जियो नेटवर्क कंपनी की अवैध खुदाई से सेक्टर 3, 5 और 6 में पेयजल व बिजली आपूर्ति ठप रही, बिजली विभाग ने कंपनी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई

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-तीनों सेक्टरों में हजारों परिवारों को बिना पेयजल के गुजारा करना पड़ा

-विद्युत आपूर्ति भी 5 घंटे से अधिक समय तक बंद रही

-ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करे एमसीजी और बिजली विभाग : दिनेश वशिष्ठ

गुरुग्राम:  जियो नेटवर्क कंपनी की ओर से की जा रही अवैध खुदाई के कारण शहर के सेक्टर 3, 5 और 6 के लोगों को गुरुवार को बिना पेयजल और बिजली के ही गुजारा करना पड़ा। लोग पेयजल से वंचित रहे जबकि लगभग 5 घंटे से अधिक समय तक इलाके में बिजली आपूर्ति ठप रही। दक्षिण हरियाणा विद्युत वितरण निगम की ओर से जिओ कंपनी के कर्मियों के खिलाफ सेक्टर 5 पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई गई। इस घटना पर सेक्टर वासियों ने जबरदस्त रोष प्रकट किया और आरडब्लूए सेक्टर 3, 5 और 6 के प्रेसिडेंट दिनेश वशिष्ठ ने सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की।

जियो नेटवर्क कंपनी की अवैध खुदाई से सेक्टर 3, 5 और 6 में पेयजल व बिजली आपूर्ति ठप रही, बिजली विभाग ने कंपनी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई 2
श्री वशिष्ठ ने बताया कि गुरुवार शाम को जियो नेटवर्क कंपनी के कर्मियों ने अपनी केवल डालने के लिए अवैध तरीके से खुदाई की. बिना किसी अनुमति के अंडर ग्राउंड सर्विसेज के आसपास ड्रिल मशीन का उपयोग किया. इससे सेक्टर 3, 5 एवं 6 तथा साथ के अन्य इलाके में  पेयजल आपूर्ति की लाइन को पूरी तरह डैमेज हो गई . यही नहीं स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की एच टी अंडरग्राउंड केबल को भी ड्रिल से भारी नुकसान पहुंचाया गया।

इसके कारण एक तरफ तीनों सेक्टरों में हजारों परिवारों को बिना पेयजल के गुजारा करना पड़ा जबकि दूसरी तरफ बिजली की लाइन पूरी तरह कट जाने के कारण विद्युत आपूर्ति भी 5 घंटे से अधिक समय तक के लिए पूरी तरह ठप रही।

दिनेश वशिष्ठ ने बताया कि आरडब्लूए के प्रधान होने के नाते तीनों सेक्टरों के निवासियों की आधारभूत सुविधाओं का ध्यान रखना उनकी जिम्मेदारी है और इस प्रकार की विषम परिस्थिति जो निजी टेलीकॉम कंपनी के कर्मियों द्वारा जानबूझकर उत्पन्न कर दी गई को लेकर उन्हें गुरुवार को लगातार कई घंटे कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

उन्होंने कहा कि सेक्टर वासियों में भारी रोष है क्योंकि इस प्रकार की घटना अक्सर होती रहती है. निजी कंपनियां अपनी सर्विसेज देने के लिए सरकारी अंडरग्राउंड सर्विसेस को डैमेज कर देती है। यह कंपनियां संबंधित विभागों से खुदाई करने की अनुमति भी नहीं लेती है और ना ही अंडरग्राउंड सर्विसेज की सुरक्षा और उससे उत्पन्न होने वाले खतरे का ध्यान रखती है। अपने व्यावसायिक लाभ के लिए सरकार और आम जनता दोनों को नुकसान पहुंचता है।

गुरुवार को ड्रिल मशीन से पेयजल आपूर्ति लाइन और बिजली की एच टी लाइन को भारी क्षति पहुंचाने के मामले का सेक्टर के लोगों के विरोध के बाद संज्ञान लिया गया. उक्त कंपनी के खिलाफ बिजली विभाग ने सेक्टर 5 थाने में शिकायत दर्ज कराई है।

सेक्टर 3,5 एवं 6 रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान दिनेश वशिष्ठ ने बताया कि उन्हें इस घटना की जानकारी पंप ऑपरेटर ने गुरुवार  शाम 4:30 पर दी. उन्हें बताया गया कि जियो नेटवर्क की ड्रिल मशीन ने पेयजल आपूर्ति की लाइन तोड़ दी है. आरडब्ल्यूए की ओर से ही एमसीजी के अधिकारियों को इस घटना की जानकारी दी गई तब जाकर पेयजल आपूर्ति लाइन की मरम्मती का काम हुआ। काफी जद्दोजहद के बाद रात्रि 12:00 बजे के बाद पेयजल आपूर्ति चालू की जा सकी।

इसके बाद गुरुवार शाम को 7:00 बजे ही इन सेक्टरों की बिजली गुल हो गई. अचानक बिजली बाधित होने से लोगों ने बिजली विभाग को शिकायत की लेकिन लाइन का फाल्ट नहीं मिला। बाद में पता चला कि जिओ नेटवर्क की ड्रिल मशीन से हुई खुदाई के दौरान स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत डाली गई अंडर ग्राउंड एच टी केबल भी कट गई है। इसके बाद आनन-फानन में बिजली विभाग ने इसे ठीक करवाया। सेक्टर वासियों की नाराजगी को देखते हुए बिजली विभाग ने उक्त कंपनी के खिलाफ सेक्टर 5 में लिखित शिकायत दर्ज कराई. आश्चर्यजनक बात यह है कि एच टी केबल को भी जिस गैर जिम्मेदाराना तरीके से नुकसान पहुंचाया गया उससे बड़ा खतरा हो सकता था। थोड़ी सी लापरवाही के कारण जान माल का भी भारी नुकसान हो सकता था।

श्री वशिष्ठ ने नगर निगम प्रशासन और बिजली विभाग से ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.  उन्होंने कहा है कि किसी भी निजी कंपनी को सरकारी संबंधित विभागीय अधिकारियों की देखरेख में ही इस प्रकार के काम करने की अनुमति दी जाए ।

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