पीएम मोदी बोले : 21वीं सदी का भारत, People-Centric गवर्नेंस अप्रोच के साथ आगे बढ़ रहा है

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नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में वित्त मंत्रालय और कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालयों के आइकोनिक वीक समारोह का उद्घाटन किया। यह सप्ताह 6 से 11 जून, 2022 तक ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ (एकेएएम) के हिस्से के रूप में मनाया जा रहा है।इस अवसर पर रुपये की गौरवशाली यात्रा को  दर्शाने के लिए डिजिटल प्रदर्शनी भी लगाईं गई है.  आज ‘Jan Samarth Portal’ भी लांच किया गया . कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधान मंत्री ने कहा कि पहले के समय में government-centric गवर्नेंस का देश ने बहुत बड़ा खामियाजा उठाया है। लेकिन आज 21वीं सदी का भारत, People-Centric गवर्नेंस की अप्रोच के साथ आगे बढ़ रहा है.

प्रधान मंत्री ने कहा कि आज जब हम आज़ादी के 75 वर्ष का पर्व मना रहे हैं, तो प्रत्येक देशवासी का कर्तव्य है कि वो अपने-अपने स्तर पर, अपना कोई विशिष्ठ योगदान राष्ट्र के विकास में जरूर जोड़े. आज़ादी के लंबे संघर्ष में जिसने भी हिस्सा लिया, उसने इस आंदोलन में एक अलग dimension को जोड़ा, उसकी ऊर्जा बढ़ाई। किसी ने सत्याग्रह का रास्ता अपनाया, किसी ने अस्त्र–शस्त्र का रास्ता चुना, किसी ने आस्था और आध्यात्म, तो किसी ने intellectually आज़ादी की अलख को जलाने में मदद की.

उनका कहना था कि स्वच्छ भारत अभियान ने – गरीब को सम्मान से जीने का अवसर दिया। पक्के घर, बिजली, गैस, पानी, मुफ्त इलाज जैसी सुविधाओं ने गरीब की गरिमा बढ़ाई, सुविधा बढ़ाई। कोरोना काल में मुफ्त राशन की योजना ने 80 करोड़ से अधिक देशवासियों को भूख की आशंका से मुक्ति दिलाई.भारत ने भी बीते आठ वर्षों में अलग-अलग आयामों पर काम किया है। उन्होंने बल देते हुए कहा कि इस दौरान देश में जो जनभागीदारी बढ़ी, उन्होंने देश के विकास को गति दी है, देश के गरीब से गरीब नागरिक को सशक्त किया है.

पहले के समय government-centric गवर्नेंस का देश ने बहुत बड़ा खामियाजा उठाया है।

लेकिन आज 21वीं सदी का भारत, People-Centric गवर्नेंस की अप्रोच के साथ आगे बढ़ रहा है. इसलिए 30 हजार से ज्यादा compliances को कम करके,  डेढ़ हजार से ज्यादा कानूनों को समाप्त करके, कंपनीज एक्ट के अनेक प्रावधानों को decriminalize करके, हमने ये सुनिश्चित किया है कि भारत की कंपनियां न सिर्फ आगे बढ़ें बल्कि नई ऊंचाई प्राप्त करें.

नरेंद्र मोदी ने कहा कि बीते आठ वर्षों में देश ने जो Reforms किए हैं, उनमें बड़ी प्राथमिकता इस बात को भी दी गई है कि हमारे देश के युवाओं को अपना सामर्थ्य दिखाने का पूरा मौका मिले। हमारे युवा अपनी मनचाही कंपनी आसानी से खोल पाएं, वो अपने enterprises आसानी से बना पाएं, उन्हें आसानी से चला पाएं.

उन्होंने ईज ऑफ़ डूइंग बिजनेस की चर्चा करते हुए कहा कि Reforms- यानि सुधार के साथ ही हमने जिस बात पर फोकस किया, वो है सरलीकरण, Simplification केंद्र और राज्य के अनेक टैक्सों के जाल की जगह अब GST ने ले ली है।  इस Simplification का नतीजा भी देश देख रहा है।  अब हर महीने GST कलेक्शन एक लाख करोड़ रुपए के पार जाना सामान्य बात हो गई है.

भारत में निवेश का उल्लेख करते हुए कहा कि दुनिया के एक बड़े हिस्से को भारत से समस्याओं के समाधान की अपेक्षा है। ये इसलिए संभव हो पा रहा है क्योंकि बीते 8 सालों में हमने सामान्य भारतीय के विवेक पर भरोसा किया।  हमने जनता को Growth में intelligent participants के रूप में प्रोत्साहित किया.

 

उन्होंने कहा कि आज यहां रुपये की गौरवशाली यात्रा को भी दिखाया गया। इस सफर से परिचित कराने वाली डिजिटल प्रदर्शनी भी शुरू हुई और आजादी के अमृत महोत्सव के लिए समर्पित नए सिक्के भी जारी हुए। ये नए सिक्के देश के लोगों को निरंतर अमृतकाल के लक्ष्य याद दिलाएंगे और उन्हें राष्ट्र के विकास में योगदान के लिए प्रेरित करेंगे।

पीएम मोदी ने कहा कि अलग-अलग मंत्रालयों के अलग-अलग वेबसाइटों के चक्कर उसे लगाने से बेहतर कि वो भारत सरकार के एक पोर्टल तक पहुंचे, और उसकी समस्या का समाधान हो।  आज ‘Jan Samarth Portal’ लांच किया गया है वो इसी लक्ष्य के साथ बढ़ाया गया है। ये जनता ही है जिसने अपनी सेवा के लिए हमें यहां भेजा है। इसलिए हमारी ये सर्वोच्च प्राथमिकता है कि हम खुद जनता तक पहुंचे। हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचना, उसे पूरा लाभ पहुंचाना ये दायित्व हम पर है।

 

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