-मुख्यमंत्री ने सीएसआर से बनाए गए पीडियाट्रिक वार्ड का किया उद्घाटन
-गांव दौला में स्मार्ट ग्राम स्कूल का शिलान्यास करने के साथ मोबाइल क्लीनिक को किया रवाना
-एडवांस लाइफ स्पोर्ट एंबुलेंस की सौंपी चाबी
गुरूग्राम, 13 नवंबर। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज कॉरपोरेट कंपनियों के प्रतिनिधियों से कहा कि आप सीएसआर फंड को समाज के लिए कहीं भी खर्च कर सकते हैं लेकिन बेहतर होगा कि आप उस धनराशि को सरकार के साथ मिलकर लगाएं क्योंकि सरकार को प्राथमिकताओं का पता होता है। इससे प्रदेश में इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार होगा।
मुख्यमंत्री आज गुरूग्राम में हरियाणा राज्य सीएसआर ट्रस्ट द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस कार्यक्रम में गुरूग्राम व आस पास के क्षेत्रों से 75 से ज्यादा कॉरपोरेट लीर्ड्स को आमंत्रित किया गया था। प्रदेश में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हरियाणा राज्य सीएसआर ट्रस्ट बना हुआ है, जिसमें चार ट्रस्टी हैं। इनमें वित विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद , उपाध्यक्ष बोधराज सीकरी , स्वर्ण जयंती हरियाणा इंस्टीट्यूट ऑफ फिसकल मैनेजमेंट के महानिदेशक शामिल हैं।
कार्यक्रम में उपस्थित कॉरपोरेट लीर्ड्स को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कॉरपोरेट कंपनियों को अपने सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत अपने लाभ का कम से कम दो प्रतिशत हिस्सा खर्च करना अनिवार्य है। इसमें लगभग 15 -16 अलग-2 हैड हैं जहां आप यह राशि खर्च कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम समाज हित में धनराशि लगाना चाहते हैं परंतु पता नही कहां लगाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप समाज के लिए कहीं भी स्वास्थ्य , सौंदर्यकरण , शिक्षा आदि से संबंधित कार्यों पर इस धनराशि को खर्च कर सकते हैं, लेकिन बेहतर होगा कि आप सरकार के साथ मिलकर इस धनराशि को लगाएं क्योंकि सरकार को प्राथमिकताओं का पता होता है। उन्होंने इस फंड को खर्च करने में पारदर्शिता और अकाउंटिबिलिटी का भरोसा दिलाया और कहा कि खर्च किए गए एक-एक पैसे का हिसाब रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आवश्यकताओं व प्राथमिकताओं के आधार पर विभिन्न कार्यों की मैपिंग करके काम करने की जरूरत है। समाज की जिम्मेदारी हम सभी पर है। साथ ही उन्होंने कहा कि पुराने समय में भी व्यापारी चाहे कहीं भी व्यापार करें परंतु अपने जन्म स्थान वाली जगह पर ही अपने पिता , दादा अथवा किसी परिजन के नाम पर कुछ बनवाने पर खर्च करते थे। यह प्राचीन समय से हमारी संस्कृति का हिस्सा है। पहले कहा जाता था ‘दशांस‘ अर्थात् अपनी कमाई का 10वां हिस्सा हम समाज के लिए निकालेंगे। धीरे-धीरे यह राशि 2 प्रतिशत पर आ गई है। उन्होंने कहा कि समाज में धर्मादा करने की भावना आज भी है , तो उसे क्यों ना सरकार के साथ मिलकर लगाएं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘सबका साथ -सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास‘ का नारा दिया है। इसका मतलब है कि हम सभी मिलकर प्रयास करेंगे तभी देश को उंचाईयों पर ले जाने का सपना पूरा होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अच्छी जगह पर रहते हैं परंतु अभी भी समाज में ऐसे कई स्थान है जहां सुविधाओं का अभाव है। यह हम सबके लिए चिंतन का विषय है। हमेशा की तरह मुख्यमंत्री ने अपनी पंक्तियों – ‘ चलो जलाएं दीप वहां, जहां अभी भी अंधेरा है, माना अंधेरा घना है परंतु दीप जलाना कहां मना है‘ के साथ सभी कॉरपोरेट लीडर्स को आह्वान किया कि आओ मिलकर दीप जलाएं और अंधेरा दूर भगाएं। उन्होंने अंत्योदय की भावना से काम करने का संदेश दिया और कहा कि हम सभी इस भावना से काम करें कि यह समाज मेरा है और मै समाज का।
इससे पहले, वित विभाग हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने हरियाणा सीएसआर ट्रस्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दी और बताया कि सन -2014 -15 से लेकर अब तक सीएसआर के तहत प्रदेश में खर्च की गई राशि में लगभग 3 गुना बढ़ोतरी हुई है। सन-2014 में जहां सीएसआर के तहत 187 करोड़ रूप्ये विभिन्न परियोजनाओं पर खर्च हुए थे , वहीं सन् -2020 तक 518 करोड़ रूप्ये की राशि खर्च की गई है। इसमें ग्रामीण विकास, हैरीटेज , स्वच्छता, शिक्षा आदि शामिल हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य पर अभी भी खर्च करने की काफी गुंजाइश है। साथ ही बताया कि कोविड के समय गुरूग्राम क्षेत्र में सीएसआर से 64 पीएसए ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के समय कंपनियों ने काफी सहयोग दिया। श्री प्रसाद ने भी कहा कि कंपनियां सरकार के साथ मिलकर सीएसआर फंड को लगांएगी तो उसके बेहतर परिणाम आएंगे।
ट्रस्ट के उपाध्यक्ष बोधराज सीकरी ने भी इस मौके पर संबोधित और ट्रस्ट के बारे में विस्तार से बताया। कार्यक्रम से पहले मुख्यमंत्री ने रिन्यू पावर कंपनी द्वारा अपने सीएसआर से गुरूग्राम के सैक्टर-31 के पॉली क्लीनिक में बनाए गए पीडियाट्रिक वार्ड का उद्घाटन किया और एसबीआई बैंक द्वारा सीएसआर से दी गई एंडवास्ंड लाइफ स्पोर्ट एंबुलेंस की चाबी गुरूग्राम के सिविल सर्जन डा. विरेन्द्र यादव को सौंपी। इसके साथ उन्होंने सीएसआर के तहत राइट्स नामक कंपनी द्वारा उपलब्ध करवाए गए टीबी की बीमारी की रोकथाम के लिए मोबाइल क्लीनिक को भी झंडी दिखाकर रवाना किया जिसे मेदांता द मैडिसिटी के सहयोग से चलाया जाएगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने गांव दौला में स्मार्ट ग्राम स्कूल के दूसरे चरण की आधारशिला भी रखी। इस परियोजना पर 3 करोड़ 60 लाख रूप्ये की कुल लागत आएगी जिसमें से पहले चरण में लगभग 3 करोड़ रूप्ये का कार्य पूरा भी हो चुका है तथा दूसरे चरण का कार्य अगले दो महीनों में पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद, गांव दौला का राजकीय कन्या विद्यालय स्मार्ट विद्यालय बन जाएगा।
इस अवसर पर वित विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद, जीएमडीए के सीईओ सुधीर राजपाल, मेदांता द मैडिसिटी से डा. नरेश त्रेहन, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार अमित आर्य, इंवेस्ट इंडिया से पवन चौधरी, उपायुक्त डा. यश गर्ग , पुलिस आयुक्त के के राव भी उपस्थित थे।