नई दिल्ली : वर्ष 2011 में अनुमोदित पूर्वोत्तर राज्य सड़क निवेश कार्यक्रम (एनईएसआरआईपी) में 6 पूर्वोत्तर राज्यों-असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, सिक्किम तथा त्रिपुरा में कुल 433.42 किमी लंबी सड़कों के निर्माण/उन्नयन की परिकल्पना की गई थी। सीसीए ने इस परियोजना को अगस्त, 2022 तक पूरा करने की मंजूरी दी है. इसमें एक साल की दोष दायित्व अवधि भी शामिल है। त्रिपुरा की एक सड़क को छ़ोडकर जो फरवरी, 2022 तक पूरी होगी, एनईएसआरआईपी के तहत सभी सड़क परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं। एनईएसआरआईपी सड़क परियोजनाओं के आस-पास के गांवों के लगभग 36 लाख लोगों को इन सड़कों से प्रत्यक्ष लाभ प्राप्त हो रहा है।
एनईएसआरआईपी परियोजना (पैकेज संख्या.एएस-सीडब्ल्यू1) के तहत कालिटाकुची से बारपेटा (एएस 37 सी) एवं बिलासीपारा (एनएच-31) से फाकिराग्राम (एएस-11) (असम राज्य में किश्त -1 सड़क) सड़क खंड में सुधार तथा उन्नयन।
एनईएसआरआईपी के तहत तमुलपुर से पनेरी ( एएस-02), पनेरी से उदलगुड़ी (एएस-03) तथा असम राज्य में किश्त -2 सड़कों में पांच प्रमुख पुलों के सड़क खंडों में सुधार तथा उन्नयन
मेल्ली-नया बाजार (किमी 17.10 से नया बाजार (एसके 01) तथा नया बाजार से नामची (एसके 02) (सिक्किम राज्य में किश्त 1 सड़कों) सड़क खंड में सुधार तथा उन्नयन
मिजोरम (एमजेड-02) में सरछिप से बुआरपुई सड़क का सुधार तथा उन्नयन
मणिपुर में टुपुल (एनएच 53) से बिष्णुपुर तथा थोउबाल से कासोम खुल्लेन (एमएन-06) सड़क का सुधार तथा उन्नयन
त्रिपुरा में उदयपुर (एनएच 44) से मेलाघार (टीआर-02) सड़क का सुधार तथा उन्नयन