नई दिल्ली : अब शैक्षिक वर्ष 2017-18 से नीट (एनईईटी – यूजी) की परीक्षा 8 भाषाओं में आयोजित की जायेगी . स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे. पी. नड्डा के निर्देशों के तहत नीट परीक्षा की प्रणाली और अन्य संबंधित पहलुओं के बारे में राज्य सरकारों के साथ गंभीर एवं व्यापक विचार-विमर्श के बाद यह निर्णय लिया गया है. मेडिकल कालेज में एम्ए बी बी एस एवं बी डी एस कोर्से में एड्मिसन के लिए होने वाली यह परीक्षा अब हिंदी, अंग्रेजी,गुजराती,मराठी,बंगाली ,असमिया, तेलुगु और तमिल भाषा में होगी .
इस के अलावा नीट के लिए क्वालिफाई करने वाले उम्मीदवार अन्य पात्रता मानदंड की शर्त पर राज्य सरकारों/ संस्थानों के तहत अखिल भारतीय कोटा और अन्य कोटे के लिए पात्र होंगे, चाहे उनका परीक्षा का कोई भी माध्यम हो।
ऐसा पूरे देश में नीट लागू करने की दिशा में इस वर्ष मई में केंद्रीय मंत्री श्री जे. पी. नड्डा की 18 राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों और स्वास्थ्य सचिवों / प्रतिनिधियों के साथ हुई बैठक के क्रम में हुआ है।
संयुक्त सचिव (चिकित्सा शिक्षा) ए. के. सिंघल ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालयों के साथ सहयोगात्मक प्रयासों के कारण यह निर्णय सामने आया है ताकि राज्य बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों को समता पर लाया जा सके। उन्होंने कहा कि यह नीट और इसके क्षेत्रीय भाषाओं में कार्यान्वयन के चिकित्सा शिक्षा में पारदर्शिता लाने और धांधली दूर करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता का नतीजा है।