गुरुग्राम : सावधान ! गुरुग्राम में ऐसे काल सेंटर भी काम कर रहे हैं जो लोन रिकवरी के दौरान अश्लील फोटो बना कर लोन लेने वालों को ब्लैक करते हैं . लोन लेने वालों के अश्लील फोटो को उनके जानकारों को व्हाट्स एप पर धमकी देता है और अवैध उगाही करता है. साईबर अपराध, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने ऐसे ही एक काल सेंटर का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने उक्त काल सेंटर पर छापा मार कर काल सेंटर संचालक सहित 38 लोगों को गिरफ्तार किया है जबकि 27 लैपटॉप और 44 मोबाइल फोन जब्त किया है.
यह काल सेंटर ऑन लाईन चाईनीज व अन्य लोन ऐप (एपलीकेशन) के द्वारा दिए गए लोन के रुपये की रिकवरी करने के नाम पर ब्लैक मेलिंग का यह धंधा चल रहा था . अब तक लाखों रूपये ऐंठने वाला यह सेंटर लोन लेने वाले लोगों की फोटो न्यूड (अश्लील) फोटो के साथ एडिट करके उन फोटो को उनके जानकारों के पास व्हाट्स एप के माध्यम से भेजता था. धमकी भरे मैसेज के माध्यम से ठगी करने की वारदात को अन्जाम देता था. फर्जी कॉल सैन्टर पर थाना साईबर अपराध, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने छापा मारा ।
पुलिस टीम द्वारा कॉल सैन्टर से कुल 09 महिला आरोपियों सहित कुल 38 आरोपियों को काबू किया गया है. इनके कब्जा से कुल 01 लाख 70 हजार रुपए, 27 लैपटॉप व 44 मोबाईल फोन जब्त किए गए ।
ए सी पी क्राइम प्रीत पाल सिंह ने पत्रकारों को क्या बताया ?
▪️कल दिनांक 11.03.2022 को निरीक्षक बिजेन्द्र सिंह, प्रबन्धक थाना साईबर अपराध, गुरुग्राम की पुलिस टीम को अपने विस्वासनीय सुत्रों के माध्यम से एक सुचना उद्योग विहार फेस-1 गुरुग्राम में प्लॉट नम्बर-26 के प्रथम तल पर स्थित एक कॉल सैन्टर द्वारा ऑन लाईन चाईनीज व अन्य लोन ऐप (एपलीकेशन) के द्वारा दिए गए लोन के रुपये की रिकवरी करने के नाम पर लोन लेने वाले लोगों के पास व उनके रिस्तेदारो व दोस्तो के पास धमकी भरे मैसेज, गलत व न्यूड(अश्लील) फोटो के साथ लोन लेने वाले व्यक्ति की फोटो को न्यूड (अश्लील) फोटो के साथ एडिट करके उसके व उसके जानकार, सगे सम्बंधीयो के पास वाटस्अप के माध्यम से फोटो भेज कर ठगी करने के सम्बन्ध में प्राप्त हुई।
▪️प्राप्त सूचना पर निरीक्षक बिजेन्द्र सिंह, प्रबन्धक थाना साईबर अपराध, गुरुग्राम ने तत्परता से कार्यवाही करते हुए कानून की सभी औपचारिकताओं को पूरा करते हुए व उक्त सूचना के बारे में उच्च अधिकारियों को अवगत कराते हुए एक विशेष पुलिस टीम गठित की गई।
गठित की गई पुलिस टीम के सभी सदस्यों को उचित दिशा निर्देश देकर निरीक्षक बिजेन्द्र सिंह उद्योग विहार फेस-1, गुरुग्राम में प्लाँट नम्बर-26 के प्रथम तल पर पहुंचे, जहां पर निरीक्षक बिजेन्द्र सिंह की सुचना पर ACP Cyber Crime श्री ईन्दीवर भी पहुंच गए। उसके बाद पुलिस टीम ने फर्जी कॉल सैन्टर पर ऑन लाईन चाईनीज व अन्य लोन ऐप (एपलीकेशन) के द्वारा दिए गए लोन के रुपये की रिकवरी करने के नाम पर लोगों के पास व उनके रिश्तेदारों व जानकारों के पास धमकी भरे मैसेज, गलत व न्यूड(अश्लील) फोटो के साथ लोन लेने वाले व्यक्ति की फोटो को न्यूड (अश्लील) फोटो के साथ एडिट करके उसके व उसके जानकार, सगे सम्बंन्धियों के पास व्ट्सएप के माध्यम से फोटो भेज कर ठगी कर रहे काँल सैन्टर के लङको व लङकियों के द्वारा किए जा रहे कॉल करते हुए कि विडियो बनाई गई। इसके बाद पुलिस टीम द्वारा कॉल सैन्टर पर काम करने वाले सभी लङको व लङकियों को अपनी-2 जगह पर खङे होने के लिए कहा और उनके द्वारा अपने–2 लैपटोप/डैक्सटोप व मौबाईल फोन से किए जा रहे काम को चैक किया तो पाया कि ये सभी ऑन लाईन चाईनीज व अन्य लोन ऐप (एपलीकेशन) के द्वारा लोन लेने वाले लोगों से लोन के रुपये की रिकवरी करने के नाम पर पहले लोन लेने वाले लोगो के पास फिर उनके रिश्तेदारों व जानकारों के पास धमकी भरे मैसेज, गलत व न्यूड फोटो के साथ लोन ऐप से प्राप्त लोगों के डेटा जैसे फोटो, कोनटैक्ट नम्बर, आधार कार्ड, पैन कार्ड इत्यादी को गलत तरीके से प्रयोग करके उनको ऐडिट करके या धमकी भरे या अश्लिल मैसेज लिखकर उनको भेजकर उनकी समाज में बेईज्जती का भय, डर बनाकर व उनको मानसिक प्रताङना देकर अलग-2 UPI ID के लिंक वाटस्अप के माध्यम से भेजकर रुपये वसुल करना पाया गया। लोग जब लोन भर देते है उसके पश्चात भी इसी तरह दबाब बनाकर वसुली करते रहना पाया गया और लोन भरने की तय तिथी से पहले ही ग्राहक पर दबाब बनाना शुरु कर देते है और उससे रुपये वसुलते है। पुलिस टीम द्वारा कॉल सेंटर के मालिक के बारे में पूछा तो कॉल सेंटर के मालिको के नाम निम्नलखित प्रकार से ज्ञात हुए:-
01. अभिनव पुत्र जोगेन्द्र वशिष्ट गाँव खेङी होजदारपुर थाना छुछकवास, जिला झज्जर।
02. शान्तनु कौशिक पुत्र रजनीश कौशिक निवासी पुठ कला रोहणी, दिल्ली।
……. तथा 27 अन्य आरोपी व 09 महिला आरोपी सहित कुल 38 आरोपियों को कॉल सैन्टर से काबू किया गया।
▪️उक्त सभी आरोपियों (09 महिला व 29 पुरुष आरोपियों) द्वारा ऑनलाईन चाईनीज व अन्य लोन ऐप (एप्लिकेशन) के द्वारा दिए गए लोन के रुपये की रिकवरी करने के नाम पर लोन लेने वाले लोगों की फोटो न्यूड (अश्लील) फोटो के साथ एडिट करके उन फोटो को उनके जानकारों पास व्ट्सएप के माध्यम से भेजने/भेजकर धमकी भरे मैसेज वाटस्अप के माध्यम से ठगी करने की वारदात को अन्जाम देने पर आरोपियों के खिलाफ थाना साईबर अपराध, गुरुग्राम में धारा 384,420,465,469, 499, 500, 507, 509, 120-B IPC, 66, 66-B, 67, 67 (A) IT Act के तहत अभियोग अंकित किया गया व उक्त आरोपियों को अभियोग में नियमानुसार गिरफ्ता किया गया।
▪️आरोपियों से प्रारम्भिक पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि इस कॉल सैन्टर के मालिक अभिनव पुत्र जोगेन्द्र वैशिष्ट गाँव खेङी होजदारपुर थाना छुछकवास जिला झज्जर व शान्तनु कौशिक पुत्र रजनीश कौशिक निवासी पुठ कला रोहणी दिल्ली है। जिन व्यक्तियों ने लोन लिया हुआ उनकी जानकारी / लोन आई.डी व उन व्यक्तियों के फोन नम्बर व उनके फोन को हैक करके उनकी जानकारी जैसे (गैलरी में फोटो, फोन नम्बर, ईत्यादि) उक्त आरोपी मनीष पुत्र अवदेश कुमार निवासी दिल्ली व प्रदीप पुत्र पवन कुमार निवासी भिवानी उपलब्ध कराते है, जिन जानकारियों पर ये सभी मिलकर लोगों को धमकी देकर ऑन लाईन चाईनीज व अन्य लोन ऐप (TX, PF, KARTA LOAN, SPEED LOAN, SUPER WALLET) एप्लीकेशन व उनके प्रोडक्ट की आई.डी (One Loan, Rupee Loan, Rupee Bus, Handy Loan, CashPe, Loan Home, Cashbean Loan, Small Loan, Easy Credit, More Cash, Hi Rupee व अन्य ईनस्टेन्ट लोन ऐप) के द्वारा दिए गए लोन के रुपये की रिकवरी करने के नाम पर लोगों के पास व उनके रिस्तेदारों के पास धमकी भरे मैसेज, गलत व न्यूड (अश्लील) फोटो/विडोयो के साथ लोन लेने वाले व्यक्ति की फोटो को न्यूड (अश्लिल) फोटो/विडियो के साथ एडिट करके उसके व उसके जानकार, सगे सम्बन्धियों के पास व्ट्सएप के माध्यम से फोटो भेज कर दबाब बनाकर तथा भय दिखाते हुए अवैध वसुली करते है तथा वसूली के रुपए अलग-2 UPI- ID के माध्यम से प्राप्त करते है, जिनमें से कुछ UPI – ID से लिंक बैंक खाते से कैश निकाल कर प्राप्त करते है और अब ये उक्त आरोपी हिमान्शु की UPI ID पर रुपये ले रहे है। इस कॉल सैन्टर में काम करने वाले उक्त अन्य आरोपी कर्मचारी 25% कमीशन भी प्राप्त करते है और बाकी रुपये उक्त आरोपी मनीष कुमार व प्रदीप कुमार प्राप्त करते है।
▪️पुलिस टीम द्वारा आरोपियों के कब्जा से कुल 01 लाख 70 हजार रुपए, 27 लैपटॉप व 44 मोबाईल फोन बरामद किए गए है।
▪️आरोपियों द्वारा उपरोक्त कॉल सैन्टर के माध्यम से कितने लोगों को शिकार बनाया गया, उनसे कितने रुपयों की ठगी की गई है, कितने दिनों से ये इस कॉल सैन्टर को चला रहे है तथा अन्य किसी स्थान पर इनके द्वारा किसी और कॉल सैन्टर पर इस प्रकार की ठगी की वारदातों को अन्जाम दिया जा रहा है इत्याद के बारे में पुलिस टीम द्वारा आरोपियों से गहतापूर्वक पूछताछ की जा रही है। अभियोग अनुसंधानाधीन है।