-पुस्तक का लोकार्पण कार्यक्रम के मुख्यअतिथि व आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक लक्ष्मीनारायण भाला ने किया
-संविधान की साज- सज्जा की प्रासंगिकता पर दिया व्याख्यान
गुरुग्राम: आज जिला गुरुग्राम बार एसोसिएशन में हमारा संविधान भाव एवं रेखांकन पुस्तक का लोकार्पण किया गया । यह कार्यक्रम जिला गुरुग्राम बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अधिवक्ता कुलभूषण भारद्वाज के नेतृत्व में किया गया। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद कटारिया ने अध्यक्षता की व बार काउंसिल पंजाब एंड हरियाणा के मेंबर अजय चौधरी अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के तौर पर विश्व हिंदू परिषद हरियाणा के अध्यक्ष और पूर्व न्यायिक अधिकारी पवन कुमार ने भी कार्यक्रम में शिरकत की। पुस्तक लोकार्पण कार्यक्रम के मुख्यअतिथि तौर पर आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक लक्ष्मीनारायण भाला (लक्खी दा ) ने शिरकत की ।
पुस्तक के लोकार्पण के दौरान समाजसेवी एवं संस्कृति कर्मी लेखक लक्ष्मीनारायण भाला ने बताया कि इस पुस्तक में मैंने संविधान की कुछ मुख्य बातों को चित्रों के माध्यम से समावेशित किया है। यह कहा जाए कि भारतीय गौरवशाली एवं सर्व समाज विश्व संस्कृति ने अखिल विश्व की सभ्यता पर गहरा प्रभाव डाला है तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। स्वाधीन भारत ने जब देश को संपूर्ण प्रभुत्व संपन्न एवं लोकतांत्रिक गणराज्य बनाने का संकल्प लिया तो स्वाभाविक यह संकल्प हमारे संविधान में भी प्रतिबिंबित और परिलक्षित हुआ। संविधान लेखन का कार्य लगभग 3 वर्ष में पूर्ण हुआ। किंतु नई पीढ़ी को भारतीय संविधान के इस पहेली का कदाचित ही ज्ञान हो कि संविधान निर्माताओं ने संविधान को भारत की संस्कृति, सभ्यता, संस्कार, परंपरा और पहचान देने वाले अनेक निर्देश चित्रों से सुसज्जित भी करवाया था।
लक्खी दा ने कहा कि संविधान की साज- सज्जा का यह कार्य प्रख्यात चित्रकार नंदलाल बोस के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ था। कुल 234 कलात्मक चौखटों के अंदर सुंधा 28 निर्देश चित्रों के माध्यम से भारत की 5000 वर्षों की सभ्यता और संस्कृति समाहित की गई है। पुष्पक विमान श्री राम, लक्ष्मण सीता के अयोध्या गमन, तथा श्री कृष्ण द्वारा अर्जुन को गीता के उपदेश से लेकर मोहनजोदड़ो के प्रतीक चिन्ह नदी बैल एवं वैदिक काल के गुरुकुल के सुंदर चित्रों को सम्मिलित करते हुए बुद्ध महावीर विक्रमादित्य के दरबार और नालंदा विश्वविद्यालय को भी इसमें समाहित किया गया है। व्यक्तित्व में छत्रपति शिवाजी गुरु गोविंद सिंह रानी लक्ष्मीबाई टीपू सुल्तान गांधी तथा सुभाष को संविधान के पन्नों में सम्मानपूर्वक स्थान दिया गया है। यह चित्र प्रतीक या व्यक्तित्व क्यों भारतीय संविधान के भाग बने इनकी ही व्याख्या का विश्लेषण इस पुस्तक का प्रतिपाध है। जो पुस्तक को महत्वपूर्ण उपयोगी और विशिष्ट बनाती है। भारतीय संविधान के इस अनछुए पहलुओं से संबंधित पाठकों का यह प्रथम परिचय ही होगा।
विशिष्ट अतिथि के तौर पर विश्व हिंदू परिषद हरियाणा के अध्यक्ष और पूर्व न्यायिक अधिकारी पवन कुमार ने भी कार्यक्रम में शिरकत की।पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भीमराव अंबेडकर बाबा की एक ही विचारधारा थी कि सब जाति एक हो।
हमारा संविधान भाव एवं रेखांकन पुस्तक लोकार्पण के दौरान जिला गुरुग्राम बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अधिवक्ता कुलभूषण भारद्वाज ने बताया कि पुस्तक में संविधान कि महत्वपूर्ण बातोंं का समावेश किया गया है, साथ ही साथ चित्रों कि प्रस्तुति के माध्यम से सरल भाषा में आम जनता के लिए किताब उपलब्ध को राष्ट्रीय पुस्तक न्यास से आप लोग मंगवा सकते हैं। और हमारे संविधान के बारे में नई पीढ़ी को जानकारी प्राप्त होगी।
इस पुस्तक लोकार्पण कार्यक्रम के अंतिम समय में बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष ने सबका धन्यवाद किया इस कार्यक्रम में सैकड़ों की तादाद में जिला गुरुग्राम बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष करण सिंह राव, शमशेर सिंह, हंस बलराज सिंह, हंस नरेंद्र छोकर, एडवोकेट अंजू रावत नेगी, एडवोकेट अर्चना चौहान, एडवोकेट राहुल चौहान, एडवोकेट गजेंद्र सिंह तंवर, सुंदर सिंह, एडवोकेट अजय कांडा, एडवोकेट सुखपाल राघव, एडवोकेट नूतन यादव, माता शीतला बोर्ड के सदस्य ब्रह्म कौशिक आदि लोग मौजूद रहे।