मुम्बई : महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मालिक ने एनसीबी के रिजनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर आज फिर आरोपों की झरी लगा दी. उन्होंने कहा है कि समीर वानखेड़े मुंबई शहर में 2 लोगों के जरिए फोन टैप कर रहा है । लोगों के फोन को इंटरसेप्ट किया जा रहा है । 2 प्राइवेट लोग हैं, एक मुंबई शहर में है और एक ठाणे में है। मंत्री ने कहा कि हम लोगों के सामने रखेंगे कि कैसे समीर वानखेड़े गलत तरह से लोगों का फोन टैप कर रहा है.
इसके साथ ही आर्यन खान ड्रग्स मामले में फिर नया मोड़ आ गया है. एनसीपी नेता व मंत्री नवाब मलिक ने एक गुमनाम अधिकारी का पत्र सोशल मिडिया पर जारी कर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारी समीर वानखेड़े की कार्यशैली को सवालों के घेरे में ला दिया है. उक्त लेटर में समीर वानखेड़े और उनकी टीम पर 26 झूठे मामले बना कर बालीवुड के एक्टर व एक्ट्रेस एवं और अन्य लोगों को फंसाने व उनसे अवैध वसूली करने के आरोप लगाए गए हैं. लेटर में दावा किया गया है कि समीर वानखेडे और उनकी टीम ने लोगों के घरों में भी तलाशी के दौरान ड्रग्स रखकर झूठे केस बनाए.
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने आज एक बार फिर प्रेसवार्ता में समीर वानखेड़े के बर्थ सर्टिफिकेट पर सवाल खड़ा किया. उन्होंने इसे फर्जी करार दिया और आरोप लगाया कि उन्होंने फर्जी जाति सर्टिफिकेट बनवाकर सरकारी नौकरी हासिल की और एक दलित का हक छीना.
पत्रकारों के सवाल पर नवाब मलिक ने दावा किया कि उन्होंने जो भी सर्टिफिकेट शेयर किए हैं, सभी सही हैं. उन्होंने यह कहते हुए चुनौती दी कि अगर समीर वानखेड़े या उनके पिता को लगता है कि ये फर्जी है तो वो असली सर्टिफिकेट दिखाएं.
श्री मलिक ने अपने ट्वीटर हेंडल पर एक लेटर जारी करते हुए दावा किया है कि एनसीबी के एक अधिकारी ने उनका नाम गुप्त रखने की शर्त पर उन्हें यह चिट्ठी भेजी है. पत्र में शिकायतकर्ता का नाम नहीं होने के सवाल पर पत्रकारों द्वारा कुरेदे जाने पर नवाब मलिक ने कहा कि एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में मैं यह पत्र डीजी नारकोटिक्स को फॉरवर्ड कर रहा हूं और उनसे अनुरोध करता हूं कि समीर वानखेड़े के खिलाफ जो जांच के आदेश दिए गये हैं उनमें इन आरोपों को भी शामिल किया जाए.
एक सवाल के जवाब में नवाब मलिक ने कहा कि समीर वानखेड़े ने ही नहीं उनके पिता ने भी फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर नौकरी हासिल की थी. उन्होंने किसी दलित का हक छीना है. उनकी जांच करवाई जाएगी और उनसे सभी पैसे रिकवर करवाए जायेंगे . उन्होंने कहा कि यह लड़ाई लम्बी चलेगी. उनका कहना था कि वे एनसीबी के खिलाफ नहीं हैं बल्कि एक फर्जी अधिकारी के खिलाफ उनका संघर्ष जारी रहेगा.
उन्होंने आगे कहा, ‘मुंबई में किसी भी व्यक्ति का बर्थ सर्टिफिकेट ऑनलाइन सर्च किया जा सकता है. समीर वानखेड़े की बहन यासमीन का बर्थ सर्टिफिकेट ऑनलाइन अवेलेबल है, लेकिन समीर वानखेड़े का नहीं है. उन्होंने कहा कि बहुत सर्च किया, लेकिन यह सर्टिफिकेट नहीं मिला.
मंत्री ने कहा कि मामले का खुलासा होने के बाद कई संस्थाएं और लोग उनके पास आ रहे हैं. वे लोग शेड्यूल कास्ट सर्टिफिकेट वैलिडिटी कमेटी के पास इसकी शिकायत करेंगे और इसकी जांच होनी चाहिए. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि “मैं पहले दिन से कह रहा हूं कि एनसीबी में वसूली हुई है. मालदीव में भी वसूली हुई है.”
उन्होंने यह तक कहा कि उनकी बेटी निलोफर मालिक की निजी जानकारी जुटाने की कोशिश समीर वानखेड़े द्वारा की जा रही है. समीर ने महाराष्ट्र डीजीपी से उनकी बेटी निलोफर की सीडीआर मांगी थी जो पुलिस ने देने से मना कर दिया. उन्होंने खुलासा किया कि उनकी बेटी समीर वानखेड़े के खिलाफ सारे कागजात जुटा रही है. यह कानूनी लड़ाई लम्बे समय तक चलेगी.
इस बीच समीर वानखेड़े की पत्नी क्रांति वानखेड़े ने मिडिया से बातचीत में कहा है कि ये सारे दावे झूठे हैं और अगर नवाब मलिक के पास कोई सबूत है तो वे कोर्ट में पेश करें तभी उस पर न्याय होगा। ट्विटर पर कोई भी कुछ भी लिख सकता है जो सच नहीं हो जाएगा.