वैक्सीनेशन संबंधी जानकारी के लिए स्वास्थ्य विभाग के हेल्पलाइन नंबरों पर करें संपर्क : डॉ यश गर्ग

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– आमजन से टीकाकरण अभियान को सफल बनाने की उपायुक्त ने की अपील, कहा वैक्सीन लगवाकर सुरक्षा कवच करे धारण

गुरुग्राम 5 जनवरी। जिलावासियों की वैक्सीनेशन संबंधी सुविधा को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा हेल्पलाइन नंबर-7015663108 व 0124-2322412 जारी किए गए हैं। इन नंबरों पर संपर्क कर लोग वैक्सीनेशन संबंधी अपने संशयो को दूर कर सकते हैं। इन हेल्पलाइन नंबरों पर किसी भी कार्य दिवस में प्रातः 9:00 बजे से सांय 5:00 बजे तक संपर्क किया जा सकता है।

इस बारे में जानकारी देते हुए उपायुक्त डॉ यश गर्ग ने बताया कि जिला में जिन लोगों ने अभी तक कोरोनारोधी वैक्सीन नहीं लगवाई है या दूसरी डोज़ लंबित है उनकी सुविधा को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। इन हेल्पलाइन नंबरो पर फोन करके व्यक्ति टीकाकरण केंद्रों सहित वैक्सीन संबंधी अन्य जानकारी प्राप्त कर सकता है। उन्होंने बताया कि जिला में वैक्सीनेशन अभियान युद्ध स्तर पर चलाया जा रहा है और जिन लोगों ने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाई है, उन्हें वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

जिला में चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान के तहत लोगों को 4 जनवरी तक 43 लाख 43 हज़ार 360 डोज़ लगाई जा चुकी है और आगे भी टीकाकरण अभियान जारी रहेगा। इसी प्रकार, 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के किशोरों के लिए भी 3 जनवरी से टीकाकरण अभियान शुरू हो चुका है। किशोरों में टीकाकरण को लेकर काफी उत्साह है और रोजमर्रा में किशोर बढ़-चढ़कर टीकाकरण अभियान में भाग ले रहे हैं। जिला में 4 जनवरी तक इस आयु वर्ग के 15016 किशोरों का टीकाकरण किया जा चुका है । किशोरों के टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों माध्यम से किया जा सकता है।

उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि वे टीकाकरण संबंधी किसी प्रकार का संशय अपने मन में ना रखें और कोरोनारोधी वैक्सीन जरूर लगवाएं। सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशानुसार अनुसार सार्वजनिक स्थानों पर एंट्री के लिए कोरोनारोधी वैक्सीन की दोनों डोज़ अनिवार्य की गई है। इसके अलावा, जिन लोगों ने कोरोनारोधी वैक्सीन की दोनों डोज़ लगवा ली है उनके लिए भी कोविड-19 प्रोटोकॉल की पालना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि लोग अनावश्यक रूप से घरों से बाहर ना निकले और जहां तक संभव हो अपने घर में ही रहें।

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