतरिक घमासान तेज हो चला है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह गुट आमने सामने आ गया है। आज पार्टी के तेजतर्रार प्रवक्ता अजय आलोक सहित आरसीपी सिंह समर्थक तीन नेताओं को प्राथमिक सदस्यता निलंबित करते हुए बाहर का दरवाजा दिखा दिया गया। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर तीनों नेताओं के निष्कासन की जानकारी दी।
उमेश कुशवाहा ने कहा कि तीनों नेता पार्टी विरोधी गतिविधियों में लंबे समय से सलिप्त रहे हैं । उन्होंने कहा कि ये लोग पार्टी के समानांतर अपना कार्यक्रम आयोजित कर रहे थे जिससे कार्यकर्ताओं में भ्रम की स्थिति बनी हुई थी। इससे पार्टी का नुकसान हो रहा था। इसलिए प्रदेश प्रवक्ता अजय आलोक सहित तीनों नेताओं की प्राथमिक सदस्यता निलंबित कर दी गई है । साथ ही उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।
एक सवाल के जवाब में श्री कुशवाहा ने इस बात से इनकार किया कि जदयू से निकाले गए तीनों लोग केंद्रीय स्टील मंत्री आरसीपी सिंह के करीबी थे और उनकी नजदीकियों के कारण ही पार्टी से बाहर किया गया है। उन्होंने कहा कि पार्टी में एकमात्र सर्वमान्य नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं और किसी का कोई वजूद नहीं है। इसलिए इस प्रकार के आरोप निराधार हैं।
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उन्होंने कहा कि आज सोशल मीडिया के जमाने में पार्टी के कार्यकर्ता हो या नेता सभी की गतिविधियां आसानी से सामने आती हैं। पिछले कुछ दिनों से कुछ नेताओं द्वारा समानांतर गतिविधियां चलाने से कार्यकर्ता भ्रमित हो रहे थे और इससे पार्टी का नुकसान हो रहा था। इसलिए ही पार्टी नेतृत्व ने उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्णय लिया ।उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व ने प्रदेश महासचिव अनिल कुमार, प्रदेश महासचिव विपिन यादव और प्रदेश प्रवक्ता अजय आलोक की प्राथमिक सदस्यता निलंबित करने और उन्हें निष्कासित करने का निर्णय लिया।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं जबकि ललन सिंह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं । साथ ही पार्टी में सभी को अलग-अलग प्रकार की जिम्मेदारियां दी गई हैं । उन्होंने कहा कि सभी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हैं। उनका कहना था कि अगर कोई पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त पाया जाता है तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाती है।
दूसरी तरफ जदयू से निष्कासन की खबर आते ही अपनी प्रतिक्रिया में अजय आलोक ने शायराना अंदाज में पार्टी नेतृत्व को जवाब दिया। उन्होंने कहा कि बहुत देर कर दी हुजूर आते-आते। बहुत लंबा समय पार्टी में गुजारा। इसके लिए उन्होंने नेतृत्व का धन्यवाद किया।