Astrology 23rd December 2016 देखें आज का पंचांग 23/ 12/2016 Posted By: thepublicworld Font Size A+ A- D दिनांक ——23/ 12/2016 का पंचांग ——————————————- संदीप पाराशर ——————————————- श्रीविक्रमी संवत् :- 2073 संवत् नाम :- सौम्य शाके :- 1938 मास :- पौष पक्ष :- कृष्ण तिथि :- दशमी (24:56:16) तिथि संज्ञा :- पूर्णा वार :- शुक्र नक्षत्र :- चित्रा (21:34:52) नक्षत्र स्वामी :- मंगल योग :- अतिगंड करण :- वणिज (11:39:54) निष्टि. 24:56:16 ऋतु :- हेमंत सूर्य :- दक्षिणायन —————————————- भद्रावास दिन 11 : 39 से रात 12 : 54 तक ————————————— अग्निवास पृथ्वी 28:24 तक ————————————- सूर्योदय : 07 : 12 : 09 ———————————— सूर्यास्त : 17 : 28 : 40 ————————————- चंद्रोदय : 02 : 38 :43 (24 /12 /16 ) ————————————– दिनमान : 10 : 16 : 31 ————————————— रात्रि मान : 13 : 33 : 29 —————————————- सूर्य नक्षत्र : मूल —————————————- चंद्र नक्षत्र : चित्रा :- पो, रा, री स्वाति :- रू ————————————- राहुकाल :11 : 03 से 12 : 20 ————————————- अथ अभिजित मुहुर्त 11 : 59 से 12 : 41 ————————————— चौघडिया मुहुर्त : दिन चर 07:12 – 08:29 शुभ लाभ 08:29 – 09:46 शुभ अमृत 09:46 – 11:03 शुभ काल 11:03 – 12:20 अशुभ शुभ 12:20 – 13:37 शुभ रोग 13:37 – 14:55 अशुभ उद्वेग 14:55 – 16:12 अशुभ चर 16:12 – 17:29 शुभ रात्रि रोग 17:29 – 19:12 अशुभ काल 19:12 – 20:55 अशुभ लाभ 20:55 – 22:38 शुभ उद्वेग 22:38 – 00 :21 अशुभ शुभ 00 :21 – 02 :04 शुभ अमृत 02 :04 – 03 :47 शुभ चर 03 :47 – 05 :30 शुभ रोग 05 :30 – 07 :13 अशुभ ————————————— कई बार आप लोग पीछे है कि चौघडिया क्या होती है . यह तत्काल मुहूर्तः होता है ?चौघड़िया के प्रकार चौघड़िया मूल तौर पर सात प्रकार की होती हैं। ?अमृत, शुभ और लाभ सबसे शुभ चौघड़िया मानी गयी हैं। जबकि :- – उद्वेग, काल और रोग अशुभ चौघड़िया मानी गयी हैं। – चर एक शुभ चौघड़िया है। Share this:FacebookXLike this:Like Loading... Related Table of Contents Toggle दिनांक ——23/ 12/2016 का पंचांग ——————————————- संदीप पाराशर ——————————————- श्रीविक्रमी संवत् :- 2073 संवत् नाम :- सौम्य शाके :- 1938 मास :- पौष पक्ष :- कृष्ण तिथि :- दशमी (24:56:16) तिथि संज्ञा :- पूर्णा वार :- शुक्र नक्षत्र :- चित्रा (21:34:52) नक्षत्र स्वामी :- मंगल योग :- अतिगंड करण :- वणिज (11:39:54) निष्टि. 24:56:16 ऋतु :- हेमंत सूर्य :- दक्षिणायन —————————————- भद्रावास दिन 11 : 39 से रात 12 : 54 तक ————————————— अग्निवास पृथ्वी 28:24 तक ————————————- सूर्योदय : 07 : 12 : 09 ———————————— सूर्यास्त : 17 : 28 : 40 ————————————- चंद्रोदय : 02 : 38 :43 (24 /12 /16 ) ————————————– दिनमान : 10 : 16 : 31 ————————————— रात्रि मान : 13 : 33 : 29 —————————————- सूर्य नक्षत्र : मूल —————————————- चंद्र नक्षत्र : चित्रा :- पो, रा, री स्वाति :- रू ————————————- राहुकाल :11 : 03 से 12 : 20 ————————————- अथ अभिजित मुहुर्त 11 : 59 से 12 : 41 ————————————— चौघडिया मुहुर्त : दिन चर 07:12 – 08:29 शुभ लाभ 08:29 – 09:46 शुभ अमृत 09:46 – 11:03 शुभ काल 11:03 – 12:20 अशुभ शुभ 12:20 – 13:37 शुभ रोग 13:37 – 14:55 अशुभ उद्वेग 14:55 – 16:12 अशुभ चर 16:12 – 17:29 शुभ रात्रि रोग 17:29 – 19:12 अशुभ काल 19:12 – 20:55 अशुभ लाभ 20:55 – 22:38 शुभ उद्वेग 22:38 – 00 :21 अशुभ शुभ 00 :21 – 02 :04 शुभ अमृत 02 :04 – 03 :47 शुभ चर 03 :47 – 05 :30 शुभ रोग 05 :30 – 07 :13 अशुभ ————————————— कई बार आप लोग पीछे है कि चौघडिया क्या होती है . यह तत्काल मुहूर्तः होता है?चौघड़िया के प्रकारचौघड़िया मूल तौर पर सात प्रकार की होती हैं। ?अमृत, शुभ और लाभ सबसे शुभ चौघड़िया मानी गयी हैं। जबकि :- – उद्वेग, काल और रोग अशुभ चौघड़िया मानी गयी हैं।– चर एक शुभ चौघड़िया है।