वर्ष 2005, 2006 व 2007 में जन्मे सभी बच्चे टीकाकरण के पात्र : डॉ वीरेंद्र यादव, सिविल सर्जन

Font Size

dr virendra yadav

-15 से 17 वर्ष आयु वर्ग के किशोरों के टीकाकरण के लिए जन्मतिथि को आधार ना माने अभिभावक 

dr virendra yadavगुरुग्राम: गुरुग्राम के सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव (dr virendra yadav) ने आज जिला में 15 से 17 वर्ष आयु वर्ग के किशोरों के अभिभावकों से आह्ववान करते हुए कहा कि वे बच्चों के टीकाकरण के लिए उसकी जन्मतिथि को आधार ना बनाएं। वर्ष 2005 से वर्ष 2007 के बीच जन्मा कोई भी बच्चा कोविड वैक्सीन के लिए टीकाकरण का पात्र है।

डॉ यादव ने बताया कि कई स्कूलों से ऐसी सूचना प्राप्त हुई हैं कि विद्यार्थियों के माता पिता वैक्सीनेशन के लिए की जा रही उम्र की गणना में जन्मतिथि को आधार मानकर अपने बच्चों का टीकाकरण नहीं करवा रहे हैं। उन्होंने बताया कि किशोरों के टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग ने वर्ष 2005, 2006 व 2007 का निर्धारण किया है। इन तीनों वर्ष में जन्मा बच्चा कोविड वैक्सीन टीकाकरण का पात्र है।

डॉ यादव ने अभिभावकों के लिए उम्र की गणना का उदाहरण देते हुए कहा कि मान लें यदि कोई बच्चा 31 दिसम्बर 2007 को जन्मा है तो 31 दिसंबर 2022 को उसकी उम्र 15 साल हो जायेगी इसलिए वो बच्चा भी टीका लगवाने का पात्र होगा।

इसके अलावा वर्ष 2004 में व उससे पहले जन्में व्यक्तियों को कोविन पोर्टल में 18 वर्ष से ऊपर के आयु वर्ग में शामिल कर उनका टीकाकरण किया जा रहा है।

– अनुमानित तौर पर जिला में 1 लाख 30 हजार बच्‍चे टीकाकरण के योग्‍य

डॉ यादव ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के अनुमानित आंकड़ों के मुताबिक जिला में 15-17 आयु वर्ग के बीच के करीब 1 लाख 30 हजार बच्चे हैं जो टीकाकरण के योग्य हैं। जिनमें से एक लाख पांच हजार बच्चों को पहला व करीब साढ़े पांच हजार बच्चों को कोविड वैक्सीन का दूसरा टीका लगाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि चूंकि अब कोरोना की नई गाइडलाइंस के तहत स्कूल खोलने की प्रकिया शुरू की गई है ऐसे में टीकाकरण अभियान को भी रफ्तार मिलेगी।

उन्होंने कहा कि जो बच्‍चे अपना रजिस्‍ट्रेशन कोविन पोर्टल पर नहीं करवा सकें वो सीधे वैक्‍सीन सेंटर पर भी ऐसा कर सकेंगे। 15-17 वर्ष के आयुवर्ग के लिए रजिस्‍ट्रेशन और स्‍लाट बुक करते समय Co-WIN एप पर अपने मोबाइल नंबर से लॉग इन करना होगा। वैक्सीन लगवाने के लिए बच्चो की कोई भी फोटो आईडी कार्ड जैसे आधार, बैंक पासबुक, स्कूल आईडी कार्ड इत्यादि स्वीकृत किए जा रहे है।

dr virendra yadav dr virendra yadav dr virendra yadav

Table of Contents

You cannot copy content of this page