-पोर्टल पर 72 घंटे में मिलेगी पशुओं से संबंधित विभिन्न विभागीय अनुमति
-प्रत्येक महानगर के बाहर बनना चाहिए ‘काऊ होस्टल- केन्द्रीय मंत्री श्री रूपाला
-किसानों की आय दोगुनी करने के लिए पशुपालन से आय भी जरूरी
-गौपालन के लिए वैज्ञानिक तरीके से सोचना पड़ेगा- परशोत्तम रुपाला, केंद्रीय मंत्री
-हरियाणा आज बन चुका मुंहखुर जैसी घातक बीमारी से पूर्णतः मुक्त प्रदेश – जय प्रकाश दलाल
-हरियाणा में जल्द शुरू होगी दवा व डॉक्टरी सेवा से युक्त पशु चिकित्सा एम्बुलेंस सेवा व टोल फ्री कॉल सेंटर’
गुरुग्राम, 04 अक्टूबर। केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री परशोत्तम रुपाला ने कहा कि महानगरों की आधुनिकता से भरी असंतुलित जीवनशैली को यदि पटरी पर लाना है तो हमे प्रत्येक महानगर के बाहरी इलाके में ‘काऊ होस्टल‘ की स्थापना करनी होगी।
वे आज अंतर्राष्ट्रीय पशु दिवस के अवसर पर गुरुग्राम के कार्टरपुरी स्थित कामधेनु गौशाला में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे। यह कार्यक्रम भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड द्वारा आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ने आमजन की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड से संबंधित विभिन्न कार्यों की प्रक्रियाओं को सुगम व सरल बनाने के उद्देश्य से बनाए गए पोर्टल का बटन दबाकर शुभारंभ भी किया। इस मौके पर हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण तथा पशुपालन विभागों के मंत्री जयप्रकाश दलाल भी उनके साथ थे।
केंद्रीय मंत्री श्री रूपाला ने अपने संबोधन में कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने के लिए उसमें पशुपालन से आय जोड़ना जरूरी है। उन्होंने कहा कि पशुपालन मंत्रालय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में इस योजना पर गंभीरता से प्रयासरत है। इसके साथ ही उन्होंने गौपालन के विषय पर बल देते हुए कहा कि हमें गौपालन के लिए पुराने तरीकों को छोड़कर वैज्ञानिक तरीके से सोचने की आवश्यकता है।
श्री रुपाला ने गौपालन की विशेषताओं का उल्लेख करते हुए कहा कि अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना हो, जमीन की उर्वरा क्षमता बढ़ानी हो या पोषण की दृष्टि से संतुलित जीवनशैली अपनानी हो तो इन सभी आयामों की प्राप्ति का गाय ही एक मात्र साधन है। उन्होंने कहा कि भारत अब अपनी प्रकृति में लौट रहा है और दुनिया उसके सामने नतमस्तक हो रही है। उन्होंने योग का उदाहरण देते हुए कहा कि पूरे विश्व में जिस तरह से योग विद्या को सम्मान मिला है , आने वाले समय में दुनिया गौ विद्या को भी उतनी ही सम्मान को दृष्टि से देखेगी।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हरियाणा के पशुपालन व डेयरी एवं कृषि मंत्री श्री जय प्रकाश दलाल ने अपने संबोधन में कहा कि आधुनिकता की अंधी दौड़ ने प्रकृति का संतुलन खराब किया है। हम सभी को जीवन जीने की पुरानी विधि के बारे में गंभीरता से सोचने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने गौवध व गौ संवर्धन के लिए कानून बनाए हैं।
श्री दलाल ने केंद्रीय मंत्री को अवगत कराते हुए कहा कि हरियाणा प्रदेश में कोविड-19 महामारी के दौरान भी 45 लाख से अधिक पशुओं को विभिन्न बीमारियों से बचाव के टीके लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश आज मुंहखुर जैसी घातक बीमारी से पूर्णतः मुक्त प्रदेश बन चुका है। श्री दलाल ने कहा कि आज हरियाणा प्रदेश पशु हित मे लिए गए सार्थक निर्णयों के कारण प्रति व्यक्ति दूध उपलब्धता में देश मे दूसरे स्थान पर है।
श्री दलाल ने कहा कि हरियाणा सरकार प्रदेश में जल्द ही पशुपालकों के लिए कॉल सेंटर की स्थापना तथा पशु चिकित्सा एंबुलेंस चलाने जा रही है। किसी भी पशुपालक को अपने पशु से संबंधित कोई भी समस्या होने पर वह कॉल सेंटर में संपर्क कर सकेगा। कॉल सेंटर में कॉल प्राप्त होने के बाद नजदीकी ब्लॉक से पशु चिकित्सा एम्बुलेंस को संबंधित पशुपालक के बताए पते पर भेजा जाएगा।
श्री दलाल ने कहा कि हरियाणा प्रदेश की मुर्राह नस्ल की भैंस पूरे देश में सर्वश्रेष्ठ है। इसके पूरे देश मे विस्तार की आवश्यकता है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से अनुरोध करते हुए कहा कि केंद्र स्तर पर इस तरह की योजना बने कि हरियाणा की मुर्राह नस्ल का सीमेन देश के अन्य भागों में भेजकर ज्यादा दूध देने वाली इस नस्ल को बढ़ावा दिया जा सके।
कार्यक्रम के आयोजक भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष डॉ ओ.पी चौधरी ने अपने संबोधन में आज लांच किए गए नए पोर्टल की जानकारी देते हुए बताया कि अब किसी भी व्यक्ति को विभिन्न प्रकार की विभागीय अनुमति के लिए कार्यालयों के चक्कर लगाने की आवश्यकता नहीं है। उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि फिल्म शूटिंग आदि के लिए यदि सभी संबंधित कागजात पूरे हैं तो ऑनलाइन आवेदन के 72 घंटो के अंदर आपको इसकी अनुमति प्रदान कर दी जाएगी। हरियाणा गौसेवा के आयोग के अध्यक्ष श्रवण कुमार गर्ग ने भी अपने विचार रखे।
कार्यक्रम के उपरांत पशुपालन के विभिन्न विषयों पर एक 40 मिनट के तकनीकी सत्र का भी आयोजन किया गया जिसमें दुग्ध रहित बेसहारा पशुओं का प्रबंधन, वैज्ञानिक गौशाला प्रबंधन, पशु जन्म नियंत्रण कार्यक्रम से संबंधित मुद्दे और समाधान के अलावा गौशाला कैसे अपना खर्च खुद उठाएं आदि विषयों को लेकर विचार-विमर्श किया गया।
कार्यक्रम में गुरुग्राम के विधायक सुधीर सिंगला, पशुपालन एवं डेयरी विभाग हरियाणा के प्रधान सचिव अंकुर गुप्ता पशुपालन, आयुक्त प्रवीण मलिक, भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के सचिव डॉ एसके दत्ता, गुरुग्राम पशुपालन विभाग की उप-निदेशक डॉ पुनीता गहलावत, कामधेनु गौशाला के अध्यक्ष पूरन यादव सहित उनकी टीम प्रमुख रूप से उपस्थित रही।