चंडीगढ़। ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी पर पुलिस संरक्षण में खालिस्तान समर्थकों द्वारा निकाला गया मार्च पंजाब की भावी परिस्थितियों का संकेत है। पंजाब में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के सत्ता में आने के दो महीने के भीतर वहां 80 के दशक जैसा माहौल दिखने लगा है। यह ऐसा परिवर्तन है जो पहले से तय माना जा रहा था। चुनाव से पहले ही अरविंद केजरीवाल के खालिस्तानियों से संबंध और उनके मंसूबों की जानकारी मीडिया में आ गई थी।यह बात हरियाणा ग्रंथ अकादमी के उपाध्यक्ष एवं भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने यहां जारी एक वक्तव्य में कही। उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद सभी भविष्यवाणियों का एक-एक कर सच होना कोई संयोग कदापि नहीं हो सकता। अरविंद केजरीवाल राजनीति का एक ऐसा बहुरूपिया है जो मौके के अनुरूप अपना मुखौटा बदलता रहता है। वह देश की एकता और अखंडता के लिए गंभीर खतरा हैं।
डॉ.चौहान ने कहा कि चिता की आग में भी राजनीति की रोटियां सेक लेने में माहिर केजरीवाल और उनकी पार्टी की एक ही विचारधारा है और वह है किसी भी तरीके से सत्ता की प्राप्ति चाहे इसके लिए देश विरोधी तत्वों से भी हाथ क्यों न मिलाना पड़े। कश्मीर फाइल्स को झूठी कहानी बता कर विधानसभा में अट्टहास करने वाले अरविंद केजरीवाल आज कश्मीर में हिंदुओं की टारगेट किलिंग का मुद्दा उठाकर केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। केंद्र से सवाल पूछने से पहले केजरीवाल को खुद यह बताना चाहिए कि खालिस्तान आंदोलन को फिर से खाद-पानी कौन दे रहा है? खालिस्तान की मांग को लेकर वह अपनी स्थिति स्पष्ट क्यों नहीं करते? इस मार्च को पुलिस संरक्षण क्यों दिया गया?
डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की भ्रष्टाचार के गंभीर मामलों में गिरफ्तारी और आम आदमी पार्टी द्वारा उन्हें बेदाग और ईमानदार बताए जाने से केजरीवाल के चेहरे से ईमानदारी के ढोंग का मुखौटा उतर गया है। आम आदमी पार्टी अब आम आमदनी पार्टी बन गई है। दिल्ली में पहले कार्यकाल से ही केजरीवाल की पार्टी भ्रष्टाचार को लेकर विवादों में रही है। कभी राशन कार्ड बनवाने को लेकर, कभी ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी को लेकर तो कभी विकास कार्यों में कमीशनखोरी को लेकर।
डॉ. चौहान ने कहा कि आम आदमी पार्टी के दो स्वास्थ्य मंत्री भ्रष्टाचार को लेकर सलाखों के पीछे हैं। पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला जहां कमीशनखोरी को लेकर कानून के शिकंजे में हैं, वहीं दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन पर मनी लॉन्ड्रिंग और आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के गंभीर आरोप हैं। सत्येंद्र जैन को महाराष्ट्र का अनिल देशमुख कहा जा सकता है। आरोप है कि जैन ने दिल्ली की अवैध कालोनियों के आसपास करीब 200 बीघा जमीन नाजायज तरीके से खरीदी और इसके लिए 16.39 करोड रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग की गई। यह वही सत्येंद्र जैन हैं जो दिल्ली में कोरोना से हो रही ताबड़तोड़ मौतों के दौरान विदेश में भ्रमण कर रहे थे। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि हाल में दिल्ली में हुई सांप्रदायिक हिंसा के आरोपियों को आम आदमी पार्टी का समर्थन प्राप्त था। वर्ष 2020 में सीएए के खिलाफ आंदोलन के बाद दिल्ली में भड़के दंगों में आम आदमी पार्टी का पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन दोषी करार दिया जा चुका है। जैन की तरह केजरीवाल और उनकी पार्टी ने ताहिर हुसैन को भी निर्दोष साबित करने की पूरी कोशिश की थी।