कांग्रेस पार्टी ने भाजपा सरकार के दौरान 5 ट्रिलियन रु की बैंक धोखाधड़ी होने का आरोप लगाया, रिज़र्व बैंक की रिपोर्ट का दिया हवाला

Font Size

नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को एनडीए सरकार के दौरान 5 ट्रिलियन रुपये की बैंक धोखाधड़ी का आरोप लगाया. सरकार पर बैंकिंग सिस्टम को कमजोर करने का भी आरोप लगाते हुए कहा कि यह धोखाधड़ी लगभग 4,98,677 करोड़ रुपये के बराबर है। पार्टी ने केंद्र सरकार से मांग की कि इन ठगों पर कठोर कार्रवाई करें और उनसे जल्द से जल्द वसूली की जाए.

 यहाँ आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी के प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने सरकार से तीन सवाल पूछे. उन्होंने पूछा कि  “सरकार पिछले 7 सालों में बैंक धोखाधड़ी पर अंकुश लगाने में क्यों विफल रही है ? इन बैंक धोखाधड़ी में शामिल राशि की वसूली के लिए सरकार क्या कर रही है ? इन धोखेबाजों से कितनी राशि एकत्र की गई, जो हमारी बैंकिंग प्रणाली को कमजोर कर रहे हैं ?” आप हमारी बैंकिंग व्यवस्था को निरंतर कमजोर करने का काम क्यों कर रहे हो?अब भाजपा को कोई नहीं बचा सकता, क्योंकि ये फ्रॉड इन्हीं के कार्यकाल में हुए हैं.

गौरव वल्लभ ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने धोखाधड़ी करने वालों को या तो देश में काम करना जारी रखने या धोखाधड़ी की रकम वसूल करने के बजाय देश छोड़ने की अनुमति दे दी. इस सरकार के कार्यकाल में बैंकिंग प्रणाली को कमजोर किया गया है। उन्होंने कहा कि इसने बैंकों को पर्याप्त पूंजी सहायता भी प्रदान नहीं की है।

उन्होंने वित्त मंत्री से भी सवाल पूछा कि ” पिछले 5 सालों में बैंकों में हो रही ठगी निरंतर क्यों बढ़ रही है?,  CAGR 57% क्यों है? ,  2014-15 के मुकाबले आज ठगी 5 गुना क्यों है? और  इसका जिम्मेदार कौन है?.

कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि अब न तो एक्ट ऑफ गॉड काम आएगा और न ही एक्ट ऑफ प्रीवियस गवर्नमेंट काम आएगा। क्योंकि अब तो RBI ने अपनी रिपोर्ट में बैंक ठगी के बारे में सब कुछ  स्पष्ट लिख दिया है.

गौरव बल्लभ ने कहा कि RBI के अनुसार ठगी होने और पता चलने की तारीख में औसतन 23 महीने का अंतर है। 20-21 के ठगी के मामलों में 24 महीने का अंतर है। मतलब ये ठगी 2018-19 में हुई थी और तब किसकी सरकार थी, सबको मालूम है। अब आप पुरानी सरकारों को भी दोषी नहीं ठहरा सकते.

कांग्रेस पार्टी ने कहा कि अगर एक फ्रॉड की औसत वैल्यू देखें तो 2014-15 में ₹4.2 करोड़ थी, 2019-20 में ये औसत 21.3 करोड़ और आज ₹18.8 करोड़ हो जाती है।मतलब पिछले 7 साल में फ्रॉड की वैल्यू में 4-5 गुना वृद्धि हो गई है. किसी की आय दुगुनी करने की बात हुई थी, तो किसी के खाते में रकम डालने की बात हुई थी। लेकिन यहां तो बैंक फ्रॉड 4-5 गुना बढ़ गए.

कांग्रेस पार्टी ने आग्रह किया कि मोदी सरकार को इन धोखेबाजों से सख्ती से निपटना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पूरी राशि, जो हमारे देश की है, जल्द से जल्द वसूल की जाए।

You cannot copy content of this page