-प्रशांत भारद्वाज और स्थानीय लोगों ने मिलकर किया आयोजन
-लोगों को सचमुच खाटू श्याम दरबार के दर्शन होने का हुआ एहसास
-निशान यात्रा में सभी 36 बिरादरी ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और भजनों पर खूब झूमे
गुरुग्राम : जहां खाटू श्याम भगवान जी का नाम आता है वहां श्रद्धा और भक्ति से लोगों के सिर सजदे में अपने आप झुक जाते हैं। ऐसा ही मनोरम दृश्य रविवार को वार्ड नंबर 10 में देखने को मिला. इसी वार्ड से पिछले नगर निगम चुनाव में मजबूत दावेदारी प्रस्तुत करने वाले समाजसेवी प्रशांत भारद्वाज और स्थानीय लोगों ने मिलकर आज लक्ष्मण विहार में खाटू श्याम जी की निशान यात्रा धूमधाम से आयोजित की। इस भव्य पालकी यात्रा में वार्ड के पुरुष व महिला श्रद्धालू बड़ी संख्या में शामिल हुए और आपसी भाईचारा व प्रेम का प्रदर्शन किया.
प्रशांत भारद्वाज ने बताया कि यह फागुन का महीना चल रहा है जिसमें सभी लोग रींगस होते हुए खाटू श्याम जी के दरबार में हाजिरी लगाने जाते हैं. अपने व समाज के सुख व शान्ति के लिए पूजा अर्चना करते हैं. परंतु कुछ लोग काम के कारण व अन्य कई कारणों से बाबा के दरबार में नहीं जा पाते हैं ।उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के मन में कहीं ना कहीं यह जरूर होता है कि हम भी भगवान की निशान यात्रा कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करें. इन्हीं बातों को सोच कर उन्होंने वार्ड नंबर 10 के लोगों के साथ मिलकर राधा कृष्ण मंदिर फेज वन से खाटू श्याम जी की निशान यात्रा का आयोजन करने का निर्णय लिया.
श्री भारद्वाज ने बताया कि इस अवसर पर खाटू श्याम जी की पालकी बड़े धूमधाम से निकाली गई. इसमें लक्ष्मण विहार सहित वार्ड 10 के स्थानीय लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. यात्रा के दौरान भक्तिमय धुन में श्याम बाबा के भजनों पर लोग खूब झूमे. पूरी यात्रा के दौरान लोग भक्तिमय थे. यहाँ का दृश्य पूरी तरह खाटू श्याम मंदिर की तरह शोभायमान लग रहा था. लोगों को सचमुच खाटू श्याम दरबार के दर्शन होने का एहसास हो रहा था ।
इस अवसर पर राधा कृष्ण मंदिर के पुजारियों ने धार्मिक रीति रिवाज के साथ लोगों की पूजा करवाई ।
प्रशांत भारद्वाज का कहना है कि इस प्रकार के आयोजन से क्षेत्र में लोगों में आपसी भाईचारा कायम होता है जबकि लोगों में धार्मिक ऊर्जा का संचार होता है. बाबा श्याम की निशान यात्रा में सभी 36 बिरादरी ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। वार्ड के हजारों लोगों ने इसमें शामिल होकर यह साबित कर दिया कि लक्ष्मण विहार में एकता और अखंडता कूट-कूट कर भरी हुई है। सभी एक दूसरे के सुख दुख में साथ देते हैं । विषम परिस्थिति में भी एक दूसरे के साथ खड़े रहते हैं । प्रशांत भारद्वाज के अनुसार वह ऐसे धार्मिक प्रोग्राम भविष्य में भी लगातार वार्ड नंबर 10 में आयोजित करते रहेंगे।