राहुल गांधी दो मुख्यमंत्रियों के साथ लखीमपुर खीरी जाने पर अड़े : किसानों को जीप से रौंदने का आरोप लगाया

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नई दिल्ली :  कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज पार्टी दफ्तर में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि वह स्वयं पार्टी के दो मुख्यमंत्रियों के साथ उत्तर प्रदेश का दौरा करेंगे. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के नेता उत्तर प्रदेश के हालात का जायजा लेना चाहते हैं. उनका कहना था कि प्रियंका गाँधी को उत्तर प्रदेश शासन की ओर से पिछले 3 दिनों से कस्टडी में रखा जाना गैर कानूनी है. यह मामला सीधे किसानों से जुड़ा हुआ है. उत्तर प्रदेश जाने से पूर्व उन्होंने पार्टी दफ्तर में छत्तीसगढ़ और पंजाब के सीएम के साथ प्रेस वार्ता की.

राहुल गांधी ने कहा कि किसानों को जीप से रौंदा गया. उनकी हत्या की गई और इसमें केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और उनके बेटे का नाम सामने आ रहा है. कांग्रेस नेता ने जोर देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लखनऊ का दौरा किया लेकिन वह लखीमपुर खीरी नहीं गए. यह वास्तव में किसानों पर सरकार की और से सुनियोजित हमला हैं. आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं जा रही है. लगातार हमले हो रहे हैं .

राहुल गांधी ने कहा कि आज इस प्रकार के मामले को प्रमुखता से उजागर करना मीडिया की जिम्मेदारी है. लेकिन जब हम सरकार के समक्ष सवाल खड़े करते हैं तो मीडिया की ओर से कहा जाता है कि हम लखीमपुर खीरी की हिंसक घटना पर राजनीति कर रहे हैं.

उल्लेखनीय है कि कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी आज छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी सहित लखीमपुर खीरी जाने की तैयारी में है. दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश शासन ने उन्हें यहां तक कि उत्तर प्रदेश का दौरा करने की अनुमति देने से भी मना कर दिया है. राहुल गाँधी ने कहा कि उनकी और से यूपी साशन को पात्र लिखा गया है की धारा  144 में केवल 4 लोगों से अधिक को जाने कि अनुमति नहीं है.

बताया जाता है कि लखीमपुर खीरी के एसएसपी और जिला प्रशासन ने साफ तौर पर राहुल गांधी को सीतापुर या लखीमपुर खीरी आने की अनुमति देने से एसएससी की ओर से लखनऊ प्रशासन से भी आग्रह किया गया है कि राहुल गांधी को लखीमपुर खीरी नहीं आने दिया जाए अन्यथा यहां कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है.

शनिवार को हुई हिंसक घटना के कारण इलाके में तनाव व्याप्त है. किसान अभी धरने पर बैठे हैं और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के इस्तीफे की मांग पर अड़े हुए हैं. हालांकि उनकी कई मांगों को उत्तर प्रदेश शासन और स्थानीय पुलिस प्रशासन ने मान लिया है बावजूद इसके किसान धरने पर बैठे हुए हैं.

एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार ने इस हिंसक घटना में मारे गए किसानों के परिवारों को 45 -45 लाख रुपए मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का ऐलान किया है. दूसरी तरफ पुलिस ने केंद्रीय राज्य मंत्री के आरोपी बेटे के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर दिया है.

विपक्ष भी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के इस्तीफे की मांग कर रहा है और कांग्रेस पार्टी के नेता लखनऊ से लखीमपुर खीरी जाने पर आमदा है. संभावना इस बात की प्रबल है कि मंगलवार की तरह ही आज भी कांग्रेस पार्टी के प्रतिनिधि मंडल जिसका नेतृत्व राहुल गांधी करेंगे को लखनऊ हवाई अड्डे पर ही रोक दिया जाएगा.

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