– पुराने गुरूग्राम क्षेत्र में संयुक्त आयुक्त एवं इंजीनियरिंग विंग अधिकारियों के साथ किया मौका निरीक्षण
– अधिकारियों को मौके पर ही दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
गुरूग्राम, 26 जून। नगर निगम गुरूग्राम की अतिरिक्त आयुक्त जसप्रीत कौर ने शनिवार को पुराने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में अधिकारियों की टीम के साथ जलनिकासी प्रबंधों का जायजा लिया। वे प्रात: 8:30 बजे पुराने निगम कार्यालय से चली तथा लगभग 3 घंटे तक जलभराव के संभावित स्थानों तथा वहां पर जल निकासी के लिए किए जा रहे प्रबंधों का निरीक्षण किया। उन्होंने मौके पर ही अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। यह मौका निरीक्षण प्रात: 11:30 बजे तक चला।
शनिवार को अतिरिक्त निगमायुक्त जसप्रीत कौर, संयुक्त आयुक्त प्रदीप अहलावत तथा अधीक्षक अभियंता रमेश शर्मा, कार्यकारी अभियंता गोपाल कलावत, धर्मबीर मलिक एवं तुषार यादव की टीम के साथ प्रात: 8:30 बजे शहर का निरीक्षण करने के लिए निकली। टीम ने सीआरपीएफ कैंप से शीतला माता मंदिर, सैक्टर-7 की अंदरूनी ड्रेनेज, सूर्य विहार, सैक्टर-9/9ए, बसई चौक, बसई आरओबी के नीचे, रेलवे कल्वर्ट, अल्पाईन स्कूल के सामने, सैक्टर-10 बस डिपो के सामने, सीही गावं को जाने वाली सडक़ पर बादशाहपुर ड्रेन का हिस्सा, गांधीनगर, शिवाजी नगर सहित आसपास क्षेत्रों में मुख्य ड्रेनेज सहित अंदरूनी डे्रनेज एवं सीवरेज सिस्टम का जायजा लिया।
नगर निगम की इंजीनियरिंग शाखा द्वारा इन स्थानों पर ड्रेनेज एवं सीवरेज की सफाई का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। अतिरिक्त निगमायुक्त ने काफी स्थानों पर स्वयं पैदल चलकर व्यवस्था का जायजा लिया तथा अधिकारियों को कार्य जल्द पूरा करने व पर्याप्त संख्या में मैनपावर एवं मशीनरी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। नगर निगम गुरूग्राम द्वारा गांधीनगर क्षेत्र में नई डे्रेनेज लाईन डालने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। अतिरिक्त निगमायुक्त ने इस कार्य को बरसात से पूर्व पूरा करवाने के निर्देश दिए, ताकि यहां के निवासियों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो।
अतिरिक्त निगमायुक्त ने मौके पर ही इंजीनियरिंग विंग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सीवरेज एवं ड्रेनेज की सफाई के दौरान निकलने वाले कचरे को तुरंत ही वहां से उठाएं। इसके साथ ही सफाई शाखा के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे रोड़ गल्ली को लगातार साफ करें। मौके पर अधिकारियों ने बताया कि जलनिकासी के पर्याप्त प्रबंध किए जा रहे हैं तथा प्रयास है कि बरसात में गुरूग्राम निवासियों को किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो। जहां पर निर्माण कार्य चलने के कारण ड्रेनेज डिस्टर्ब हुई है, वहां पर पम्पों की मदद से पानी को आगे की ड्रेनेज लाईन में डाला जाएगा।