– पुराने नंबरदारों को फिटनेस व उम्र के आधार पर पदमुक्त करने का फैसला
-काग्रेस नेता अशोक बुवानीवाला ने सरकार के फ़ैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया
चंडीगढ़ : प्रदेश में अंग्रेजी काल से चले आ रहे नंबरदार पद को अन्य राज्यों की तर्ज पर खत्म करने की पूरी तैयारियां हो चुकी है।माना जा रहा है कि डिजिटल युग में नंबरदारों की जरूरत नहीं बची है। राजस्व व आपदा प्रबंधन विभाग ने नंबरदारी प्रथा के कामकाज पर सख्ती बरतनी शुरू कर दी है।
हरियाणा सरकार ने नए नंबरदारों की नियुक्ति पर रोक के बाद सभी जिला उपायुक्तों को मौजूदा कार्यरत नंबरदारों को 75 वर्ष तक कार्यरत रखने का आदेश जारी किया है। इसके अलावा जो नंबरदार 60 की उम्र पार कर चुके हैं, उनको भी स्वास्थ्य प्रमाण पत्र देना होगा। आंकड़ो के अनुसार जो नंबरदार वर्तमान में नियुक्त हैं, उनमें से भी 60 फीसदी की उम्र 60 से 80 के बीच में है।
हरियाणा नंबरदार एसोसिएसन के प्रधान जिले सिंह संदलाना ने बताया कि सरकार की मंशा साफ दिख रही है कि वह इस पद को खत्म करने की पूरी तैयारी में है। जल्द ही इसके लिए हरियाणा लेवल पर नंबरदारों की मीटिंग बुलाकर आंदोलन करने का फैसला लिया जाएगा। सरकार को सामाजिक सरोकार से जुड़े पदों को इस तरह से खत्म नहीं करने दिया जाएगा।
काग्रेस नेता अशोक बुवानीवाला ने सरकार के फ़ैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि पुस्तैनी ज़मीनों के बँटवारे में नम्बरदारों की तफ़सीत आज भी महत्वपूर्ण है।