ग्राम पाई में मुख्य रोड पर दर्जनभर बंदरों के शव मिलने से फैली सनसनी

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ग्राम पाई के ग्रामीणों ने जुरहरा सरपंच का घेराव कर लगाया बंदरों की हत्या का आरोप

सरपंच लक्ष्मण साहू व उनके पिता हुकम साहू के खिलाफ मामला दर्ज

ग्राम पंचायत जुरहरा प्रशासन को कस्बे से बंदरों को पकड़वाना पड़ा भारी

जुरहरा, भरतपुर रेखचन्द्र भारद्वाज: जुरहरा कस्बे वासियों के द्वारा काफी लंबे समय से कस्बे से बंदरों को पकड़वाने की लगातार की जा रही मांग के चलते ग्राम पंचायत जुरहरा प्रशासन के द्वारा गत कई दिनों से कस्बे में बंदरों को पकड़वाने का अभियान चलाया हुआ है जिसके चलते ठेकेदार के द्वारा कस्बे में विभिन्न स्थानों पर पिंजरा लगाकर बंदरों को पकड़ने का कार्य किया जा रहा है जिसकी कस्बेवासियों के द्वारा सराहना भी की जा रही है लेकिन शुक्रवार की सुबह जुरहरा-कामां रोड स्थित ग्राम पाई में करीब दर्जनभर बंदरों के शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई और काफी संख्या में ग्राम पाई के ग्रामीण बजरंग दल के राजस्थान प्रांत गोरक्षा प्रमुख रामेश्वर गुर्जर कलावटा के नेतृत्व में ग्राम पंचायत कार्यालय जुरहरा पहुंचे और वहां पर जुरहरा सरपंच लक्ष्मण साहू का घेराव करते हुए बंदरों के साथ अमानवीय व्यवहार किए जाने व उनके साथ क्रूरता किए जाने के आरोप लगाते हुए अपना आक्रोश प्रकट किया।

ग्राम पाई में मुख्य रोड पर दर्जनभर बंदरों के शव मिलने से फैली सनसनी 2ग्रामीणों के द्वारा जुरहरा सरपंच पर बंदरों की हत्या कराए जाने के आरोप लगाए साथ ही शुक्रवार की सुबह पकड़े गए बंदरों को भी मुक्त करा दिया गया वहीं उक्त मामले में ग्राम पाई निवासी राकेश कुमार पुत्र मटोल सिंह के द्वारा जुरहरा सरपंच लक्ष्मण साहू व उनके पिता हुकम चंद साहू के खिलाफ बंदरों की हत्या करने का मामला जुरहरा थाने में दर्ज कराया गया है। थाने में दी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि ग्राम पंचायत पाई के जंगल में 10 बन्दर मृत अवस्था में कामां-जुरहरा सडक के किनारे पाई गांव के दोनों तरफ पाये गये हैं।

जिन्हें देखकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है जिससे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है तथा साम्प्रदायिक दंगा भडकने का अन्देशा है तहरीर में बताया गया है कि ग्रामीणों के द्वारा अपने स्तर पर जांच की तो पता चला कि ग्राम पंचायत जुरहरा के सरपंच लक्ष्मण व उसके पिता हुकम साहू के द्वारा ग्राम पंचायत जुरहरा में बन्दरों को पकडने का एक अभियान चलाया गया है जब बन्दर पकड़ने में नहीं आये तो उपरोक्त नामजदों ने बन्दरों को मारकर पकड़ने का आदेश बन्दर पकडने वाली टीम को दे दिया जिन्होंने बन्दरों को बड़ी ही निर्दयी तरीके से मारकर ग्राम पाई के आसपास फिकवा दिया जिससे गांव में तनाव बना हुआ है। वहीं स्थानीय थाना पुलिस के द्वारा पशु क्रूरता अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

कस्बे में काफी दिनों से बंदरों को पकड़वाने के लिए की जा रही थी मांग- गौरतलब है कि कस्बे में काफी बड़ी संख्या में बंदरों की संख्या है जिनका पूरे दिन घरों की छतों पर जमघट बना रहता है जिससे कस्बे वासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बंदर छतों पर चढ़कर काफी बच्चे, बूढों सहित महिलाओं को काटकर व गिराकर घायल कर चुके हैं साथ ही बंदरों के द्वारा आमजन का छतों पर चढ़ना भी मुश्किल किया हुआ है जिसके चलते कस्बे वासियों की ओर से काफी दिनों से ग्राम पंचायत प्रशासन जुरहरा सहित उपखंड अधिकारी कामां से बंदरों को पकड़वाने की मांग की जा रही थी जिसके तहत कस्बे वासियों की समस्या को ध्यान में रखते हुए गत दिनों से कस्बे में बंदरों को पकड़वाने का अभियान चलाया हुआ था।

सरपंच को बन्दर पकड़वाना पड़ा भारी- शुक्रवार को उस समय बंदरों को पकड़वाना ग्राम पंचायत जुरहरा सरपंच लक्ष्मण साहू को भारी पड़ गया जब करीब दर्जनभर की संख्या में बंदरों के शव गांव पाई के आसपास में पड़े हुए मिले। जिससे ग्रामीणों में आक्रोश पैदा हो गया और ग्रामीणों के द्वारा बंदरों के शवों को एक ट्रैक्टर-ट्रॉली में रखकर गांव पाई के बस स्टैंड पर जुरहरा-कामां मार्ग को भी जाम करने की कोशिश की गई लेकिन जुरहरा पुलिस के मौके पर पहुंचने के कारण पुलिस के द्वारा समझाईस करते हुए ग्रामीणों को जाम नहीं लगाने दिया गया। जिसके बाद काफी संख्या में ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत जुरहरा कार्यालय पर पहुंचकर जुरहरा सरपंच लक्ष्मण साहू का घेराव करते हुए उन पर बंदरों की हत्या करने के आरोप लगाए।

जुरहरा सरपंच ने ग्राम पंचायत को बदनाम करने के लगाए आरोप- जब इस पूरे मामले के बारे में ग्राम पंचायत जुरहरा सरपंच लक्ष्मण साहू से बात की गई तो उन्होंने बताया कि कस्बेवासियों की मांग पर उनके द्वारा बड़े ही सलीके से बंदरों को पकड़वाने की कार्यवाही की जा रही थी और बंदरों को जड़खोर धाम गौशाला क्षेत्र में छुड़वाए जाने की व्यवस्था की गई थी जबकि कुछ अराजक तत्वों के द्वारा गलत भावना से ग्राम पंचायत जुरहरा को बदनाम करने की भावना के चलते उक्त साजिश रची गई है जिसकी जांच होने पर दूध का दूध पानी का पानी होने की बात सरपंच के द्वारा कही गई है।

क्या कहते हैं जुरहरा थानाधिकारी- जुरहरा थाना अधिकारी संतोष कुमार शर्मा से उक्त मामले में जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि ग्राम पाई निवासी एक युवक राकेश कुमार के द्वारा थाने में तहरीर दी गई है जिसकी जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।

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