नई दिल्ली : जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा दो दिनों की भारत यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे. जापानी प्रधानमंत्री ने पीएम मोदी से नई दिल्ली स्थित हैदराबाद हाउस में मुलाकात की. दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच भारत और जापान के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने पर चर्चा हुई. रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के दौरान जापानी पीएम का भारत दौरा बेहद अहम माना जा रहा है. इस अहम बैठक की जानकारी प्रधान मंत्री कार्यालय की ओर से ट्विट कर दी गई है.
प्रधान मंत्री कार्यालय की ओर से ट्विट में कहा गया है कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी तथा जापान के प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा ने नई दिल्ली में उपयोगी वार्ता की। दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की।
क्या है संभावना ?
जापानी प्रधानमंत्री भारत यात्रा के दौरान देश में 5,000 अरब येन के निवेश की घोषणा कर सकते हैं. मिडिया की खबरों के अनुसार यह निवेश अगले 5 वर्षों में किया जाएगा. यह 5,000 अरब येन का निवेश, किशिदा के पूर्ववर्ती शिंजो आबे द्वारा 2014 में घोषित 3,500 अरब येन के निवेश और वित्त पोषण के अतिरिक्त होगा.
जापान इस समय भारत के शहरी बुनियादी ढांचे के विकास के साथ ही जापान की शिनकानसेन बुलेट ट्रेन प्रौद्योगिकी पर आधारित एक उच्च गति रेलवे परियोजना के लिए मदद कर रहा है.
प्रधानमंत्री किशिदा एक आर्थिक सम्मेलन के दौरान सार्वजनिक-निजी वित्त पोषण की घोषणा कर सकते हैं .
किशिदा अपनी यात्रा के दौरान भारत में जापानी कंपनियों द्वारा प्रत्यक्ष निवेश बढ़ाने और क्षमता विस्तार की घोषणा भी कर सकते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक के दौरान लगभग 300 अरब येन के ऋण पर सहमति बन सकती है .
दोनों पक्षों के बीच कार्बन कटौती से संबंधित ऊर्जा सहयोग दस्तावेज पर हस्ताक्षर होने की भी उम्मीद है.
रूस और यूक्रेन युद्ध को लेकर बिगड़े हालातों पर भी चर्चा हो सकती है.