लखनऊ : अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव प्रियंका गांधी ने आज उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्यालय ‘नेहरू भवन’ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस पार्टी का महिला घोषणापत्र जारी किया . इस अवसर पर उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण तभी मुमकिन है, जब महिलाओं को समान अधिकार मिलें और सम्मान मिले। कांग्रेस महिला शक्ति को समान अधिकार व सम्मान दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि बेटियों को शैक्षणिक आधार पर स्मार्टफोन और इलेक्ट्रॉनिक स्कूटी देकर उनकी शिक्षा को सुलभ बनाएंगे।
प्रियंका गांधी ने महिलाओं के लिए कई घोषणाएं की.उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘महिलाएं अब अन्याय सहने को तैयार नहीं हैं. इसलिए हमने महिला घोषणापत्र बनाया है. इसके छह हिस्से हैं: स्वाभिमान, स्वावलंबन, शिक्षा, सम्मान, सुरक्षा और सेहत. उन्होंने कहा कि कांग्रेस बेटियों के साथ किए वादे को निभाएगी। कांग्रेस बेटियों की शिक्षा को सुलभ बनाएगी। कांग्रेस की प्रतिज्ञाओं में इंटर पास बेटियों को स्मार्टफोन और स्नातक बेटियों को इलेक्ट्रॉनिक स्कूटी देने की प्रतिज्ञा भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि यह प्रतिज्ञा बेटियों की शिक्षा को सुलभ बनाने के साथ-साथ बेटियों के स्कूल-कॉलेज के परिवहन की समस्या को भी दूर करेगी।उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में 40% टिकट महिला शक्ति को देकर सशक्त बनाएंगे। महिला शक्ति को राजनीतिक मजबूती देकर सत्ता में भागीदार बनाएंगे।
उनका कहना था कि हम महिला शक्ति को ताकत देने के अपने वादे पर प्रतिबद्ध हैं। पिछले कई महीने में उप्र कांग्रेस ने प्रदेश भर की महिलाओं से सलाह-मशविरा किया और उनके लिए एक नई राह बनाने का खाका तैयार किया। शक्ति विधान गृहणियों, कॉलेज की लड़कियों, आशा व आंगनबाड़ी बहनों, स्वयं-सहायता समूह की बहनों, शिक्षिकाओं और प्रोफेशनल महिलाओं की आवाज़ का प्रतिबिम्ब है।
प्रियंका गांधी द्वारा उत्तर प्रदेश के लिए जारी महिला घोषणा पत्र के छह हिस्से :
स्वाभिमान- 40 प्रतिशत हिस्सेदारी से शुरुआत की है और आगे चलकर हम इसे 50 फीसदी करना चाहते हैं. संसद और विधान सभाओं में महिलाओं का प्रतिनिधित्व 14 प्रतिशत से कम है. जब 40 फीसदी चुनाव लड़ेंगी तो ये बढ़ेगा.
स्वावलंबन- नए सरकारी पदों में आरक्षण प्रावधानों के मुताबिक 40 प्रतिशत महिलाओं को नौकरी देंगे. 20 लाख नौकरियों के वादे में से 8 लाख नौकरियां महिलाओं को देंगे. राज्य में राशन की 50 फीसदी दुकानें महिलाएं चलाएंगी.
शिक्षा– 12वीं क्लास की छात्राओं को स्मार्टफोन दिया जाएगा. यह शिक्षा और सुरक्षा का माध्यम बन गया है. स्नातक छात्राओं को स्कूटी दी जाएगी. राज्य भर में वीरांगनाओं के नाम पर दक्षता विद्यालय खोले जाएंगे. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का 60 फीसदी बजट सिर्फ विज्ञापनों में खर्च किया गया है.
सम्मान- घरेलू क्षेत्र में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए भी काम किया जाएगा. घरेलू काम महिलाएं 5 घंटे करती हैं, जबकि पुरुष सिर्फ डेढ़ घंटे करते हैं.
सुरक्षा- यूपी में महिलाओं की सुरक्षा के क्या हालात हैं, ये सभी को पता है. यूपी में प्रशासन और पुलिस अपराधियों की मदद करते हैं. अपराधी ज्यादातर सत्ताधारी होते हैं. पुलिस बल में 25 फीसदी महिलाओं को नौकरी देंगे और हर थाने में महिला कॉन्स्टेबल की नियुक्ति होगी. रेप जैसे मामले में अगर 10 दिन में कार्रवाई ना हों तो हम पुलिस अधिकारी को निलंबित करेंगे. महिला सुरक्षा के लिए विशेष सुरक्षा प्राप्त आयोग का गठन किया जाएगा, जिसमें 6 महिलाएं होंगी.
सेहत- राज्य की महिलाओं की सेहत का ख्याल रखने के लिए 10 लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त किया जाएगा. इसमें कोई भी बीमारी हो.