नई दिल्ली : बेईमानी और भ्रष्टाचार के काले कारोबार में लिप्त लोगों के खिलाफ कठोर कदम उठाना जारी रहेगा. नोट्बंदी तो अभी शुरुआत है. सरकार ने बेनामी संपत्ति कानून को धारदार बनाया है और आने वाले दिनों में यह कानून अपना काम करेगा.
केंद्र सरकार की ओर से उठाये जाने वाले सख्त क़दमों की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस नीत यूपीए सरकार बेनामी संपत्ति से जुड़े कानून को कई दशकों तक ठंडे बस्ते में डाले रही.
उन्होंने कहा कि ‘मैंने पहले ही दिन कहा था कि ये लड़ाई असामान्य है. 70 साल से बेईमानी और भ्रष्टाचार के काले कारोबार में कैसी शक्तियां जुड़ी हुई हैं ? उनकी ताकत कितनी है ? ऐसे लोगों से मैंने मुकाबला करना ठान लिया है. पीएम ने आरोप लगाया कि वे भी सरकार को पराजित करने के लिए रोज नए तरीके अपना रहे हैं.
पीएम ने स्पष्ट किया कि जब वो नए तरीके अपनाते हैं तो हमें भी काट के लिए नया तरीका अपनाना पड़ता है. तू डाल-डाल, तो मैं पात-पात, क्योंकि हमने तय किया है कि भ्रष्टाचारियों को, काले कारोबारों को, काले धन को अब मिटा का रहेंगे.
उन्होंने कहा कि इस लड़ाई में थकने का तो सवाल ही कहां उठता है, रुकने का तो सवाल ही नहीं उठता है. उन्होंने कहा कि जिस बात पर सवा सौ करोड़ देशवासियों का आशीर्वाद हो, उसमें तो पीछे हटने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता है.
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे देश में बेनामी संपत्ति का एक कानून है. 1988 में बना था, लेकिन अभी तक उसके नियम नहीं बनाए गए. उसको अधिसूचित भी नहीं किया गया. वो ठंडे बस्ते में पड़ा रहा. हमने उसको निकाला है और बड़ा धारदार बेनामी संपत्ति का कानून हमने बनाया है. आने वाले दिनों में वो कानून भी अपना काम करेगा. देशहित के लिए, जनहित के लिए, जो भी करना पड़े, ये हमारी प्राथमिकता है.